होटल्स और रेस्तरां में ग्राहकों को ऐसी सर्विस देने का वादा किया जाता है, जो उन्हें खुश और संतुष्ट करके भेजे। हर होटल की यह पॉलिसी होती है कि उनके ग्राहक उनके लिए सबसे ऊपर हैं। अगर ग्राहक खुश नहीं है, तो उसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। अब सोचिए एक ऐसी जगह हो जहां आपने ऑर्डर कुछ किया, लेकिन हर बार मिले अलग मेन्यू। आपको कितना गुस्सा आएगा और आपकी शिकायत पर उस कर्मचारी को निकाला जा सकता है।
मगर क्या आपको पता है कि टोक्यो जापान का एक ऐसा रेस्टोरेंट वर्ल्ड फेमस हो गया है, जहां लोग खराब सर्विस पाकर भी खुश होते हैं। इस रेस्तरां में आप डंपलिंग्स ऑर्डर करें, तो मिसो सूप मिलता है। आप सुशी मांगे और आपको ग्रिल्ड फिश मिल जाएगी। हो सकता है आपको अपने ऑर्डर के लिए घंटों इंतजार करना पड़े और फिर पता चले कि आपका ऑर्डर तो लिया ही नहीं गया। क्या हुआ यह सब सुनकर आप खीझ गए न? सोच रहे हैं कि ऐसी जगह कौन जाना चाहेगा? मगर ऐसी जगह है जहां इस सबके बाद भी भीड़ लगी रहती है।
दरअसल, टोक्यो के इस रेस्टोरेंट का नाम 'रेस्टोरेंट ऑफ मिस्टेकन ऑर्डर्स' है। यह खास डेमेंशिया से पीड़ित लोगों के लिए बनाया गया है। चलिए आज आपको इस रेस्तरां की खासियत विस्तार से बताएं।
रेस्टोरेंट ऑफ मिस्टेकन ऑर्डर्स
टोक्यो के सबर्ब सेंगवा में एक 12 सीट कैफे है, जिसका नाम 'रेस्टोरेंट ऑफ मिस्टेकन ऑर्डर्स' है। यह रेस्तरां महीने में एक बार सर्वर के रूप में काम करने के लिए डेमेंशिया से पीड़ित बुजुर्ग लोगों को काम पर रखता है। कैफे के एक पूर्व मालिक के माता-पिता भी इस बीमारी से पीड़ित थे, इसलिए नए मालिक ने उन्हें एक जगह दी ताकि वे अपना कैफे आराम से चला सकें। इस रेस्तरां के आयोजक अब क्षेत्र में डेमेंशिया से पीड़ित लोगों इस जगह से जोड़ने के लिए स्थानीय सरकार के साथ काम करते हैं। यह एक सुरक्षित स्थान है जहां डेमेंशिया के पेशेंट नए लोगों के साथ बातचीत कर सकते हैं और उनके साथ घुलते-मिलते हैं।
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जापानी टेलीविजन निर्देशक शिरो ओगुनि ने चाहते थे कि वे लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरुक कर सकें, लेकिन वह एक मजेदार तरीका आजमाना चाहते थे। उन्हें इसका आइडिया तब आया जब एक नर्सिंग होम में उन्हें बर्गर की जगह डंपलिंग्स दिए गए। वह इसे वापस करने वाले थे, लेकिन उन्हें एहसास हुआ कि इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ और वह सर्वर को दुखी नहीं करना चाहते थे। बस इसके बाद उन्होंने इस कंपनी और रेस्टोरेंट की स्थापना की।
कैसे होता है रेस्टोरेंट में काम
यदि आप रेस्तरां की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएंगे, तो आप देखेंगे उन्होंने बड़ा फनी और शानदार मैसेज अपने ग्राहकों के लिए लिखा है। वे लिखते हैं, "आप सोच रहे हैं होंगे कि यह अजीब है। एक ऐसा रेस्तरां जो आपका सही ऑर्डर भी नहीं ले सकता। हमारे सभी सर्वर वे हैं, जो डेमेंशिया के मरीज हैं या उनके साथ रह रहे हैं। वे आपका ऑर्डर सही से लें या नहीं, लेकिन एक बात तय है कि हमारे मेन्यू में हर चीज उम्दा है। अगर आपको गलत ऑर्डर सर्व भी होता है, तो भी आप बिल्कुल निराश नहीं होगें।"
यह दावा सिर्फ रेस्तरां ही नहीं करता, बल्कि उनके यहां आने वाले कस्टमर भी इस बात को मानते हैं।
रेस्टोरेंट में इन सर्वर्स के साथ अन्य लोग भी होते हैं, जो ऑर्डर्स को देखते हैं और करेक्ट करते हैं। जब किसी टेबल पर गलत ऑर्डर सर्व भी होता है, तो वे इसकी शिकायत नहीं करते। मजे से अपनी डिश को पूरा खाते हैं और खाने की तारीफ करते नहीं थकते।
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कैसा है रेस्टोरेंट का मेन्यू
यहां वेज, नॉनवेज और डेजर्ट के तमाम और स्वादिष्ट ऑप्शन्स आपको मिलेंगे। सुकुने (चिकन हैमबर्गर), तेबासाकी (चिकन विंग्स), सासामी केयामिसो (चिकन चिली मिसो), वेजिटेबल टेम्पुरा, नाटो रोल, प्लम एंड कुकंबर रोल आदि जैसी चीजें आपका मन खुश करने के लिए काफी हैं। इतना ही नहीं, रेस्टोरेंट की चियरफुल और हैप्पी वाइब्स आपके मन को मोह लेंगी।
आपको इस रेस्तरां के बारे में जानकर कैसा लगा, हमें जरूर बताएं। अगर आप कभी किसी यूनिक रेस्तरां में गए हैं, तो अपने अनुभव हमारे साथ शेयर करें। इस लेख को लाइक और शेयर करें और ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: restaurant of mistaken orders
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