अब तक सऊदी अरब दुनिया का एक मात्र ऐसा देश था जहां पर महिलाओं के कार चलाने पर प्रतिबंध लगा था मगर 24 जून को वहां की सरकार ने अब इस बैन को हटा दिया है। बैन के हटते ही सऊदी अरब की महिलाओं में खुशी का ठिकाना नहीं है और वह अपनी खुशी को बयान करने के लिए सड़कों पर कार चलाती दिख रही हैं। यहां की महिलाएं कार चलाने की आजादी मिलनेसे इतनी उत्साहित हैं कि वह इस मौके जश्न की तरह मना रही हैं।
लंबे समय से हो रही थी मांग
सऊदी अरब में महिलाओं के बीच कार चलने के अधिकार मिलने को लेकर जंग सी छिड़ गई थी। वर्ष 1990 में यहां की महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान कई महिलाओं ने विरोध दिखाते हुए सऊदी अरब की सड़कों पर कार चलाई थी और बाद में उन्हें प्रताडि़त किया गया था। इतना ही नहीं इन महिलाओं की नौकरी तक चली गई थी इसके साथ ही उनके विदेश जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। दरअसल देश के पुरानी ख्यालातों के लोगों का मानना था कि अगर महिलाएं कार चलाएंगी तो उनके साथ छेड़छाड़ होगी।
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बना एक नया कानून
सऊदी अरब में महिलाओं को कार चलाने की आजादी देने से पहले वहां की सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक नया कानून बनाया है। इस कानून के तहत अगर कोई मर्द किसी महिलाओं को छेड़ेगा तो उसे 5 साल की सजा दी जाएगी। वैसे आपको बता दें कि सऊदी अरब के किंग सलामन ने बीते वर्ष ही महिलाओं को कार चलाने का अधिकार देने की घोषणा कर दी थी।
कुछ लोग अब भी इस बदलाव का विरोध कर रहे हैं। वहीं अधिकतर पुरुष इस बदलाव का स्वागत कर रहे हैं। इस बारे में बात करते हुए फवाज अल-हरबी ने कहा कि इस फैसले से महिला और पुरुष का भेद मिटेगा और हमें पता चलेगा कि महिलाएं वो सब कर सकती हैं जो एक पुरुष कर सकता है। उन्होंने कहा कि मैं इस बदलाव का इंतजार कर रहा था। अब मेरी मां और बहन ड्राइव कर सकेंगी।
सऊदी अरब की पहली फॉर्मूला वन कार चलाने वाली महिला
सऊदी अरब से जैसे ही महिलाओं के ड्राइविंग करने पर से प्रतिबंध हटा वैसे ही इस देश की रहने वाली असील अल अहम ने फॉर्मूला वन कार चला कर देश में पहली महिला फॉर्मूला वन कार चलाने वाली महिला होने का खिताब पा लिया । वैसे असील ने कार फ्रांस में चलाई और अपने देश की महिलाओं को सपोर्ट किया। असील ने फ्रेंच ग्रां प्री से पहले ‘ले कास्टेलेट सर्किट’ पर यह कार चलाई। एफ वन टीम रैनो ने उन्हें यह मौका दिया। असील रैनो टीम की 'पैशन परेड' का हिस्सा हैं। सऊदी अरब की मोटर स्पोर्ट्स की पहली महिला सदस्य असील वही कार चलाती दिखीं जिससे 2012 में अबू धाबी में किमी राइकोनेन ने जीत दर्ज की थी।
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