भगवान गणेश के को हमारे घरों में आए कुछ दिन हो गए हैं और अब उनके लौटने का समय भी हो गया है। गणेश चतुर्थी पर वे हर साल जितनी धूमधाम से आते हैं, उतनी ही खुशी से उनको विदा किया जाता है, ताकि वह हर बार हमारे जीवन में खुशहाली भरे कदम रख सकें। भगवान गणेश की स्थापना के बाद 10 दिनों तक चलने वाले पूजा-पाठ, कार्यक्रमों के बाद, वक्त आता है उनके विसर्जन का।
देशभर के लोग गणेश विसर्जन के लिए बहती हुई नदियां, तालाब की ओर निकल पड़ते हैं। ऐसे में इन दिनों काफी भीड़ जमा होती है। मुंबई जैसे शहरों में तो इतने बड़े जुलूस निकलते हैं कि उनमें कभी-कभार खो जाने का डर रहता है। फिर आज के समय में जब कोविड जैसी स्थिति बनी हुई है, तो बाहर जाने के रिस्क को लेने से अच्छा है कि आप घर में ही गणपति विसर्जन कर लें। अगर आप ईको-फ्रेंडली गणपति घर लाएं हैं तो यह अच्छा है। हम आपको बताते हैं कि घर पर विसर्जन कैसे करें।
विसर्जन करने से पहले ध्यान रखें यह बात
आप जिस भी भगवान गणेश को विदा कर रहे हैं, उस दिन सबसे पहले की पूजा-अर्चना करना जरूरी है।इस दौरान आपको गणपति की सभी प्रिय चीजें उन्हें अर्पित करनी चाहिए। घर के सभी सदस्य इकट्ठा होकर गणेश जी की आरती करें, उन्हें फूल चढ़ाएं और भोग लगाएं।10 दिनों में सेवा में हुई भूल-चूक के लिए श्री गणेश जी से माफी मांग लें। इसके बाद विसर्जन से कुछ मिनट पहले, घर का कोई एक सदस्य गणेश जी की मूर्ति पकड़कर उसे थोड़ा-सा खिसकाए। इसका सिग्निफिकेंस यह है कि आप भगवान गणेश को बताते हैं कि अब उनकी विदाई का समय हो गया है।
ईको-फ्रेंडली गणेश का ऐसे करें विसर्जन
- पूजा विधि करने के बाद एक छोटे और साफ लाल कपड़े में थोड़ी-सी दाल और चावल बांध लें।
- इसे पोटली बनाकर गणेश जी के साथ रखें। अगर आपके घर में खुला एरिया है, तो उस एरिया में, नहीं तो बालकनी में एक बड़े टब में साफ पानी भर लें।
- अब श्री गणेश मंत्रों का जाप करते हुए धीरे-धीरे गणपति जी को उसमें विसर्जित करें। क्ले, पेपर पल्प, सीड्स, फिटकरी आदी से बनाई गई मूर्तियों को अच्छी तरह पानी में डिजॉल्व होने दें।
- जब मूर्ति डिजॉल्व हो जाए, तो उसे घर के प्लांटर में डाल सकते हैं।
अगर फिटकरी से बनाई गई है मूर्ति तो ऐसे करें विसर्जन
फिटकरी वाली गणेश की मूर्ति पर्यावरण के अनुकूल है और गणेश चतुर्थी उत्सव के लिए सबसे अच्छी और नए तरीकों में से एक है। फिटकरी सल्फेट पानी में घुलनशील होता है और वॉटर प्यूरीफायर का भी काम करता है।
- पूजा करने के बाद, एक टब या बाल्टी में साफ पानी डालें।
- गणेश जी की मूर्ति को इसमें धीरे-धीरे विसर्जित करें।
- मूर्ति को पूरी तरह से डिजॉल्व होने दें। जब मूर्ति डिजॉल्व हो जाए, तो आप इस साफ पानी का इस्तेमाल जैसे मर्जी चाहें वैसे करें।
सीड्स वाली मूर्ति का ऐसे करें विसर्जन
- आपको याद होगा, कुछ सालों पहले अभिनेत्री दीया मिर्जा ने ट्री गणेश को प्रमोट किया था। यह भी एक अच्छा तरीका है अपने पर्यावरण को बचाने का।
- पूजा करने के बाद, एक प्लांटर में अपने गणेश की मूर्ति को रखें।
- उसमें साफ पानी डालें, जब तक वह डिजॉल्व न हो जाए।
- आप देखेंगे कि मिट्टी जैसे डिजॉल्व होगी, उसमें से सीड्स अपने आप प्लांटर में दिखने लगेंगे।
- यह सीड्स अपने आप प्लांटर में सेट हो जाएंगे और कुछ दिनों में आपको एक खूबसूरत पौधा भी दिखेगा।
जब आप ईको-फ्रेंडली गणेश को घर पर विसर्जित करें, तो बस इतना ध्यान रखें कि भगवान गणेश की पूजा में तुलसी नहीं चढ़ती है। इसलिए उनके पानी को तुलसी के पौधे में नहीं डालना चाहिए।
ईको-फ्रेंडली गणपति लाने का मतलब है कि आप पर्यावरण को भी साफ और स्वच्छ रख रहे हैं। इससे आपकी श्रद्धा में भी कोई कमी नहीं आती और पर्यावरण को भी नुकसान नहीं पहुंचता है। हमें उम्मीद है आपको यह लेख पसंद आया होगा। इसे लाइक और शेयर करें और इस तरह के आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: freep & shutterstock
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