भारत में आधार कार्ड की शुरुआत देश के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर रही है। आज के समय में हर व्यक्ति का अपना आधार कार्ड है। हालांकि, यह आधार कार्ड सिर्फ एक पहचान पत्र नहीं है, बल्कि बैंकिंग और अन्य सरकारी लाभ प्राप्त करने के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज है। आधार भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा भारत के निवासी को जारी किया गया एक 12-डिजिट का एक आइडेंटिफिकेशन नंबर है।
हमारा आधार कार्ड एक अनूठा दस्तावेज है क्योंकि इसमें बायोमेट्रिक विवरण सहित आवश्यक जानकारी शामिल है। यूं तो भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) का दावा है कि आधार पूरी तरह से सुरक्षित है, लेकिन फिर भी आवश्यक सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
आधार कार्ड से जुड़ी धोखाधड़ी के किस्से भी अक्सर सुनने को मिलते हैं। ऐसे में अतिरिक्त सावधानी बरतने के लिए आपको कुछ बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। तो चलिए आज हम आपको आधार कार्ड की सिक्योरिटी से जुड़े कुछ जरूरी टिप्स के बारे में बता रहे हैं-
बायोमेट्रिक्स को करें लॉक
अपने बैंक खाते में आधार से जुड़े किसी भी तरह के फ्रॉड लेनदेन से बचने के लिए, आपको यूआईडीएआई में अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक करने की सलाह दी जाती है। जब बायोमेट्रिक्स को लॉक किया जाता है तो इससे उसके दुरुपयोग होने की संभावना काफी कम हो जाती है।
- इसके लिए, सबसे पहले यूआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जाएं।
- अब इसके बाद माई आधार पर जाएं और आधार सर्विसेज को चुनें।
- इसके बाद सिक्योर योर बायोमेट्रिक्स में जाएं।
- इसके बाद आपसे आधार नंबर डालने को कहा जाएगा। इसे दर्ज करें। इसके बाद कपाचा कोड डालें।
- अब आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
- बायोमेट्रिक्स को लॉक/अनलॉक करने के विकल्प का चयन करें। इसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक करें।
- फिर जो पेज खुलेगा उसमें नीचे दिए गए टिक पर क्लिक करें। इसके बाद नेक्स्ट पर क्लिक करें।
- अब आपका बायोमेट्रिक्स लॉक हो जाएगा।
- आपको ध्यान देना चाहिए कि इस सेवा का लाभ उठाने के लिए एक पंजीकृत मोबाइल नंबर(जानें कैसे बदलें आधार कार्ड में अपना मोबाइल नंबर) की आवश्यकता है और यदि आपका मोबाइल नंबर आधार के साथ पंजीकृत नहीं है, तो आप निकटतम केंद्र/मोबाइल अपडेट एंड पॉइंट पर जा सकते हैं और अपना फोन नंबर अपडेट कर सकते हैं।
आधार ओटीपी को कभी भी शेयर ना करें
जब भी आपके आधार नंबर को कहीं पर यूज किया जाता है तो ऐसे में हमेशा एक ओटीपी रजिस्टर्ड नंबर पर भेजा जाता है। ऐसे में आप यह सुनिश्चित करें कि आप इस ओटीपी को किसी अन्य व्यक्ति के साथ शेयर ना करें। कुछ लोग अनजाने में यह गलती कर बैठते हैं, जिससे उनके दुरुपयोग हो सकता है। आप चाहें तो अपने आधार पंजीकृत मोबाइल नंबर को स्कैन और चेक भी कर सकते हैं।(UPI पेमेंट करते हैं हुए ऐसे रखें अपने पैसेसुरक्षित)
डाउनलोड करने के बाद आधार फाइल को डिलीट करना ना भूलें
यदि आपने अपना ई आधार किसी सार्वजनिक कंप्यूटर से डाउनलोड किया है, तो फ़ाइल को ट्रांसफर करने या उसका प्रिंटआउट लेने के बाद सार्वजनिक कंप्यूटर से डाउनलोड की गई फ़ाइल को हटाना सुनिश्चित करें। कभी भी सार्वजनिक कंप्यूटर पर डाउनलोड की गई फाइल को ऐसे ही ना छोड़ें। इससे उनके दुरुपयोग होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, आधार को केवल आधिकारिक वेबसाइट से ही डाउनलोड करें।(आधार कार्ड की पुरानी तस्वीर ऐसे करें अपडेट)
आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को करें चेक
अगर आपने कई जगहों पर और कई मौकों पर अपने आधार का इस्तेमाल किया है, तो बेहतर होगा कि आप अपने आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को चेक कर लें। जब आप ऐसा करते हैं तो इससे आपको पता चल जाता है कि आपके आधार का कहां-कहां पर इस्तेमाल हुआ है। आप पिछले 6 महीनों में 50 ऑथेंटिकेशन के आधार ऑथेंटिकेशन हिस्ट्री को चेक कर सकते हैं। इससे आपको सटीक तिथि और समय की जानकारी मिल जाएगी।
इसे जरूर पढ़ें-बिना डॉक्युमेंट्स के लिंक करना है आधार कार्ड से मोबाइल नंबर तो करें ये काम
तो अब आप भी इन बातों का ध्यान रखें और अपने आधार कार्ड को अतिरिक्त सुरक्षित बनाएं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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Image credit- shuterstock
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