Maha Kumbh 2025: नागा साधुओं से कैसे अलग है अघोरियों की पूजा?

नागा साधुओं और अघोरी बाबाओं के रहन-सहन से लेकर उनके खानपान तक में बहुत बड़ा अंतर होता है। विशेष तौर पर इन दोनों की पूजा पद्धति भी बहुत भिन्न है।
difference between puja of naga sadhu and aghori

महाकुंभ में संतों और साध्वियों से लेकर नागा साधुओं एवं अघोरियों तक के दर्शन होते हैं। जिन संतों या साध्वियों ने भगवा वस्त्र धारण किया हुआ है उन्हें पहचान पाना संभव है लेकिन नागाओं और अघोरियों के बीच के अंतर को बहुत कम ही लोग जानते हैं। नागा साधुओं और अघोरी बाबाओं के रहन-सहन से लेकर उनके खानपान तक में बहुत बड़ा अंतर होता है। विशेष तौर पर इन दोनों की पूजा पद्धति भी बहुत भिन्न है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर नागा साधुओं से कैसे अलग है अघोरियों की पूजा।

कैसे करते हैं नागा साधु पूजा? (Kaise Karte Hain Naga Sadhu Puja?)

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नागा साधु भगवान शिव के उपासक होते हैं। नागा साधु भगवान शिव की पूजा के दौरान उन्हें जल और बेलपत्र के अलावा भस्म अर्पित करते हैं।

नागा साधुओं में यह माना गया है की शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने के बाद ही वह उस भस्म को अपने शरीर पर लगाते हैं ताकि शिव ऊर्जा का संचार हो।

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नागा साधुओं की पूजा का प्रमुख भाग होता है उनका हठ योग और उनकी कठिन तपस्या। नागा साधु हिमालय में गुप्त रूप से एकांत वास करते हैं।

नागा साधुओं की पूजा पद्धति कहती है की शिव में लीन होकर शरीर का त्याग करते हुए शिव में ही विलीन हो जाना। ये सांसारिकता से दूर होते हैं।

कैसे करते हैं अघोरी पूजा? (Kaise Karte Hain Aghori Baba Puja?)

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अघोरी भी भगवान शिव की पूजा करते हैं, लेकिन इनकी सम्पूर्ण पूजा तांत्रिक विद्या पर आधारित होती है। अघोरी मान काली की भी पूजा करते हैं।

अघोरी की पूजा तीन चरणों पर आधारित होती है: शव साधना, शिव साधना और शमशान साधना। यह तीनों ही साधना बहुत घातक मानी जाती हैं।

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शव साधना के दौरान अघोरी शव की पूजा करते हैं और उसी शव के मांस को मदिरा के साथ भगवान शिव को भोग के रूप में अर्पित करते हैं।

वहीं, शिव साधना में अघोरी एक टांग पर शव पर खड़े होकर शिव जी का ध्यान करते हैं। शमशान साधना में शमशान में अघोरी तांत्रिक हवन करते हैं।

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आप भी इस लेख में दी गई जानाकरी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर अघोरियों की पूजा नागा साधुओं से कैसे अलग होती है।

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image credit: herzindagi

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