बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को आज भी मेकर्स अपनी फिल्म में कास्ट करना चाहते हैं। यूं तो बिग बी ने अपने फिल्मी करियर में कई तरह के किरदार निभाए हैं, लेकिन यंग एज में ऑडियंस के बीच उनकी इमेज एक एंग्री यंग मैन की थी। इसके पीछे कारण था फिल्मों में उनका रोल। परदे पर उनके द्वारा बोले गए डॉयलॉग पर लोग जमकर तालियां बजाते थे। जब भी बिग बी की सुपरहिट मूवी का नाम लिया जाता है तो उसमें कालिया का जिक्र अवश्य होता है।
साल 1981 में रिलीज हुई इस फिल्म के डॉयलॉग लोग आज भी बोलना काफी पसंद करते हैं। खासतौर से वह लाइन जिसमें बिग बी बोलते हैं कि हम जहां खड़े होते हैं, लाइन वहीं से शुरू होती है यह डॉयलॉग लोगों का फेवरिट है। इस फिल्म के रिलीज होने के बाद अमिताभ बच्चन के एक्टिंग करियर को बहुत अधिक फायदा हुआ था। लेकिन क्या आपको पता है कि इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन मेकर्स की पहली पसंद नहीं थे। लेकिन उन्हें किस्मत से यह मूवी मिली थी। तो चलिए जानते हैं कि क्या था वो किस्सा-
ब्लॉकबस्टर हुई थी साबित
कालिया फिल्म 25 दिसम्बर 1981 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म की सफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह फिल्म उस साल की 8वीं हाइएस्ट ग्रोसिंग फिल्म बनी थी। इस फिल्म ने बहुत अच्छी कमाई की थी। फिल्म में अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में थे। लेकिन उनके अलावा प्राण, परवीन बॉबी, आशा पारेख, कादर खान और अमजद खान जैसे कलाकारों ने भी काफी बेहतरीन अभिनय किया था।
यह भी पढ़ें:OTT की ये 5 फिल्में समाज को दिखाती हैं आईना
अमिताभ नहीं थे पहली पसंद
इस फिल्म में अमिताभ बच्चन की डॉयलॉग डिलीवरी बेहद ही कमाल की थी। लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है कि इस फिल्म के लिए अमिताभ बच्चन पहली पसंद नहीं थे। उन्हें यह फिल्म किस्मत से ही मिली थी। दरअसल, मेकर्स इस फिल्म धर्मेन्द्र को कास्ट करना चाहते थे। चूंकि फिल्म के मुख्य किरदार कालिया के भीतर के गुस्से को परदे पर उतारना था, ऐसे में फिल्म के डायरेक्टर टीनू आनंद को लग रहा था कि इस रोल के लिए धर्मेन्द्र सही च्वॉइस होंगे। हालांकि, उस दौरान डेट्स के कारण धर्मेन्द्र यह फिल्म ना कर सके। इसके बाद, टीनू आनंद ने विनोद खन्ना को फिल्म में लेने का मन बनाया, लेकिन ओशो की शरण में जाने के कारण वह फिल्मी दुनिया से दूर थे। जिसके बाद टीनू आनंद ने यह तय कर लिया कि उनकी फिल्म के कालिया सिर्फ एंग्री यंग मैन यानी अमिताभ ही बनेंगे।
यह भी पढ़ें:तारक मेहता का उल्टा चश्मा शो को इन स्टार्स ने कहा अलविदा
यूं सुनाई कहानी
टीनू आनंद ने तो तय कर लिया था कि उनकी फिल्म के कालिया बिग बी ही बनेंगे। लेकिन उन दिनों अमिताभ भी काफी बिजी चल रहे थे। जिसके कारण वे टीनू आनंद की कहानी नहीं सुन पा रहे थे। बता दें कि टीनू आनंद सिर्फ फिल्म के डायरेक्टर ही नहीं थे, बल्कि फिल्म की कहानी भी उन्होंने ही लिखी थी। टीनू आनंद ने अपनी फिल्म की कहानी अमिताभ को सुनाने के लिए उनका काफी पीछा किया। लेकिन जब बात नहीं बनी तो वे एक दिन अमिताभ की फिल्म के सेट पर ही पहुंच गए। जब शूट खत्म हुआ तो टीनू ने अमिताभ को फिल्म की कहानी सुनाई। टीनू ने जिस विश्वास के साथ अमिताभ बच्चन को फिल्म की कहानी सुनाई थी, उससे अमिताभ बच्चन को यकीन हो गया था कि यह फिल्म हिट साबित होगी। अमिताभ ने फिल्म के लिए हां कह दी।
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- instagram
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों