आजकल हमारा लाइफस्टाइल इतना खराब हो गया है कि हम कई तरह की बीमारियों से घिरे रहते हैं। इसमें से डायबिटीज बेहद ही आम है। इस समस्या से आज लाखों लोग परेशान है।डायबिटीज आपके शरीर की इंसुलिन का उत्पादन या उपयोग करने की क्षमता को प्रभावित करता है। यह एक ऐसा हार्मोन है जो आपके शरीर को ग्लूकोज (चीनी) को एनर्जी में बदलने की अनुमति देता है।
जी हां, डायबिटीज एक ऐसी कंडीशन है जिसमें ब्लड में बहुत ज्यादा ग्लूकोज (एक प्रकार का शुगर) होता है। समय के साथ, हाई ब्लड शुगर का लेवल शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। लंबे समय में होने वाले प्रभावों में बड़ी (मैक्रोवास्कुलर) और छोटी (माइक्रोवैस्कुलर) ब्लड वेसल्स को नुकसान शामिल है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, किडनी, आंखों, मसूड़ों, पैरों और नर्वस के साथ समस्याएं हो सकती हैं।
आज हम आपको 3 ऐसी समस्याओं के बारे में बता रहे हैं जो लंबे समय तक डायबिटीज के कंट्रोल में न होने के कारण हो सकती हैं।आयुर्वेदिक डॉक्टर दीक्षा भावसार ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है।
1. कम उम्र में दिल की समस्याओं के कारण हार्ट अटैक (Heart Attack)
हार्ट अटैक अचानक से पड़ता है और आपको इसके बारे में जानकारी भी नहीं होती है। इसे कहते हैं साइलेंट हार्ट अटैक। यह किसी को भी हो सकता है, लेकिन डायबिटीज के कारण इसके होने की अधिक संभावना बनाता है। हो सकता है कि आपको कुछ भी महसूस न हो या यह हल्का महसूस हो, जैसे हार्टबर्न या अजीब दर्द। यह इतना मामूली लग सकता है कि आप इसे इग्नोर कर दें और सोचें कि यह सिर्फ बड़े होने की निशानी है।
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लेकिन हार्ट अटैक एक गंभीर समस्या है, चाहे आप में लक्षण हों या न हों। न केवल साइलेंट हार्ट अटैक, बल्कि डायबिटीज आपको ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल से भी ग्रस्त कर सकता है। यह आपके ब्लड शुगर को सामान्य रखना वास्तव में महत्वपूर्ण बनाता है।
2. क्रोनिक किडनी डिस्ऑर्डर्स (Chronic Kidney disorders)
क्रिएटिनिन टेस्ट एक उपाय है जो यह जानने में मदद करता है कि आपकी किडनी आपके ब्लड से अपशिष्ट को छानने का काम कितनी अच्छी तरह करती हैं। हेल्दी किडनी ब्लड से क्रिएटिनिन को फ़िल्टर करती हैं। क्रिएटिनिन आपके शरीर से यूरिन में अपशिष्ट प्रोडक्ट के रूप में बाहर निकलता है।
प्रत्येक किडनी लाखों छोटे फिल्टर से बनी होती है जिसे नेफ्रॉन कहा जाता है। समय के साथ, डायबिटीज में हाई ब्लड शुगर किडनी के साथ-साथ नेफ्रॉन में ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए वे उतनी अच्छी तरह से काम नहीं करते जितना उन्हें करना चाहिए। यह हाई क्रिएटिनिन की ओर जाता है। डायबिटीज से ग्रसित कई महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर भी हो जाता है, जो किडनी को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
3. रेटिनोपैथी (Retinopathy)
आपके ब्लड में बहुत अधिक चीनी रेटिना को पोषण देने वाली छोटी ब्लड वेसल्सस में रुकावट पैदा कर सकती है, जिससे ब्लड की आपूर्ति बंद हो जाती है। डायबिटिक रेटिनोपैथी में रेटिना में असामान्य ब्लड वेसल्स की वृद्धि शामिल है। जटिलताओं से आंखों की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं:
- विट्रियस हेमरेज (आंख में खून जमने का इलाज)
- रेटिना अलग होना
- ग्लूकोमा
- अंधापन
डायबिटीज को कंट्रोल करने के उपाय (Tips to Control Diabetes)
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डायबिटीज के कारण हार्ट और किडनी और आंखों के विकारों (रेटिनोपैथी) को रोकने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपका ब्लड शुगर सामान्य हो। अपने ब्लड शुगर को बैलेंस करने के लिए इन सुझावों का पालन करें:
- दिन में दो बार 1 चम्मच मेथी, 5 तुलसी के पत्ते और चुटकी भर दालचीनी और हल्दी से बनी हर्बल चाय लें।
- रोजाना सुबह 20 मिलीलीटर आंवला जूस पिएं।
- दिन की नींद, दही, मैदा, तले हुए और ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें।
- नियमित 1 घंटे का वर्कआउट (योग/चलना/साइकिल चलाना, आदि) जो भी आपके लिए काम करता है।
अगर आपको भी डायबिटीज है तो इसे कंट्रोल में रखने की कोशिश करें। उम्मीद है कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें, साथ ही कमेंट भी करें। हेल्थ से जुड़े ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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