इन दिनों टमाटर बहुत महंगे हो चुके हैं और हालत इतनी खराब है कि ग्रेवी बनाने के लिए दही और अमचूर का इस्तेमाल किया जाने लगा है। साल में दो-तीन बार तो ऐसा मौका आता ही है कि टमाटर महंगे हो जाते हैं। ऐसे में अगर घर के गार्डन में ही टमाटर का हेल्दी पौधा लगा हो, तो क्या बात है। अगर आपने घर पर टमाटर का पौधा लगा रखा है या लगाने की प्लानिंग में हैं, तो मैं आपको बता दूं कि पौधा लगाने से फल आने तक 3-5 महीने का समय लग सकता है।
कई लोगों की शिकायत होती है कि उनके घर में पौधा तो बहुत हेल्दी दिख रहा है, लेकिन फल नहीं आ रहे हैं। ऐसे में आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना होगा। हमने नोएडा सेक्टर 27 स्थित नर्सरी के माली कमलेश कुशवाहा से बात की। उन्होंने हमें टमाटर का पौधा उगाने के कुछ बहुत अच्छे ट्रिक्स बताए।
यह घर के गार्डन में, छत पर, बालकनी पर कहीं भी लगाया जा सकता है जहां उसे ठीक तरह से धूप और हवा मिल सके। टमाटर के पौधे को बहुत कड़ी धूप नहीं चाहिए होती है, लेकिन अगर इसे बिल्कुल भी धूप ना मिले तो यह बहुत खराब हो जाएगा और इसमें फल बिल्कुल नहीं आएंगे।
टमाटर का पौधा गमला, क्यारी और प्लास्टिक की बाल्टी में भी लगाया जा सकता है। कोई भी गमला ले रहे हैं उसे थोड़ा गहरा और चौड़ा होना चाहिए।
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30% वर्मी कम्पोस्ट, 5% नीम खली और बाकी गार्डन की मिट्टी का इस्तेमाल करना है। आप इसमें नीम खली ना मिलाना चाहें, तो भी कुछ मात्रा में फंगीसाइड जरूर मिलाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर के पौधे की जड़ों पर फंगस का अटैक सबसे ज्यादा होता है। ऐसे में आपको पौधा बचाने की शुरुआत मिट्टी से ही करनी होगी। अगर मिट्टी में फंगस लग गई, तो किसी भी हालत में आप पूरे पौधे को बचा नहीं पाएंगे।
टमाटर का पौधा आप नर्सरी से भी ला सकते हैं और फ्रिज में रखे हुए टमाटर के बीज से भी लगा सकते हैं। हालांकि, अगर बीज का इस्तेमाल कर रही हैं, तो उसे किसी और जगह पर जर्मिनेट करें और उसके 1-2 महीने बाद उसे किसी बड़े गमले में लगाएं। हालांकि, ज्यादा फ्रूट्स आएं उसके लिए आप मार्केट से फर्टिलाइज्ड टमाटर के बीज लें। ऐसा करने से टमाटर की पैदावार ज्यादा होगी।
वैसे तो नई वैरायटी का पौधा कभी भी लगाया जा सकता है, लेकिन देसी या खट्टे टमाटर चाहिए, तो जुलाई-अगस्त से लेकर फरवरी तक आप इसे लगा सकते हैं।
टमाटर के पौधे की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए इसे लीफ कर्ल से बचाने की जरूरत होती है। दरअसल, लीफ कर्ल एक ऐसी बीमारी है जिसमें कीड़ों और फंगस की वजह से टमाटर के पौधे की पत्तियां मुड़ने लगती हैं और इसकी ग्रोथ काफी कम हो जाती है। इससे बचने के लिए आप 1 ग्लास मठे या छाछ को 1 लीटर पानी में डाइल्यूट करें और इसका छिड़काव हर 15 दिन में टमाटर के पौधे पर करें। गार्डनिंग करते वक्त छाछ का इस्तेमाल काफी मददगार साबित हो सकता है।
टमाटर की कटिंग 20-30 दिन के बीच में कटिंग कर लेनी चाहिए। आपको बस सबसे ऊपर के एरिया को थोड़ा सा कट कर देना है। जैसे-जैसे ब्रांच उगती जाएं 20-30 दिनों के बीच में ऊपर से कटिंग करते रहें। इससे टमाटर की ग्रोथ होती रहेगी।
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टमाटर के पौधों को हमेशा सपोर्ट की जरूरत होती है इसलिए आप इन्हें सही तरह से किसी पतले बांस या फिर किसी डोरी की मदद से सपोर्ट दें। आप टमाटर के लिए सरसों की खली इस्तेमाल कर लें। टमाटर का पौधा लगाने के 25 दिन के बाद आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे ही 25-30 दिन के बीच में आप इसमें फर्टिलाइजर इस्तेमाल करें। आपको करना यह है कि सरसों की खली या मस्टर्ड केक को पानी में डाइल्यूट कर 1 दिन के लिए छोड़ देना है। इसके बाद इस पानी को पौधे में मिलाना है। यह कितना मिलाना है वह उस बात पर निर्भर करेगा कि आपका पौधा कितना बड़ा है। आप ऑर्गेनिक मस्टर्ड केक ही इस्तेमाल करें।
फूल निकलने के बाद आपको टमाटर में ठीक तरह से पानी देना चाहिए। हां, मिट्टी नम रहनी चाहिए, लेकिन बहुत गीला ना करें वर्ना फूल और पौधे की जड़ दोनों ही खराब हो जाएंगी।
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Image Credit: Freepik
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