आकर्षण एक बहुत ही महत्वपूर्ण है और किसी इंसान का किसी अन्य इंसान के प्रति आकर्षित होना आम बात है। हम किसकी ओर आकर्षित होते हैं उससे निर्भर करता है कि हमारी सेक्सुएलिटी क्या है। हम किसी एक ही जेंडर की तरफ आकर्षित हो सकते हैं, किसी अन्य जेंडर की तरफ आकर्षित हो सकते हैं, सेक्सुअल ओरिएंटेशन में बदलाव हो सकता है। वैसे तो लगभग 16 तरह के सेक्सुअल ओरिएंटेशन हो सकते हैं, लेकिन कई बार लोग इसे लेकर कन्फ्यूज हो जाते हैं।
आज हम आपको 9 अलग तरह की सेक्सुएलिटी के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि ये क्या हैं?
1. पैन सेक्सुअल (Pansexual)
पैन सेक्सुअल एक ऐसी सेक्सुअल ओरिएंटेशन है जो सबसे ज्यादा जेंडर फ्लूइड मानी जा सकती है। इसका मतलब है कि एक इंसान ना सिर्फ किसी अन्य जेंडर के इंसान से सेक्सुअली अट्रैक्ट फील कर सकता है बल्कि ट्रांसजेंडर, ट्रांससेक्सुअल, एंड्रोजेनियस और जेंडर फ्लूइड लोगों से अट्रैक्ट हो सकते हैं।
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2. डेमी सेक्सुअल (Demisexual)
'डेमी' का मतलब है। ऐसे ही डेमीसेक्सुअल का मतलब है सेक्सुअल और एसेक्सुअल के बीच की सेक्सुएलिटी। जिसमें एक इंसान तभी सेक्सुअली इन्वॉल्व हो सकता है। पर अगर वो साथ में इमोशनल बॉन्डिंग फील नहीं करता है तो वो इंसान कभी किसी से सेक्सुअल अट्रैक्शन फील नहीं कर पाएगा।
3. एसेक्सुअल (Asexual)
इसे एक अम्ब्रेला टर्म कहा जा सकता है जिसमें हमेशा आकर्षण हो ये जरूरी नहीं है और सेक्सुअल अट्रैक्शन तो बिल्कुल भी नहीं होता है। LGBTQIA Resource Center के मुताबिक ये एक तरह का स्पेक्ट्रम होता है और किसी भी तरह का अट्रैक्शन उस इंसान के लिए मुश्किल होता है। कई लोग भावनात्मक तौर पर थोड़ा सा जुड़ सकते हैं, लेकिन उसके अलावा कुछ नहीं कर पाते हैं।(महिलाओं का जेंडर डिस्क्रिमिनेशन)
4. बाइसेक्सुअल (Bisexual)
एक इंसान जो दोनों जेंडर की तरफ आकर्षित हो सकता है उसे बाइसेक्सुअल कहते हैं। वो इंसान अपने जेंडर के साथ-साथ अपोजिट जेंडर की तरफ भी आकर्षित होता है। कई लोग पैन सेक्सुअल और बाईसेक्सुअल के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं।
5. हेट्रोसेक्सुअल (Heterosexuality)
ये वो लोग होते हैं जो अपने ही जेंडर की तरफ आकर्षित होते हैं और उन्हें स्ट्रेट कहा जाता है। ये हमेशा अपोजिट जेंडर के लोगों की तरफ ही सेक्सुअली अट्रैक्ट होते हैं। इनका अपना जेंडर डेफिनेशन बस इतना सा ही होता है।
6. होमोसेक्सुअल (Homosexuality)
ये वो लोग होते हैं जो भावनात्मक तौर पर और शारीरिक तौर पर अपने ही जेंडर के लोगों की तरफ आकर्षित होते हैं। वैसे इस टर्म को अब आउडेटेड और नेगेटिव माना जाता है। इसकी जगह गे और लेस्बियन जैसे टर्म्स ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
7. क्वीर (Queer)
सभी लोग जो LGBTQIA+ कैटेगरी में आते हैं उन्हें भी क्वीर कहा जाता है। इस टर्म को अब काफी ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है और इसे बहुत ही सम्मानजनक माना जाने लगा है।
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8. ग्रे-ए (Gray-A)
ग्रे-ए का मतलब है सेक्सुएलिटी और एसेक्सुएलिटी के बीच का कोई एरिया। ऐसे लोग जो इन दोनों सेक्सुएलिटी के बीच में आते हैं जिन्हें सेक्सुअल आकर्षण के लिए एक खास तरह के माहौल और हालात की जरूरत होती है उसे सेक्सुअल डिजायर अन्य मामलों में नहीं होती है।(सेक्सुएलिटी के बारे में फैक्ट्स)
9. ऑटो सेक्सुअल (AutoSexual)
ये वो लोग होते हैं जो खुद को देखकर ही आकर्षित होते हैं। ये खुद को आईने में देखकर सेक्सुअली अट्रैक्ट हो सकते हैं। इस तरह के लोग अपनी ही कल्पना करते हैं।
सेक्सुएलिटी के बारे में ये जानकारी आपको कैसी लगी ये हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: Freepik
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