इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) केवल एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं है, बल्कि यह खेल, मनोरंजन और बिजनेस का एक बड़ा मंच है। इन दिनों क्रिकेट प्रेमियों पर IPL का खुमार चढ़ा हुआ है। खिलाड़ी मैदान पर अपना जलवा दिखा रहे हैं और फैंस अपनी फेवरेट टीमों को सपोर्ट करने के लिए स्टेडियम पहुंच रहे हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आईपीएल टीमों के फ्रेंचाइजी मालिक पैसा कैसे कमाते हैं और अगर उनकी टीम एक मैच हार जाती है, तो उन्हें कितना नुकसान होता है?
दरअसल IPL का बिजनेस मॉडल बहुत अलग है, जहां बड़ी-बड़ी कंपनियां करोड़ों रुपये खर्च करके टीम फ्रेंचाइजी खरीदती हैं। फिर नीलामी में लाखों-करोड़ रुपये देकर प्लेयर्स खरीदती हैं। Startuptalky वेबसाइट के अनुसार, IPL 2024 में Commercial Value $16.4 बिलियन था, जबकि इसका ब्रांड वैल्यू $3.4 बिलियन आंका गया। वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अनुसार, IPL 2023 ने इंडियन इकोनॉमी में $11.2 बिलियन का योगदान दिया और आईपीएल 2024 को 620 मिलियन से अधिक दर्शकों ने देखा, जो कुल मिलाकर 350 बिलियन मिनट का व्यूअरशिप रहा। ये आंकड़े बताते हैं कि IPL केवल खेल नहीं बल्कि ग्लैमर, शोबिज और बिजनेस का शानदार मेल है।
फ्रेंचाइजी की कमाई कैसे होती है?
IPL टीमों को BCCI के Contract Revenue Pool से 40-50% का हिस्सा मिलता है। 2024-27 के लिए यह रकम 48,000 करोड़ रुपये आंकी गई है, जिससे सभी फ्रैंचाइजियों को भारी मुनाफा होगा। इस लीग में जीतने वाली टीम को बीसीसीआई के मुनाफे से सबसे बड़ा हिस्सा मिलता है। Elara Capital का अनुमान है कि अगले पांच सालों में सभी आईपीएल टीमों के औसत राजस्व में दो गुना वृद्धि हो सकती है।
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आईपीएल टीमों की कमाई के सोर्स
IPL केवल एक टूर्नामेंट नहीं है बल्कि यह एक मल्टी-बिलियन डॉलर इंडस्ट्री भी है। हर टीम की अपनी कमाई के लिए अलग-अलग सोर्स होते हैं।
मीडिया राइट्स
IPL के मीडिया राइट्स करोड़ों में बेचे जाते हैं। BCCI इस कमाई का एक बड़ा हिस्सा सभी टीमों के बीच बांटती है। आमतौर पर, फ्रैंचाइजियों को टोटल रैवेन्यू का 40-50% हिस्सा मिलता है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
Sponsorships
स्पॉन्सशिप्स आईपीएल टीमों की सबसे बड़ी कमाई का सोर्स हैं। कई बड़ी कंपनियां टीम की जर्सी पर अपना LOGO लगाने, इन मैच विज्ञापन और सोशल मीडिया प्रमोशन के लिए मोटी रकम देती हैं। इसके अलावास, कुछ ब्रांड टाइटल स्पॉन्सर भी बनते हैं, जैसे- शुरुआत में DLF IPL का टाइटल स्पॉन्सर था।
टिकट सेल
टिकट सेल भी टीमों के लिए प्रमुख इनकम का जरिया है। बड़े स्टेडियमों में आयोजित मैचों में डायनामिक टिकट प्राइसिंग का उपयोग किया जाता है, जिससे टीमों को अधिक मुनाफा होता है। टिकट की कीमतें सैकड़ों रुपये से लेकर प्रीमियम सीटों के लिए लाखों रुपये तक हो सकती हैं। IPL टीमों को टिकट बिक्री से लगभग 80% तक का रेवेन्यू प्राप्त होता है।
मर्चेंडाइज(Merchandise Sales)
IPL टीम की जर्सी, कैप, टी-शर्ट और दूसरे प्रोडक्ट्स की बिक्री भी अच्छी कमाई का जरिया होती है। फैंस अपनी पसंदीदा टीम के गियर खरीदकर सपोर्ट जताते हैं, जिससे टीमों के एक्स्ट्रा रेवेन्यू मिलता है।
इनामी राशि(Prize Money)
IPL विजेता टीम को ट्रॉफी और बड़ी इनामी राशि मिलती है। हालांकि, यह रमक दूसरे सोर्स से छोटी होती है, लेकिन यह भी टीमों की कुल इनकम में योगदान देती है।
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IPL का एक मैच हारने से मालिकों को होने वाला नुकसान
IPL टीम बनाने से लेकर खिलाड़ियों को खरीदने, ब्रांडिंग और मैच आयोजन तक, हर चीज में बहुत खर्चा होता है। ऐसे में, अगर एक टीम कोई मैच हारती है, तो इसका सीधा असर उसके ब्रांड और उसके स्पॉन्सर्स पर पड़ता है।
टीम की ब्रांड वैल्यू पर असर
IPL में हर मैच जीतना जरूरी होता है, क्योंकि इससे टीम की ब्रांड इमेज मजबूत होती है। अगर कोई टीम लगातार हारती है, तो उसकी पॉपुलैरिटी घट सकती है। स्पॉन्सर और ब्रांड एंबेसडर आमतौर पर उन टीमों के साथ काम करना पसंद करते हैं जो अच्छा परफॉर्म कर रही होती है। हार का सीधा असर स्पॉन्सरशिप डील्स और ब्रांड प्रमोशन पर पड़ता है, जिससे टीम मालिकों को करोड़ों रुपये का नुकसान हो सकता है।
स्पॉन्सरशिप में गिरावट
स्पॉन्सरशिप आईपीएल टीमों की सबसे बड़ी कमाई का सोर्स होती है। अगर कोई टीम लगातार हार रही है, तो स्पॉन्सर्स अपनी पार्टनरशिप खत्म करने या रकम कम करने का फैसला कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर एक टीम 10-12 मैचों में से 6-7 मैच हार जाती है, तो उसे मिलने वाले स्पॉन्सरशिप पैसों में भारी कटौती हो सकती है। यह करोड़ों रुपये के नुकसान में तब्दील हो सकता है।
टिकट बिक्री में कमी
IPL में जीतने वाली टीमें ज्यादा फैंस को स्टेडियम तक लेकर आती हैं। अगर कोई टीम लगातार हारती है, तो उसके फैंस की संख्या घट सकती है। जिसकी वजह से टिकट सेल्स पर सीधा असर पड़ता है। हारने के कारण कम दर्शक स्टेडियम में आते हैं, जिससे टीम के मालिकों को हर मैच में 5-10 लाख रुपये तक का नुकसान हो सकता है।
Prize Money में कमी
IPL की इनामी राशि करोड़ों रुपये में होती है, जो विनर और रनर-अप टीमों को दी जाती है। अगर टीम IPL विनर बनती है, तो उसे 10-20 करोड़ रुपये तक की इनामी राशि मिल सकती है। अगर टीम लगातार हारती है और प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाती है, तो इस प्राइज मनी से वंचित रह सकती है।
FAQs
प्रश्न- आईपीएल 2025 में कुल कितने मैच खेले जाते हैं?
आईपीएल 2025 में कुल 74 मुकाबले खेले जाएंगे और यह टूर्नामेंट 65 दिनों तक चलेगा। इस सीजन में 12 डबल-हेडर मैच शामिल होंगे, यानी कुछ दिन ऐसे होंगे जब एक ही दिन दो मैच खेले जाएंगे। सभी मुकाबले भारत के 13 अलग-अलग शहरों में आयोजित किए जाएंगे।
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Image Credit - iplt20, jagran
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