छोटे बच्चों के पास स्कूल में अच्छा परफॉर्मेंस, होमवर्क और परीक्षा में अच्छे मार्क्स लाने के अलावा और भी कई चुनौतियां होती हैं, जिसे कई बार बच्चे अपने पेरेंट्स से डिसकस नहीं कर पाते हैं। छोटे बच्चों के साथ ऐसा कुछ भी हो सकता है, जो उन्हें परेशान कर सकती है जैसे स्कूल में बच्चों या टीचर्स के द्वारा बुली होना। बुली होना किसी भी व्यक्ति या बच्चे के लिए बड़ी चुनौती हो सकती है।
जिस प्रकार होमवर्क,टेस्ट और परीक्षा बच्चों के भविष्य के लिए सकारात्मक चुनौतियाँ है। वहीं बुली होना किसी भी बच्चे के वर्तमान और भविष्य को बिगाड़ सकती है। ऐसे में पेरेंट्स का फर्ज है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि कहीं उनका बच्चा भी इन सभी चीजों से परेशान तो नहीं है। क्योंकि ये सारी चीजें बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालती है। ऐसे में इन तरीकों से अपने बच्चे की परेशानी दूर कर सकते हैं।
बच्चों से बात करें
बच्चों को जानने और उन्हें बेहतर समझने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है बातचीत। बात करके आप किसी भी समस्या का हल निकाल सकते हैं। इसलिए बच्चों के साथ ढेर सारा वक्त बिताएं और उनसे बातचीत कर उनका मनोबल बढ़ाएं ताकि वे बेहतर बनें।
पॉजिटिव रहना सिखाएं
बच्चों को पॉजिटिव रहना सिखाएं, कि कैसे चीजों को आपको पॉजिटिव तरीके से लेना है। टिचर के डांट या बच्चों के बुली को पॉजिटिव लेते हुए खुद में बदलाव कर कैसे खुद को बेहतर बनाना है। पॉजिटिव सोच से बच्चे करियर के अलावा अपने निजी जीवन में भी अच्छा कर सकते हैं।
करियर पर फोकस करना सिखाएं
आप अपने बच्चों को फालतू की बातें सोचने या उन चीजों से परेशान होने के बजाए उन्हें करियर पर फोकस करना सिखाएं। इसके अलावा उन्हें उनकी पसंद की चीजों को करने के लिए प्रेरित करें। ताकि वे मानसिक रूप से एकाग्र होकर बेहतर करें।
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एक्स्ट्रा करिकुलर चीजों का हिस्सा बनाएं
अपने बच्चों को लोगों की बेवजह और फालतू की बातों को इग्नोर करना सीखाएं। साथ ही उन्हें एक्स्ट्रा करिकुलर चीजों का हिस्सा बनाएं। जैसे अगर उन्हें पेंटिंग, डांसिंग, म्यूजिक या अन्य चीजें करना पसंद है तो उन चीजों में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करें। (मेंटल हेल्थ मिथ्स)
क्या जरूरी है और क्या नहीं इनमें फर्क करना सिखाएं
जरूरी और गैर जरूरी चीजों के बीच फर्क पता होना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आपके बच्चे को इन दोनों में फर्क पता है, तो वह दुसरों की फालतु बातों के बारे में नहीं सोचेगा और अपने काम में फोकस्ड रहेगा।
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दिए गए तरीकों को अपनाकर आप अपने बच्चे के मनोबल को बढ़ा सकते हैं। साथ ही उन्हें मानसिक रूप से मजबूत भी कर सकते हैं। अपने बच्चे को बुली होने से बचाने के लिए आपको उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहिए। इससे आप जान पाएंगे कि आपके बच्चे के लिए क्या सही है और क्या गलत। अगर स्थिति गंभीर है तो आपको अपने बच्चे के टीचर और प्रिंसिपल से बात करनी चाहिए।
हमें उम्मीद है ये टिप्स आपके काम आ सकती है। ये लेख अगर आपको पसंद आई हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें। ऐसे ही इंटरेस्टिंग आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
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