कंटोला पौधा एक औषधीय पौधा है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसे गमले में भी आसानी से उगाया जा सकता है। ककोरा एक प्रकार की सब्जी है, जिसे कर्कोटकी, खेखसा, ककोड़ा भी कहते हैं। यह एक लतेदार पौधे का फल है, जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका, चीन और दक्षिण पूर्व एशिया में पाया जाता है। ककोरा का फल गोल या बेलनाकार आकार का होता है, जिसकी लंबाई लगभग 10 से 15 सेंटीमीटर होती है। ककोरा का फल कड़वा होता है, इसलिए इसे खाने से पहले उबालकर या भूनकर खाया जाता है।
1mg.com पर पतंजलि के आचार्य श्री बालकृष्ण बताते हैं कि इसका प्रयोग मस्तिष्क संबंधी बीमारियों, रक्तार्श या खूनी बवासीर, ग्रन्थि (Testitis) तथा मधुमेह (डायबिटीज) की चिकित्सा में किया जाता है। ककोरा एक पौष्टिक सब्जी है, जिसमें विटामिन, खनिज और अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं।
- डायबिटीज नियंत्रण: ककोरा में एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- पेट संबंधी समस्याओं में लाभदायक: ककोरा में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन क्रिया को सुचारू बनाने में मदद करता है। यह कब्ज, अपच, गैस और पेट दर्द जैसी समस्याओं में भी लाभदायक होता है।
- बालों के लिए लाभदायक: ककोरा में प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं। यह बालों का झड़ना कम करने में भी मदद करता है।
आचार्य श्री बालकृष्ण बताते हैं कि आज के असंतुलित जीवनशैली की देन है डायबिटीज जैसे रोग। इनको सही समय पर कंट्रोल नहीं करने पर यह कई बीमारियों का कारण बन सकता है। 1-2 ग्राम कर्कोटकी जड़ के चूर्ण का सेवन करने से मधुमेह या डायबिटीज में लाभ होता है।
ककोरा में ये पोषक तत्व पाए जाते हैं:
- विटामिन ए
- विटामिन सी
- विटामिन बी
- खनिज
- फाइबर
- प्रोटीन
कंटोला पौधे को लगाने के लिए इन सामग्री की आवश्यकता होगी:
- एक बड़ा गमला
- अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी
- कंटोला के बीज या पौधे
- पानी और खाद

गमला चुनते समय ध्यान रखें कि वह पर्याप्त बड़ा हो ताकि पौधे को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिले। मिट्टी को अच्छी तरह से भुरभुरा कर लें और उसमें कुछ खाद मिला दें।
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कंटोला के बीज को गमले में लगाने के लिए इन चरणों का पालन करें:
- गमले में मिट्टी भरें।
- मिट्टी में एक छेद बनाएं।
- छेद में बीज को रखें।
- बीज को मिट्टी से ढक दें।
- बीज को पानी दें।
कंटोला के पौधे को लगाने के लिए इन चरणों का पालन करें:
- गमले में मिट्टी भरें।
- मिट्टी में पौधे को लगाएं।
- पौधे को पानी दें।

कंटोला पौधे को लगाने के बाद देखभाल के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- पौधे को नियमित रूप से पानी दें।
- पौधे को धूप में रखें।
- पौधे को महीने में एक बार खाद दें।
कंटोला पौधा जल्दी बढ़ता है। कुछ ही महीनों में पौधा फल देने लगेगा। कंटोला के फल का सेवन करने से डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, कंटोला के फल का सेवन करने से शरीर में आयरन की मात्रा बढ़ती है।
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