राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा। इस राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 16 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। राष्ट्रीय महिला आयोग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश भर से पूरे साल में महिलाओं के खिलाफ अपराध की 28,811 शिकायतें मिलीं। इसमें 50 फीसदी से ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश राज्य से आए हैं। आंकड़े हैरान कर देने वाली हैं, क्योंकि आयोग में ये शिकायत 'गरिमा के अधिकार' (Right to dignity) कैटेगरी के अंतर्गत दर्ज किया गया है। साथ ही जानते हैं क्या है इस मामले पर क्या है लोगों की राय
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किन पांच राज्यों में सबसे महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा हुए अपराध
इसके बाद दूसरे नंबर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 2,411 मामले दर्ज किए गए। इन दोनों राज्यों के बाद महाराष्ट्र में 1,343, बिहार में 1,312 और मध्य प्रदेश में 1,165 इतने मामले दर्ज किए गए हैं। साल 2023 के 12 महीने बाद जारी किए गए इस रिपोर्ट में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध में दहेज उत्पीड़न और दुष्कर्म जैसे अपराध दर्ज किए गए हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग की यह रिपोर्ट महिलाओं के प्रति पुलिस की उदासीनता दिखाती है।
राष्ट्रीय महिला आयोग के इस रिपोर्ट में कितने मामले हैं दर्ज
आंकड़ों के मुताबिक देश भर में यौन उत्पीड़न के 805 मामले, साइबर अपराध के 605 मामले, पीछा करने की 472 मामले और सम्मान से जुड़े अपराध के खिलाफ 409 शिकायतें दर्ज कराई गईं। NCW के आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बलात्कार के मामले भी शामिल हैं। साल 2023 में बलात्कार और बलात्कार के प्रयास के 1,537 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद गरिमा के अधिकार के तहत 8,540, घरेलू हिंसा के 6,274, दहेज उत्पीड़न के 4,797, छेड़छाड़ के 2,349,और महिलाओं के प्रति पुलिस की उदासीनता के 1,618 मामले दर्ज किए गए।
साल 2023 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले 2022 की तुलना में कम हुए हैं। 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 30,864 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या घटकर 28,278 हो गई। यह एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।वहीं, साल 2022 के बाद से शिकायतों की संख्या में कमी देखी गई है, जब 30,864 शिकायतें प्राप्त हुई थी, जो 2014 के बाद से सर्वाधिक आंकड़ा था।
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हाल ही में आए NCRB रिपोर्ट के हिसाब से महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले
NCRB यानी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के तरफ से 2022 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में महिलाओं के खिलाफ दर्ज किए गए बलात्कार के मामलों की संख्या में लगातार बढ़ रही है। क्योंकि 2022 में 4,45,256 मामले दर्ज किए गए, जो हर घंटे लगभग 51 एफआईआर के बराबर है। साल 2021 में 4,28,278 से गंभीर स्तर पर हुए वृद्धि को उजागर करता है।
प्रति एक लाख आबादी पर महिलाओं के खिलाफ अपराधों की दर 66.4 प्रतिशत है, जबकि ऐसे मामलों में आरोप लगाने के बाद एफआईआर दायर किया गया है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये आंकड़े केवल दर्ज किए गए मामलों का प्रतिनिधित्व करते हैं और वास्तविक संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है।
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