First Woman Actress In India: भारत का इतिहास कई मायनों में खास रहा है और समाज में जागरूकता पैदा करने के लिए महिलाओं का हमेशा से एक अहम योगदान रहा है, खासतौर पर हिंदी सिनेमा में। क्योंकि आज भारतीय सिनेमा में एक अभिनेत्री के बिना किसी फिल्म की कल्पना नहीं की जा सकती है। लेकिन क्या आपको पता है कि एक दौर था कि जब महिलाओं को फिल्मों में काम करना या फिर पर्दे पर महिलाओं का दिखना अच्छा नहीं समझा जाता था। इसलिए पुरुष ही फिल्मों में महिलाओं का किरदार निभाया करते थे।
लेकिन इसके बावजूद इस मिथ को तोड़कर दुर्गाबाई कामत ने इतिहास रचा दिया और पहली बार फिल्म में काम किया। हालांकि, कहा जाता है कि जब दुर्गाबाई कामत ने पहली बार फिल्मों में काम किया था, तो समाज ने उनको बेदखल कर दिया था। आइए जानते हैं कि दुर्गाबाई कामत की कहानी।
दुर्गाबाई कामत न सिर्फ भारत की बल्कि मराठी थिएटर की भी पहली अभिनेत्री थीं। इन्होंने फिल्मों में काम करने के बाद न सिर्फ समाज का नजरिया बदला बल्कि सिनेमा का रुख बदला। कहा जाता है कि इनका जन्म 1899 में हुआ था। हालांकि, इन्होंने 7वीं कक्षा तक अपनी पढ़ाई की और इसके बाद शादी कर ली। (जानें बॉलीवुड की इन पढ़ी-लिखी एक्ट्रेसेस के बारे में)
इसे ज़रूर पढ़ें-आज भी याद किए जाते हैं हिंदी सिनेमा के ये पुराने गीत, आप भी जानिए
इनके पति का नाम आनंद नानोस्कर था, जो मुंबई के जेजे स्कूल ऑफ आर्ट्स में इतिहास के शिक्षक थे। लेकिन कहा जाता है कि उनकी शादी अधिक समय तक नहीं चल पाई और दुर्गाबाई को अकेले अपनी बेटी की परवरिश की।
आज भारतीय सिनेमा में भले ही महिलाओं का दबदबा कायम है, लेकिन एक वक्त था जब महिलाओं को फिल्में करना मना था। उस वक्त महिलाओं को घर से बाहर निकलने में पाबंदियां थीं। साथ ही, महिलाओं को न नौकरी करने दिया जाता था न कोई कारोबार। (हिंदुस्तान की पहली महिला पायलट)
इसे ज़रूर पढ़ें-आरती प्रभाकर बन सकती हैं यूएस की टॉप साइंस एडवाइजर, जानिए इस मुकाम तक पहुंचने का सफर
लेकिन इन तमाम मुश्किलों के बाद भी दुर्गाबाई ने फिल्मी पर्दे पर साहस दिखाने का काम किया और समाज की सोच बदली। बता दें कि दुर्गाबाई कामत ने दादा साहेब फाल्के की फिल्म मोहिनी भस्मासुर में काम किया था।
फिल्म में काम करने बाद दुर्गाबाई कामत का समाज से बेदखल कर दिया था। साथ ही उनकी फिल्म का भी बहिष्कार किया था। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि दुर्गाबाई कामत का तलाक भी हो गया था और तलाक के बाद दुर्गाबाई एक सिंगल मदर बनीं। (भारत में पैदा नहीं हुई हैं ये बॉलीवुड एक्ट्रेस)
एक्ट्रेस ने अकेले अपनी बेटी को संभाला और समाज की प्रथाओं को तोड़ा। कहा जाता है कि इसके बाद दुर्गाबाई को कहीं काम नहीं मिला, तो मजबूरन उन्हें नौकरानी बनकर काम करना पड़ा।
उम्मीद है कि आपको ये जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- (@Wikipedia and Blog)
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।