आजकल गार्डनिंग करना लगभग हर कोई पसंद करता है। गार्डन में कोई फल का पौधा लगाता है तो कोई फूल का पौधा। कई लोग ऐसे भी होते हैं जो सेहत का ख्याल रखने वाला पौधा भी गार्डन में लगाते हैं।
वैसे तो गार्डन में कई तरह के पौधे होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद माने जाते हैं। जैसे-तुलसी का पौधा, एलोवेरा, नीम आदि पौधे के पत्तों को कई बार आयुर्वेदिक एक्सपर्ट भी सेवन करने की सलाह देते हैं।
एक ऐसा ही औषधीय पौधा है जिसे आप गार्डन में आसानी से उगा सकते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं 'इंसुलिन प्लांट' के बारे में। इस लेख को पढ़ने के बाद आप भी आसानी से गमले में इंसुलिन का पौधा उगा सकते हैं।
इंसुलिन का पौधा लगाने के लिए सामग्री
- बीज
- खाद
- मिट्टी
- गमला (मिट्टी का)
- पानी
सही बीज या पौधे का करें चुवान
किसी भी फल-सब्जी या औषधीय पौधे को लगाने के लिए सबसे ज़रूरी चीज है बीज या पौधे का सही चुनाव करना। अगर बीज/पौधा सही नहीं हो तो आप और हम कितना भी मेहनत कर लें पौधा कभी भी सही से नहीं उगेगा। इसलिए इंसुलिन का पौधा लगाने के लिए सही बीज का चुनाव करना बहुत ज़रूरी है।
इंसुलिन का पौधा/बीज खरीदने के लिए आप किसी बीज भंडार का रुख कर सकते हैं। बीज भंडार या नर्सरी में आसानी से अच्छे से किस्म में पौधे मिल जाते हैं।(रुद्राक्ष का पौधा घर पर कैसे उगाएं?)
इंसुलिन का पौधा लगाने से पहले करें ये काम
- अगर आप चाहते हैं कि इंसुलिन का पौधा अच्छी ग्रोथ करें तो पौधे को लगाने से पहले आपको कुछ बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है। जैसे-
- जिस मिट्टी को आप गमले में डालने वाले हैं उसे फोड़कर एक दिन के लिए धूप में रख दें।
- धूप में मिट्टी को रखने से मिट्टी के मौजूद छोटे-छोटे कीड़े भाग जाते हैं।
- अगले दिन मिट्टी में 1-2 मग खाद को डालकर अच्छे से मिक्स कर लें।
- इधर इंसुलिन के पौधे को गमले के बीचो-बीच डालकर एक हाथ से पकड़कर रखें और दूसरे हाथ से पौधे से सभी साइड से मिट्टी को डालकर बराबर कर लें।
- मिट्टी बराबर करने के बाद 1-2 मग पानी ज़रूर डालें।
- नोट: पौधे के लिए खाद के रूप में जैविक खाद का ही इस्तेमाल करें। केमिकल खाद के इस्तेमाल से पौधा कभी भी मर सकता है। पौधे के लिए आप गाय, भैंस आदि जानवर के गोबर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
पौधा लगाने के बाद इन बातों का रखें ध्यान
- इंसुलिन का पौधा लगाने के बाद आपको कुछ बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है। जैसे-
- इंसुलिन का बीज जब तक अंकुरित नहीं होता है तब तक गमला को तेज धूप से दूर रखें।
- जब पौधा 3-4 इंच बढ़ा हो जाए तो आप उसे धूप में रख सकते हैं।
- समय-समय पर पौधे में पानी और खाद को डालना न भूलें क्योंकि, इस समय पतझड़ का मौसम चल रहा है जिसकी वजह से पौधा मर भी सकता है।
- पौधे को मौसमी कीड़ों से दूर रखने के लिए आपको समय-समय पर कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव करते रहना चाहिए। इसके लिए आप नेचुरल कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव करें।
- नेचुरल कीटनाशक स्प्रेबनाने के लिए आप बेकिंग सोडा, नींबू का रस, सिरका आदि का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- लगभग 4-5 महीने के अंदर इंसुलिन पौधे के पत्ते इस्तेमाल करने लायक हो जाते हैं।
नोट: इंसुलिन के पत्तों को हेल्थ के लिए इस्तेमाल करने से पहले आप किसी आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से ज़रूर सलाह लीजिए।
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Image Credit:(@thespruce,sutterstocks)
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