जानें शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के पास दीपक जलाने का शुभ समय

अगर आप पीपल के वृक्ष में शनिवार के दिन दीपक जलाती हैं तो आपको इसका सही समय और इससे जुड़े कुछ नियमों के बारे में जरूर जान लेना चाहिए। 

lighting deeya at peepal tree benefits

सदियों से पीपल के पेड़ की पूजा का प्रचलन चला आ रहा है। हिंदू धर्म में सबसे पवित्र पेड़ों में से एक के रूप में इसकी पूजा की जाती है और इसमें जल चढ़ाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस पेड़ में नियम पूर्वक जल चढाने और इसमें शनिवार के दिन दीपक जलाने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।

मुख्य रूप से शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष की पूजा से शनि की साढ़े साती से जल्द ही मुक्ति मिलती है। ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति इस पेड़ की पूजा करता है और इसमें सही समय का ध्यान रखते हुए पूजा करता है तो उसे कई कष्टों से मुक्ति मिलती है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इस पेड़ में दीपक जलाने का एक निश्चित समय है जिसे बहुत शुभ माना जाता है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया जी से जानें कि पीपल में दीपक जलाने का सबसे शुभ समय क्या माना जाता है।

पीपल के वृक्ष में दीपक जलाने का सबसे शुभ समय

light deepak on peepal tree

यदि आप नियमित रूप से पीपल में दीपक जलती हैं तो प्रातः काल 7 बजे से 10 बजे तक का समय शुभ माना जाता है। वहीं शाम के समय 5 से 7 बजे तक दीपक जलाना शुभ माना जाता है।

कभी भी पीपल के वृक्ष में बहुत रात यानि 9 बजे के बाद और सुबह 10 बजे के बाद दीपक न जलाएं। यह समय पीपल की पूजा के लिए शुभ नहीं माना जाता है। वैसे आप यदि प्रातः काल पीपल में जल चढ़ाएं और शाम के समय इसके पास दीपक जलाएं तो ज्यादा शुभ हो सकता है।

पीपल को क्यों माना जाता है सबसे पवित्र

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ऐसा माना जाता है कि भगवद गीता में श्री कृष्ण कहते हैं कि वो पेड़ों में पीपल हैं। इसी वजह से ऐसा कहा जाता है कि इस वृक्ष में भगवान कृष्ण का वास होता है। ज्योतिष में इस वृक्ष को अच्छे स्वास्थ्य, भाग्य, संतानोत्पत्ति और ज्ञान लाने वाला माना जाता है।

इस वृक्ष में दीपक जलाने और जल चढ़ाने से शनि दोषों से मुक्ति मिलती है और आपकी कुंडली से भी सभी दोष दूर हो जाते हैं। इसमें दीपक जलाने से राशिफल से जुड़ी कोई बड़ी समस्या भी दूर हो सकती है। मंगल दोष, नवग्रह बाधा, शनि की साढ़ेसाती, राहु और केतु की खराब दशा से भी आपको पीपल में जल चढ़ाने से मुक्ति मिलती है।

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पीपल के वृक्ष में दीपक जलाने के नियम

शनिवार के दिन पीपल में दीपक जलाते समय ध्यान रखें कि आप स्नान आदि से मुक्त होकर ही इसे जलाएं। आप सही समय का धुंआ रखते हुए दीपक जलाएं। इसका मतलब यह है कि आपको भूलकर भी दोपहर में दीपक प्रज्वलित नहीं करना चाहिए। इससे आपको नुकसान हो सकता है। पीपल में हमेशा सरसों के तेल या घी का दीपकजलाएं। इससे आपके ऊपर सदैव कृपा दृष्टि बनी रहेगी।

पीपल में दीपक जलाने का महत्व

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हिंदुओं धर्म में मान्यता है कि शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु अपनी पत्नी माता लक्ष्मी के साथ इस वृक्ष पर निवास करते हैं। हिंदू धर्म में इस मान्यता के कारण लोग हर शनिवार को इस पेड़ की जड़ों में पानी डालना शुभ माना जाता हैं।

ऐसा कहा जाता है कि पीपल में त्रिदेव यानी कि भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु का वास होता है इसलिए इसे सबसे पवित्र पेड़ माना जाता है और इसकी पूजा से तीनों देवों की पूजा के बराबर फल मिलता है। एक मान्यता के अनुसार पीपल के वृक्ष (घर में पीपल उग जाए तो क्या करें)के पास ही भगवान विष्णु का अवतरण हुआ था इसलिए इस वृक्ष को विष्णु जी के प्रिय वृक्ष के रूप में पूजा जाता है।

अगर आप पीपल के वृक्ष में नियम पूर्वक सही समय और शुभ दिन के अनुसार जल चढ़ाती हैं और दीपक जलाती हैं तो आपको त्रिदेव की विशेष कृपा मिलती है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।

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Images: Freepik.com

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