सालों पहले कुछ इस तरह हुई थी ट्रेन में टॉयलेट की शुरुआत, जानने के लिए पढ़ें

क्या आपने कभी सोचा है कि ट्रेन में टॉयलेट की शुरुआत कैसे हुई थी? जानिए इस आर्टिकल में। 

 
when railway started toilet facility in train

ट्रेन में यात्रा करने का भी अपना एक अलग ही मजा है। यात्रा करना तब और भी ज्यादा मजेदार हो जाता है जब सफर लंबा हो। वैसे ट्रेन में लंबा सफर करते वक्त सबसे जरूरी होता है टॉयलेट। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ट्रेन में टॉयलेट की शुरुआत कैसे हुई थी? दरअसल इसके पीछे की एक लंबी कहानी है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। आइए जानते हैं ट्रेन में टॉयलेट की शुरुआत कैसे हुई थी।

पहले ट्रेन में नहीं होते थें टॉयलेट

भारत में ट्रेन लाने का श्रेय अंग्रजों को दिया जाता है। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि रेलवे का इतिहास कितना पुराना है। लेकिन बहुत सालों तक रेलवे में टॉयलेट की सुविधा नहीं थी। पर फिर कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद हर ट्रेन में टॉयलेट बनने लगे।

एक यात्री ने लिखा था लेटर

letter for toilet facilite in train

सालों पहले टॉयलेट में सुविधा न होने की वजह से यात्रियों को बहुत परेशानी होती थी। ऐसे में ओखिल चंद्र सेन नाम के एक यात्री ने लेटर लिखकर यात्रियों की समस्या के बारे में बताया था। ओखिल चंद्र सेन ने 2 जुलाई 1909 को साहिबगंज रेल डिवीजन पश्चिम बंगाल को लेटर लिख टॉयलेट लिखने का अनुरोध किया था।

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जानिए लेटर में क्या लिखा था

दरअसल ओखिल चंद्र सेन को यात्रा के दौरान टॉयलेट ना होने की वजह से बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा था। ऐसे में उन्होंने प्रशासन को लेटर लिखा कि "मैं ट्रेन से अहमदपुर स्टेशन आया हूं और मेरा पेट दर्द की वजह से सूज गया है। मैं शौच करने के लिए किनारे पर भी बैठा लेकिन इतनी देर में गार्ड ने सीटी बजा दी। और ट्रेन चल पड़ी।"

उन्होंने आगे लिखा कि "टॉयलेट की सुविधा ना होने की वजह से मुझे एक हाथ में लोटा और दूसरी में धोती पकड़कर दौड़ना पड़ा। इस वजह से मैं गिर भी गया और साथ ही मुझे शर्मिंदा भी होना पड़ा। गार्ड मेरे लिए नहीं रुका जिस वजह से मुझे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। अनुरोध करता हूं कि उस गार्ड पर भारी जुर्माना लगाया जाए नहीं तो मैं इस बारे में अखबारों में बता दूंगा।"

भारत में ट्रेन की शुरुआत तो 1853 में ही हो गई थी। लेकिन बहुत सालों तक ट्रेन में टॉयलेट की सुविधा नहीं थी। आपको रेल में टॉयलेट आने की पीछे की कहानी के बारे में जानकर कैसा लगा? यह हमें इस आर्टिकल के कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा।

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Photo Credit: Jagran, daak.co.in

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