इन गलतियों के चलते स्वादिष्ट नहीं बनता सरसों का साग, कुकिंग के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान

सरसों का साग खाने का सही वक्त आ गया है। उत्तर भारत में सर्दियों के शुरुआत के साथ घरों में मक्के की रोटी और सरसों के साग का जमकर स्वाद लिया जाता है।  

 
how to make perfect sarson ka saag

सर्दियों का मौसम आ गया है और इस मौसम में पत्तेदार साग, हरी सब्जी समेत कई सीजनल चीजों का स्वाद लिया जाता है। इस मौसम में आपको सब्जी बाजारों में भरपूर मात्रा में साग-सब्जी देखने को मिलती है। पत्तेदार साग के लिए सर्दियों का मौसम उपयुक्त है, इस मौसम में पालक, लाल साग, सरसों का साग, मुली और गोभी समेत कई तरह की साग मिलते हैं। सर्दियों को सरसों के साग के लिए परफेक्ट मौसम माना गया है। उत्तर भारत में पंजाब, हरयाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली समेत कुछ राज्यों में सर्दियां आते ही सरसों का साग और मक्के की रोटी खाने का एक रिवाज है। पोषक तत्वों के बेहतरीन भंडार के साथ सरसों का साग एक बेहद स्वादिष्ट भोजन है, जो हर किसी से परफेक्ट नहीं बनता। सरसों के साग बनाते वक्त लोग अंजाने में ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिससे साग का स्वाद बिगड़ जाता है। इसलिए आज के इस लेख में हम आपको सरसों का साग बनाते वक्त उन पांच गलतियों के बारे में बताएंगे, जिससे साग का स्वाद बिगड़ जाता है।

साग पकाते वक्त ज्यादा पानी न डालें

सरसों के साग में पानी होता है, जिसे लोग भूलकर उसे पकाने या उबालते वक्त एक्सट्रा या ज्यादा पानी डालकर साग को पतला कर देते हैं। साग में एक्सट्रा पानी डालने से साग का स्वाद बिगड़ जाता है। साग में यदि कम पानी डालकर उसे ढककर नमी में पकाएंगे तो साग का स्वाद बढ़ेगा। ढककर पकाने में भले ही वक्त थोड़ा ज्यादा लगे, लेकिन धिमी आंच में यदि साग भाप में पकता है, तो बनने के बाद साग और भी ज्यादा स्वादिष्ट लगता है।

ज्यादा नमक न डालें

sarson ka saag

सरसों के साग में थोड़ा सा भी ज्यादा नमक न मिलाएं, साग में ज्यादा नमक उसे और भी ज्यादा नमकीन बना देता है। बता दें कि सरसों के साग का स्वाद नमकीन होता है, इसलिए नमक थोड़ा कम ही डालें। यदि आप ज्यादा नमकीन साग खाना पसंद करते हैं, तो ज्यादा नमक डाल सकते हैं।

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साग में मक्की का आटा डालना नहीं भूलें

सरसों के साग में मक्की का आटा मिलाने से साग गाढ़ी और क्रीमी लगती है। बहुत से लोगों को साग में मक्की के आटा मिलाने का सीक्रेट नहीं पता होता है, इसलिए वे मक्की के आटे या कॉर्न फ्लोर का उपयोग साग में नहीं करते हैं। साग में मक्की के आटा नहीं मिलाने से साग थोड़ा पतला और कम स्वादिष्ट लगता है।

सरसों के साग के सही अनुपात का खास ध्यान दें

sarson ka saag recipe

सरसों के साग में बथुआ और पालक मिलाकर इसे बनाते हैं। बहुत से लोगों को इस बारे में नहीं पता होता है, साथ ही सरसों के साग को अकेले बनाने से स्वाद कड़वा हो सकता है। इसलिए साग बनाते वक्त उसमें सरसों, पालक और बथुआ से ज्यागा यानी दो भाग सरसों और एक-एक पालक और बथुआ साग का उपयोग करें।

फोरन पर विशेष ध्यान दें

साग बनाने के लिए फोरन का विशेष ध्यान दें, फोरन से साग में एक अनोखा स्वाद और सुगंध आता है। आप साग को जब उबाल लें या जब साग अच्छे से पक जाए तो तेल में सरसों के बीज, लाल मिर्च और लहसुन की कुछ कलियों को कुचलकर जरूर चटकाएं और पके हुए साग को मिक्स करें। लहसुन और लाल मिर्च से साग में बढ़िया स्वाद आता है।

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Image Credit: Instagram

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