आज के समय में लगभग हर कोई गार्डनिंग करना पसंद करता है। जब भी किसी को फ्री समय मिलता है वो किचन गार्डन में फूल-फल के पौधे लगाते रहते हैं। किचन गार्डन में पौधे लगाना तो आसान है, लेकिन सही से देखभाल नहीं करने की वजह से पौधे जल्दी ख़राब भी हो जाते हैं।
किचन गार्डन के पौधे जब ख़राब होते हैं तो हम और आप तरह-तरह के ऊपर को फॉलो करके उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं। कोई खाद का इस्तेमाल करता है तो अन्य चीज का।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर मौजूद माचिस की तीलियां किचन गार्डन के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकती हैं? अगर नहीं जानते हैं तो आइए इस लेख में जानते हैं कि माचिस की तीलियां पौधों के लिए कैसे बेस्ट हो सकती हैं और कैसे उनका इस्तेमाल करना है।
क्या माचिस की तीलियां पौधों के लिए सही हैं?
आपके भी मन में यह सवाल उठ रहे होंगे कि कैसे माचिस की तीलियां पौधों के लिए सही हो सकती हैं। दरअसल, यह माना जाता है कि तीलियों में मौजूद रसायन के गुण कीटनाशक की तरह काम करते हैं। कहा जाता है कि माचिस की तीलियों को बनाने में फास्फोरस सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल इस्तेमाल किया जाता है। ये तीनों पदार्थ पौधों के लिए कई रूप से बेस्ट साबित हो सकते हैं।
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पौधों के लिए कैसे फायदेमंद हैं तीलियां?
दरअसल, यह कहा जाता है कि तीली में मौजूद फास्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत बनाने में काम आता है। इसके अलावा तीली में मौजूद गंधक या सल्फर और मैग्नीशियम क्लोरोफिल पौधों के विकास में काफी मदद करते हैं। इससे पौधे जल्दी ख़राब भी नहीं होते हैं और पौधे की ग्रोथ भी अच्छी होती है।(गार्डन में ऐसे उगाएं लहसुन)
पौधे में माचिस की तीलियों का इस्तेमाल कैसे करें?
पौधे की ग्रोथ के लिए माचिस की तीलियों का इस्तेमाल करना बहुत आसान है। इसके लिए आपको अधिक मेहनत भी करने की ज़रूरत नहीं है। इसके लिए फॉलो करें ये स्टेप्स-
- तीली का इस्तेमाल करने से पहले आपको बता दें कि गमले की मिट्टी गीली होनी चाहिए।
- अब आप 10-15 माचिस की तीलियों को लीजिए।
- इसके बाद जिस साइड मसाला है उस हिस्से को गमले में जगह-जगह दबाकर छोड़ दीजिए।
- जब मिट्टी गीली रहेगी तो माचिस की तीलियों में मौजूद रसायन पौधे की जड़ तक आसानी से पहुंच जाते हैं। इससे पौधे ख़राब भी नहीं होते हैं ग्रोथ भी अच्छी होती है।
इन बातों का भी रख रखें
- पौधे में माचिस की तीलियों का इस्तेमाल करने समय आपको कुछ अन्य बातों पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। जैसे-
- एक साथ 8-10 से अधिक तीलियों का इस्तेमाल नहीं करें।(झड़े हुए पत्तों से बनाएं नेचुरल खाद)
- एक प्रकिया को महीने में एक बार से अधिक करने की गलती न करें।
- माचिस की तीलियों में मिट्टी में छोड़ने के लगभग 10-15 दिन बाद उसे हटा दें, क्योंकि इसका असर खत्म हो जाता है।
- माचिस की तीलियों का उपयोग करने के दौरान पौधे में अन्य खाद को न डालें।
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