हिंदू धर्म में सभी महीनों का विशेष महत्व है। वहीं इन महीनों में कुछ विशेष तिथियों में अलग तरीकों से पूजा पाठ करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि हिंदी महीनों की कुछ तिथियां ऐसी होती हैं जिनमें आपको अलग रूप में पूजा पाठ करना चाहिए। ऐसी ही हिंदी तिथियों में से एक है अमावस्या की तिथि। यह तिथि हर महीने में एक बार पड़ती है और पूरे साल में 12 अमावस्या तिथियां होती हैं। इन सभी अमावस्या तिथियों का अपना अलग महत्व है और इन सभी तिथियों में पितरों की शांति के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं।
हिन्दुओं में सभी महीनों में से प्रमुख है चैत्र का महीना। ऐसा माना जाता है कि इसी महीने में नए साल की शुरुआत होती है और इस महीने में पड़ने वाली अमावस्या तिथि का अपना अलग महत्व होता है। चैत्र अमावस्या को हिंदू धर्म में बहुत ही शुभ माना जाता है। इस अमावस्या तिथि में मुख्यतः दान-पुण्य करने और पवित्र नदी में स्नान करने को फलदायी माना जाता है। आइए जाने माने ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें इस बार चैत्र के महीने में कब पड़ेगी अमावस्या तिथि, इसका क्या महत्व है और इस दिन कौन से उपाय आपको पितृ दोष से मुक्ति दिला सकते हैं।
ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस साल चैत्र अमावस्या दो दिन पड़ रही है। 31 मार्च और 1 अप्रैल दोनों ही दिन अमावस्या तिथि पड़ने की वजह से दोनों दिन इसे मान्य माना जाएगा।
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पुराणों के अनुसार अमावस्या तिथि के दिन पवित्र स्नान करना विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन गंगा जैसी पवित्र नदी में डुबकी लगाने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि जो लोग नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं उन्हें भी इस दिन नहाने के पानी में थोड़ा गंगाजल (गंगाजल के ये 7 उपाय) मिलाकर स्नान करना चाहिए जिससे वो पाप से मुक्त हो सकें। इस दिन नदी में स्नान करने से मनोकामनाओं को पूर्ति भी होती है।
ऐसा माना जाता है कि मुख्य रूप से चैत्र अमावस्या के दिन ही कई दोषों से मुक्ति मिलती है। इन दोषों में से प्रमुख हैं पितृ दोष और कालसर्प दोष। ज्योतिष में इस दिन चांदी के नाग-नागिन की पूजा करने की सलाह दी जाती है। ऐसा कहा जाता है कि आप जिन नाग और नागिन की पूजा करें उन्हें किसी पवित्र नदी में प्रवाहित करें। इसके साथ ही अमावस्या के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना विशेष रूप से फलदायी माना जाता है।
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चैत्र अमावस्या के दिन आप यहां बताए कुछ ख़ास उपायों से पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व ज्योतिष से जुड़े इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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