हर घर तिरंगा अभियान में भाग लेने के बाद, आपका सर्टिफिकेट ऑनलाइन उपलब्ध होता है। इसे डाउनलोड करने के लिए आपको कुछ आसान स्टेप्स फॉलो करने होंगे। सर्टिफिकेट डाउनलोड करने की प्रक्रिया वेबसाइट पर थोड़ी अलग-अलग हो सकती है। इसलिए, सबसे पहले उस वेबसाइट जाना होगा, जहां आपने अपना रजिस्ट्रेशन करने के बाद डाउनलोड कर सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल करके रजिस्ट्रेशन करें।
तिरंगा अभियान के उद्देश्य और महत्व को समझने के लिए वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी पढ़ें। वेबसाइट पर जाने के बाद, 'Participate Now' या 'Pin a Flag' का ऑप्शन चुनें। आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, और ईमेल आईडी जैसे पर्सनल डिटेल भरने के लिए कहा जाएगा। अपना लोकेशन पिन करें, यानी अपने घर का स्थान वेबसाइट पर दिखाएं।
रजिस्ट्रेशन के बाद, आप अपनी लोकेशन पिन कर देंगे, तो आपको एक सर्टिफिकेट जेनरेट होगा। यह सर्टिफिकेट आपकी स्क्रीन पर दिखेगा और आप अपना हर घर तिरंगा सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं। Download Certificate" बटन पर क्लिक करें। सर्टिफिकेट पीडीएफ या इमेज फॉर्मेट में डाउनलोड होगा, जिसे आप अपने डिवाइस पर सेव कर सकते हैं।
आप अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सर्टिफिकेट शेयर कर सकते हैं और तिरंगा अभियान में अपनी भागीदारी को दर्शा सकते हैं। साथ ही, आप इस सर्टिफिकेट को अपने दोस्तों और परिवार के साथ सोशल मीडिया पर भी शेयर कर सकते हैं, ताकि अधिक से अधिक लोग इस अभियान में शामिल हो सकें।
इन स्टेप्स का पालन करके, आप आसानी से अपना हर घर तिरंगा सर्टिफिकेट 2024 डाउनलोड कर सकते हैं।
हर घर तिरंगा अभियान एक सरकारी पहल है, जिसका मकसद भारत के 75वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश के हर घर में तिरंगा झंडा फहराना है। यह अभियान देशभक्ति और एकता की भावना को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत, सरकार ने नागरिकों से अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराने और सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें शेयर करने का आग्रह किया है। यह अभियान देश के लोगों को अपनी स्वतंत्रता और संप्रभुता की भावना को दर्शाने का एक अवसर प्रदान करता है।
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1921 में आंध्र प्रदेश के पिंगली वेंकैया ने देश की एकता को दशति हुए भारत का तिरंगा झंडा तैयार किया था। इसके लिए उन्होंने दुनिया भर के देशों के झंडों का पांच साल तक अध्ययन किया था। तिरंगे को साल 1931 में स्वीकार किया गया था और 22 जुलाई, 1947 को संविधान सभा की बैठक के दौरान इसे अपनाया गया था।
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Image Credit- freepik/https://harghartiranga.com/
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