हमारे देश में ऐसे कई स्कूल हैं जहां पर हजारों की संख्या में स्टूडेंट पढ़ते हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे स्कूल के बारे में बताएंगे जो दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल है। यह स्कूल लखनऊ में स्थित है और इस स्कूल का नाम सिटी मोंटेसरी स्कूल है। चलिए इस स्कूल के बारे में आपको कुछ खास बातें आपको बताते हैं।
कब बना था यह स्कूल?
साल 1959 में सिटी मोंटेसरी स्कूल में सिर्फ 5 स्टूडेंट्स पढ़ते थे। इस स्कूल के फाउंडर डॉ. जगदीश गांधी और डॉ. भारती गांधी ने केवल 300 रुपये से इस स्कूल की शुरुआत की थी और आज इस स्कूल में लगभग 58,000 स्टूडेंट्स पढ़ रहे हैं।
कितना बड़ा है स्कूल?
इस स्कूल के 20 कैंपस हैं और 1000 क्लास हैं। हर एक कैंपस में बने हुए हैं। सिर्फ यही नहीं स्कूल में शिक्षकों की संख्या लगभग 4000 है और लगभग 4500 कर्मचारी स्कूल में काम भी करते हैं। साल 2019 में इस स्कूल के छात्रों की 58,000 संख्या के मामले में इसे दुनया का सबसे बड़ा स्कूल मानते हुए इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था। इतना ही नहीं, यह स्कूल यूनेस्को से भी अवार्ड प्राप्त कर चुका है।इसे जरूर पढ़ें-दिल्ली के स्कूल में करवाना चाहती हैं अपने बच्चे का एडमिशन तो इन डॉक्यूमेंट्स को कर लें चेक
स्कूल को मिला है यूनेस्को प्राइज फॉर पीस
साल 2002 में सीएमएस को 'यूनेस्को प्राइज फॉर पीस' अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है। सीएमएस आईसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और इसमें बच्चे की उम्र के हिसाब से प्ले ग्रुप और प्री-प्राइमरी स्कूल में एडमिशन दिया जाता है। सिर्फ यही नहीं, सितंबर 2015 में एजुकेशनल वर्ल्ड पत्रिका द्वारा भारत में इस स्कूल को प्रथम स्थान दिया गया था।
स्मार्ट क्लासेज और शिक्षण कार्यक्रम से सिटी मोंटेसरी स्कूल ने शिक्षा को बेहतर तरह से बच्चों तक पहुंचाया है। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो, तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit- twitter
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