उर्दू, भारत में बोली जाने वाली 22 भाषाओं में से एक अपनी तहज़ीब और अदब के लिए मशहूर है। यह जुबान दिलों को जोड़ने का काम करती है और इसके शब्दों में एक कमाल की मिठास होती है। पहले इन शब्दों का इस्तेमाल सिर्फ शेरो-शायरी के साथ किस्से-कहानियां या फिर कानूनी कार्रवाई में ज्यादा किया जाता था, लेकिन अब इनका इस्तेमाल आम बोलचाल में भी बढ़ रहा है। उर्दू भाषा की तारीफ में कहा गया है कि यह दुनिया की सबसे मीठी और तहज़ीब वाली भाषा है। उर्दू जबान हिन्दुस्तानी भाषा या कहें कि हिन्द आर्य भाषा है। उर्दू है जबान-ए-इश्क, इसका अंदाज ही कुछ और है।
इंसान ने जब अल्फाज सीखे, तो ज़ुबान पैदा हुई। दुनिया भर में अनगिनत भाषाएं बोली जाती हैं, और भारत इस मामले में एक खास दर्जा रखता है। हमारी हजारों सालों की शानदार विरासत अनेक भाषाओं का फसाना सुनाती है। उर्दू ऐसी ही एक ऐतिहासिक भाषा है, जिसने सदियों से अपना सुनहरा सफर तय किया है।
कभी लश्करी ज़ुबान कही जाने वाली उर्दू की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक अवामी ज़ुबान है। यह जात, नस्ल और मजहब से परे दिलों की जुबान है। वली दक्कनी, मीर तक़ी मीर, मिर्जा गालिब, रघुपति सहाय, फिराक, बशीर बद्र, परवीन शाकिर, राहत इंदौरी, मंटो, इब्ने शफी, बादशाहों और फकीरों तक, सभी ने उर्दू को सींचा और अपनी कला और ख्यालों से इसे समृद्ध किया।
उर्दू न केवल हमें जिंदगी के तौर तरीके, तहजीब और सलीका सिखाती है, बल्कि इसकी मिठास और खूबसूरती ने इसे शायरों की जुबान के साथ-साथ मोहब्बतों की जुबान भी बना दिया है। चाहे इश्क का इजहार हो, या माशूक की बेवफाई हो, उर्दू हर जज्बे को ज़ुबान देती है। आइए, इसी कारवां में जानते हैं कुछ मशहूर उर्दू के अल्फाज।
उदाहरण: हिफाजत केवल तभी मुमकिन है, जब हम सभी एक साथ काम करें।
उदाहरण: दिल्ली शहर की हवा में मानो जहर घुल गया है, फिर भी आज मौसम की हालत बहुत अच्छी मालूम हो रही है।
उदाहरण: माफ़ी मांगने से बेहतर है कि अब उनसे इजाज़त ले ली जाए।
उदाहरण: छोटे से छोटा गुनाह करने से पहले उसके परिणामों के बारे में जरूर सोचना चाहिए।
उदाहरण: तारीफ किसी भी रूप में हो सकती है। मगर तरीका मायने रखता है।
उदाहरण: नजाकत लखनऊ जाकर मालूम हुई साहब, वहां कुछ लोग हैं जो आज भी चीनी धो कर पीते हैं।
उदाहरण: आज की महफिल केवल जमाल-ए-यार से रौशन है।
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उदाहरण: किसी महजबीं से आंख लड़ गई होती, हम यूं ही चांद का दीदार लेते।
उदाहरण: इंतजार करते समय अपने समय का सदुपयोग करना भी जरूरी है।
उदाहरण: मुझे यकीन है कि यह काम हो जाएगा।
उदाहरण: किसी को मजबूर करना कभी भी स्थायी समाधान नहीं होता है।
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उदाहरण: आपकी इमानदारी और वफादारी ही हमारे लिए सबसे बड़ा इनाम है।
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