Sukoon or Barkat ki Dua for Muharram 2025: मुहर्रम की रातों में पढ़ें बरकत और सुकून की ये दुआएं..मिलेंगी रहमत, बख्शीश और बरकत

यही वह महीना है जिसमें इमाम हुसैन और उनके साथियों ने हक की खातिर अपनी जानों की कुर्बानी दी, लेकिन ज़ुल्म के आगे सर नहीं झुकाया। मुहर्रम की रातें सिर्फ तारीखों की गिनती नहीं हैं..क्योंकि यह रूह का सुकून है। 
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इस्लामी कैलेंडर में पहला महीना मुहर्रम का है। यह बहुत ही पाक महीना होता है, जो सब्र, कुर्बानी और ईमानदारी की मिसाल है। यही वह महीना है जिसमें इमाम हुसैन और उनके साथियों ने हक की खातिर अपनी जानों की कुर्बानी दी, लेकिन ज़ुल्म के आगे सर नहीं झुकाया। मुहर्रम की रातें सिर्फ तारीखों की गिनती नहीं हैं..क्योंकि यह रूह का सुकून है।
यह महीना तौबा का होता है, जिसमें ढेर सारी दुआएं मांगी जाती हैं खासकर जब आप दिल से, आंखों में आंसू और जुबां पर यकीन के साथ अल्लाह को पुकारते हैं, तो वो खुद फरमाता है कि मैं तेरे बहुत करीब हूं, तू पुकार तो सही मुझे मेरे बंदे।
इन पाक रातों में जब पूरा माहौल सुकून और इबादत से भरा होता है, तब पढ़ी गई दुआएं दिल तक असर करती हैं।चाहे आप गुनाहों की माफी मांग रहे हों, रिज्क की बरकत की दुआ कर रहे हों।
यह वक्त है अपने गुनाहों को याद करने का, उन्हें छोड़ने का और अल्लाह से माफी, रहमत और हिदायत मांगने का। इसलिए आप कसरत से दुआ पढ़ें, क्योंकि यही वो लम्हा है जब दरवाजे खुल दिए जाते हैं और रहमतें बरसने को तैयार हो जाती है।

तौबा की दुआ (Tauba ki Dua)

मुहर्रम की रातें तौबा के लिए बेहतरीन मानी जाती हैं। आप दिल से दुआ करें, क्योंकि दिल से मांगी गई माफी अल्लाह कभी ठुकराता नहीं। आप नीचे बताई गई दुआ को पढ़ सकती हैं, जिसे रात में सोने से पहले या जब दिल टूट कर माफी मांगना चाहे..तब पढ़ी जा सकती है।

Dua for sleeping

क्या है दुआ?

اللهم اغفر لي ذنبي كله، دقه وجله، وأوله وآخره، وعلانيته وسره
Allahumma ighfir li dhanbi kullah, diqqahu wa jillah, wa awwalahu wa akhirahu, wa ‘alaaniyatahu wa sirrahu

दुआ का मतलब

ऐ अल्लाह! मेरे सभी गुनाह माफ कर दे...छोटे और बड़े, पहले और बाद के, जो जाहिर हैं और जो छिपे हुए हैं।

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बरकत की दुआ (Barkat ki Dua)

यह दुआ बरकत के लिए काम आती है। आप इस दुआ को रोज पढ़ सकती हैं, ताकि सेहत, पैसों, मोहब्बत या सुकून में बरकत मिल पाए। आप इस दुआ को हर नमाज के बाद पढ़ सकती हैं, लेकिन बेहतर होगा की आप सुबह इस दुआ को पढ़ें।

क्या है दुआ?

اللهم بارك لي في رزقي، وصحتي، وأهلي، ووقتي
Allahumma baarik li fi rizqi, wa sihhati, wa ahli, wa waqti

दुआ का मतलब

ऐ अल्लाह! मेरी रोजी, मेरी सेहत, मेरे परिवार और मेरे समय में बरकत अता फरमा।

दिल के सुकून की दुआ (Sukoon ki Dua)

अगर आपको बेचैनी होती है, तो आप इस दुआ को कसरत से पढ़ सकती हैं। यह दुआ बेचैन दिलों को सुकून देने का काम करती है। अगर आपको कोई बात बेचैन कर रही है, तो नीचे दी गई दुआ को पढ़ें।

What-is-Muharram-in-Islam

क्या है दुआ?

اللهم اجعل قلبي مطمئنًا بذكرك، وصدري واسعًا بحبك
Allahumma aj‘al qalbi mutma'innan bi dhikrik, wa sadri waasi‘an bi hubbik

दुआ का मतलब

ऐ अल्लाह! मेरे दिल को अपने जिक्र से सुकून दे दे, और मेरे सीने को अपने प्यार से खुला और फराग दिल बना दे।

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  • अपनी जुबान की बजाय दिल की जुबान से दुआ करें, ताकि अल्लाह आपकी जल्दी सुने।
  • आप 10 और 11 मुहर्रम का रोजा रख सकती हैं, क्योंकि इसका बहुत सवाब माना जाता है।

इन रातों को इबादत, तौबा और दुआओं से भर देना न सिर्फ रूह को सुकून देता है, बल्कि अल्लाह की रहमत और बख्शीश भी हासिल होती है। अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

Image Credit- (@Freepik and shutterstock)

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FAQ

  • मुसलमान मुहर्रम में कितने दिन का शोक मनाते हैं?

    मुहर्रम के पहले दस दिनों के दौरान होते हैं, जो दसवें दिन शिया शहरों में जुलूसों के साथ खत्म हो जाता है।