herzindagi
how amrit is different from shahi snan

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के अमृत और शाही स्नान में क्या है अंतर?

जहां एक ओर 13 और 14 जनवरी को पौष पूर्णिमा एवं मकर संक्रांति के दिन शाही स्नान हुआ था वहीं, अभी 4 तिथियां शेष हैं जिनमें 29 जनवरी माघ अमावस्या, 3 फरवरी बसंत पंचमी, 12 फरवरी माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी महाशिवरात्रि शामिल हैं।
Editorial
Updated:- 2025-01-23, 15:30 IST

कुंभ में शाही स्नान का बहुत महत्व माना जाता है। इस साल प्रयागराज में 144 साल बाद महाकुंभ का आयोजन हुआ है। विशेष तिथियों पर शाही स्नान का मुहूर्त भी निकला है। जहां एक ओर 13 और 14 जनवरी को पौष पूर्णिमा एवं मकर संक्रांति के दिन शाही स्नान हुआ था वहीं, अभी 4 तिथियां शेष हैं जिनमें 29 जनवरी माघ अमावस्या, 3 फरवरी बसंत पंचमी, 12 फरवरी माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी महाशिवरात्रि शामिल हैं। इन तिथियों को महाकुंभ में शाही स्नान के लिए अत्यंत पुण्यकर माना जा रहा है।

महाकुंभ में शाही स्नान को लेकर ऐसा माना जाता है कि इन विशेष तिथियों पर जिस भी व्यक्ति ने शाही स्नान कर लिया उसके जीवन में सुख-समृद्धि और सौभाग्य का आगमन होता है एवं उस व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है। उसके पापों के कर्म फल से उसे छुटकारा मिलता है। शाही स्नान को लेकर एक ख़ास बात और भी है कि कुछ लोग इसे शाही कहते हैं तो कुछ अब इसे अमृत स्नान कहने लगे हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि शाही और अमृत स्नान में क्या अंतर है।

क्या होता है शाही स्नान?

kya amrit aur shahi snan ek hain

शाही स्नान, जिसका अर्थ है 'राजसी स्नान', 19वीं शताब्दी में पेशवाओं के शासनकाल के दौरान प्रारंभ हुआ था। 'शाही' एक उर्दू शब्द है, जिसका अर्थ है राजसी या शाही। इसे विशेष रूप से कुंभ मेले के दौरान उन दिनों के लिए उपयोग किया जाता है, जब भक्तों का विश्वास होता है कि पवित्र नदियों में स्नान करने से उनके पाप नष्ट हो जाते हैं और उन्हें आध्यात्मिक मुक्ति प्राप्त होती है।

यह भी पढ़ें: Maha Kumbh 2025: नागा साधुओं से कैसे अलग है अघोरियों की पूजा?

क्या होता है अमृत स्नान?

kya amrit aur shahi snan same hain

अमृत स्नान, जिसका अर्थ है 'अजर अमर स्नान', यह एक संस्कृत शब्द है जो पवित्रता और अमरता को प्रमुखता से दर्शाता है। 'अमृत' के बारे में शास्त्रों मेंन बताया गया है कि यह एक ऐसा दिव्य जला है जो शाश्वत जीवन प्रदान करता है। यह शब्द हिंदू धर्म में पानी की दिव्यता एवं शुद्धता को उजागर करता है और सनातनी मान्यताओं से गहरे रूप में लोगों को जोड़ने का काम करता है।

यह भी पढ़ें: इन 5 धार्मिक तरीकों से खुद को करें महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए तैयार

क्या शाही और और अमृत स्नान में अंतर?

kya amrit aur shahi snan alag hain

शाही और अमृत स्नान के बीच बहुत गहरा अंतर है जिसे सरल शब्दों में समझाएं तो महाकुंभ के दौरान पवित्र नदियों में किये जाने वाले स्नान को अगर हम शाही कहते हैं तो इसकी छवि सिर्फ राजसी स्नान के रूप में ही बनकर रह जाएगी लेकिन अमृत स्नान कहलाने पर इसका प्रभाव जीवन में सकारात्मक रूप से पढ़ेगा जिससे आध्यात्म में वृद्धि होगी और व्यक्ति की चेतना जागृत होगी।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

imagecredit: herzindagi 

यह विडियो भी देखें

Herzindagi video

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, [email protected] पर हमसे संपर्क करें।