इन दिनों लगभग हर नेटवर्क में समस्या होने लगी है। कई लोगों को रोज़ाना इस दिक्कत का सामना करना पड़ता है और ऐसे में कई बार ओटीपी नहीं आता तो कभी कॉल ही नहीं लगता है। नेटवर्क से जुड़ी ऐसी कई समस्याएं हैं जिनके कारण लोग मोबाइल नंबर पोर्ट करवाने के बारे में सोचते हैं। पर कई लोग सिर्फ बार-बार सर्विस प्रोवाइडर स्टोर के चक्कर काटने से बचना चाहते हैं। क्या आप जानते हैं कि मोबाइल नंबर पोर्ट करवाना बहुत ही आसान है और इसके कारण एक भी दिन आपकी सर्विस बाधित नहीं होगी।
अगर आपने इससे पहले मोबाइल नंबर को पोर्ट नहीं करवाया है तो चलिए आज आपको बताते हैं कि किस तरह से आप अपने फोन के नंबर को किसी और नेटवर्क में पोर्ट करवा सकते हैं।
क्या मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी में बंद भी होगी फोन सर्विस?
मोबाइल नंबर पोर्ट करवाने से पहले लोगों की ये चिंता होती है कि उनकी सिम कुछ दिन के लिए बंद तो नहीं हो जाएगी, या फिर उनके कोई जरूरी कॉल और मैसेज कहीं बंद तो नहीं हो जाएंगे? पर ऐसा नहीं है। आपके मोबाइल नंबर को अगर पोर्ट किया जाए तो उसका वैलिडेशन 3 दिन का प्रोसेस होता है और कुछ राज्यों में ये ज्यादा समय भी ले लेता है। पर जब तक आपकी नई सिम ऑन नहीं होती है तब तक आपकी पुरानी सिम चालू रहती है। इसलिए पूरा प्रोसेस होने तक आपका नंबर बंद नहीं होता है।
इसे जरूर पढ़ें- Free में मिलेगा VIP नंबर, ये टेलीकॉम कंपनी दे रही है ऑफर
नंबर पोर्ट करने का आसान प्रोसेस
अब बात करते हैं नंबर पोर्ट करने के प्रोसेस की। आप किसी भी नेटवर्क का इस्तेमाल कर रहे हों उसके लिए आपको एक ही तरीका अपनाया जा सकता है।
सबसे पहले भेजें एसएमएस:
मोबाइल नंबर पोर्ट करने से पहले आपको मोबाइल पोर्टिंग का मैसेज भेजना होगा। इसके लिए PORT लिखकर स्पेस दें और फिर उस नंबर को टाइप करें जिसे आपको पोर्ट करवाना है। जैसे PORT 9********* मैसेज लिखकर आपको 1900 में भेजना है। ये यूनिवर्सल नंबर है जहां मोबाइल पोर्टिंग रिक्वेस्ट भेजी जाती है।
आपके पास वापस आएगा एक कोड:
अब आपको अपने सर्विस प्रोवाइडर के मैसेज का वेट करना है। इसमें 8 डिजिट का एक UPC (Unique Porting Code) आएगा जो आपके मोबाइल नंबर को पोर्ट करने में मदद करेगा। इसकी वैधता लगभग 4 दिन की होती है और उसके पहले आपको उस सर्विस ऑपरेटर के पास जाना होता है जिसकी सिम आपको लेनी है।(इंटरनेट सर्विस की स्पीड कैसे बढ़ाएं)
अब सर्विस ऑपरेटर से लें नई सिम:
अब आपको जिस सर्विस ऑपरेटर का नेटवर्क सही लगता है उस सर्विस ऑपरेटर के पास जाकर अपना यूपीसी कोड दिखाना होगा। इसके साथ ही अपना आधार कार्ड या सरकारी आईडी आदि जमा करवाना होगा। ये नया सर्विस ऑपरेटर आपको नई सिम भी देगा और ये जरूरी है कि आप लेटेस्ट सिम ही लें। जैसे अब 5G सिम लगभग हर बड़े नेटवर्क प्रोवाइडर के पास है।
इसे जरूर पढ़ें- कैसे बदलें आधार कार्ड में अपना मोबाइल नंबर, जानें स्टेप बाय स्टेप डिटेल्स
आपको एक्सेप्ट करनी होगी ऑपरेटर की रिक्वेस्ट:
इसके बाद लगभग 7 दिन का इंतज़ार करना होता है। इसी बीच आपका नंबर पोर्ट हो जाता है। आपको ये भी इसी समय पता चल जाएगा कि आपकी रिक्वेस्ट रिजेक्ट हो रही है या फिर आपका नंबर पोर्ट हो चुका है। जैसे ही आपका नंबर पोर्ट होगा वैसे ही आपकी सिम बंद हो जाएगी और आपको दूसरी सिम अपने फोन में डालनी होगी।
हो सकता है इस दौरान अगले 2 घंटे तक आपके फोन की सर्विसेज बंद रहें। इस दौरान ऑनलाइन पेमेंट आदि अधिकतर काम नहीं करती हैं।
Recommended Video
इसके बाद आपका नंबर पोर्ट हो जाएगा। तो देखा आपने ये तरीका इतना भी मुश्किल नहीं है जितना आपको लग रहा है। आपका मौजूदा नंबर इसी तरह से आसानी से पोर्ट हो सकता है। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों