14 साल की लड़की को जलाया, ब्लेड से काटा और किया टॉर्चर, हाउस हेल्प पर होने वाला अत्याचार आखिर चलेगा कब तक?

गुरुग्राम में एक ऐसा मामला सामने आया है जो आपको चौंका देगा? एक कपल ने 14 साल की लड़की को घर पर बंद करके रखा और टॉर्चर किया। 

Gurugram Couple arrested for abuse

हमारे देश की संस्कृति और सभ्यता की बहुत तारीफ की जाती है, लेकिन अगर देखा जाए तो अधिकतर लोग हमारी संस्कृति और सभ्यता छोड़िए अपनी इंसानियत को भी भूल जाते हैं। अपने से नीचे तबके के लोगों को किस तरह से हैंडल किया जाता है वो देखें तो पता चलेगा कि किस तरह से लोग परेशान करते हैं। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां गुरुग्राम के एक जोड़े ने अपनी मेड के साथ अमानवीय व्यवहार किया है।

इस जोड़े को गिरफ्तार कर लिया गया है और जिस तरह की हालत में उनकी हाउस हेल्प थी वो देखकर आपको शक होगा कि शायद ये लोग इंसान नहीं हो सकते हैं। किसी को टॉर्चर करने में किस तरह का मजा आता है ये मेरी समझ के तो परे है।

चिमटे से जलाया, ब्लेड से काटा और मारा-पीटा

जिस 14 साल की लड़की की बात यहां पर हो रही है वो गुरुग्राम की न्यू कॉलोनी के एक जोड़े के घर हाउस हेल्प थी। रिपोर्ट्स की मानें तो ये लड़की झारखंड से आती है।

उसे मनीश खट्टर और कमलजीत कौर अपनी नवजात बच्ची की केयर करने के लिए एक प्लेसमेंट एजेंसी से लेकर आए थे।

ये जोड़ा उसे काम ना करने के लिए भी टॉर्चर करता था, उसे कई दिनों तक खाना नहीं देता था, उसे गर्म चिमटों से जलाता था और लाठी से मारता था। उसे धारदार चीजों से काट भी देता था।

physical abuse from gurugram

पुलिस का ये मानना है कि लड़की के साथ कई दिनों तक सेक्सुअल हैरेसमेंट भी हुआ है। उसे खाना नहीं दिया जाता था तो उसे डस्टबिन से खाना उठाकर खाना पड़ता था। उसे एक स्थानीय एनजीओ द्वारा मदद मिली और पुलिस ने उसे छुड़वाया।

उसे कई महीनों से पैसे भी नहीं दिए गए थे और उस लड़की को जिस तरह से छुड़वाया गया वो भी बहुत गलत था।

टॉर्चर करने वाला जोड़ा हुआ गिरफ्तार

जिस जोड़े ने उस लड़की को टॉर्चर किया था वो अब गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन उनका कहना है कि उनकी 3.5 साल की बेटी है और उन्हें अपने किए का पछतावा है। हालांकि, देखा जाए तो ऐसे लोगों को पछतावा होता नहीं है।

इस जोड़े के खिलाफ धारा 323 (किसी को नुकसान पहुंचाना), धारा 342 (किसी को गलत तरीके से बंदी बनाकर रखना) के साथ बहुत सारे मामले दर्ज किए गए हैं। इसी के साथ, POCSO एक्ट के तहत भी इनपर कार्यवाही की जाएगी।

कमलजीत कौर पीआर फर्म में काम करती थी और उस पीआर फर्म से भी उसे निकाल दिया गया है।

हमेशा लाइमलाइट में आते हैं ऐसे ही मामले

कुछ दिनों पहले दिल्ली के पास नोएडा की क्लियो काउंटी सोसायटी में ऐसा ही एक मामला सामने आया था जिसमें एक महिला अपनी हाउस हेल्प को लिफ्ट से खींचते हुए ले जा रही थी।

उसे काम करने के लिए फोर्स किया जा रहा था।

आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जिसमें अपने घर काम करने वाली हाउस हेल्प के साथ बेरहमी की जाती है।

इसे जरूर पढ़ें- क्या होता है महिलाओं का खतना? ये रिवाज है या फिर बेरहमी का एक तरीका?

आखिर कब तक चलता रहेगा ये अत्याचार?

घर में अगर कोई काम कर रहा है तो वो नौकर है और उसके साथ हम कुछ भी कर सकते हैं ये क्यों समझा जाता है? बतौर समाज क्या हम ऐसे मोड़ पर आ गया हैं कि हम टॉर्चर को सही मानने लगे हैं। जिस जोड़े की बात यहां हो रही है वो खुद काम करता था और पढ़ा-लिखा था, लेकिन फिर भी अपनी मेड के साथ किस तरह का व्यवहार किया वो निंदनीय है। क्या स्कूल और कॉलेज के कोर्स में इंसानियत का पाठ भी पढ़ाया जाना चाहिए जिससे लोगों को ये पता चले कि उनके घर में काम करने वाला व्यक्ति इंसान है और उसके साथ मानवीय व्यवहार करना चाहिए?

ये भेदभाव आखिर कब तक चलता रहेगा? इसे लेकर अगर कड़े कानूनी कदम नहीं उठाए गए तो ये अत्याचार कभी भी बंद नहीं हो पाएगा। अगर लोग डरेंगे ही नहीं और उन्हें इसे लेकर सजा नहीं मिलेगी तो उनकी ये समझ नहीं आएगा कि असल मायने में ऐसी चीजों से किसी को तकलीफ होती है। ऐसे लोग इंसान नहीं हैवान ही कहे जा सकते हैं।

आपकी इस मामले में क्या राय है ये हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP