भारत रत्न को देश का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान माना जाता है। यह पुरस्कार देश और दुनिया में अमूल्य योगदान के लिए दिया जाता है। बता दें कि साल 1954 से लेकर अभी तक इस पुरस्कार से कुल 48 हस्तियों को सम्मानित किया जा चुका है। जिनमें ज्यादातर पुरुष ही शामिल हैं, वहीं अब तक केवल 5 महिलाओं को ही यह सम्मान दिया गया है। यह सम्मान जितना प्रतिष्ठित है, उतना ही विवादों से भरा हुआ। सालों से भारत सरकार इस पुरस्कार की घोषणा करते आई है, ऐसे में ज्यादातर राजनेताओं को ही इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा पुरस्कार के लिए महिला और पुरुष के नामांकन में भी भेदभाव देखने को मिलता है। आज के इस लेख में हम आपको भारत रत्न पाने वाली पहली महिला के बारे में बताएंगे।
भारत रत्न का इतिहास
इस पुरस्कार की शुरुआत भारत के पहले राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद द्वारा 2 जनवरी 1954 को की गई थी। पहले यह सम्मान मरणोपरांत नहीं दिया जाता था, लेकिन साल 1955 के बाद से इस सम्मान को मरणोपरांत दिए जाने का निर्णय लिया गया। इसके अंतर्गत आजादी की जंग में शामिल होने वाले कई राजनेताओं को भी यह सम्मान मिला। हालांकि 13 जुलाई,1977 से 26 जनवरी 1980 को यह पुरस्कार समारोह स्थगित कर दिया गया।
भारत रत्न पाने वाली पहली महिला
साल 1972 में इंदिरा गांधी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उस वर्ष यह सम्मान राष्ट्रपति वीवी गिरी द्वारा पाकिस्तान-बांग्लादेश वॉर में अहम भूमिका निभाने के लिए दिया गया।
मदर टेरेसा को मिला यह सम्मान
मदर टेरेसा को दुनिया भर में उनके कार्यों के लिए जाना जाता है। साल 1980 में मदर टेरेसा को भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया था। यूं तो मदर टेरेसा रोमन कैथोलिक थीं, लेकिन उनके पास भारतीय नागरिकता थी। लंबे समय गरीब और असहाय लोगों की मदद करने के लिए मदर टेरेसा को भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
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अरुणा आसफ अली को मिला था सम्मान
साल 1942 में अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस दौरान उन्होंने मुंबई के गोवालिया मैदान में झंडा फहराया था, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। साल 1997 में अरुणा को उनके योगदान के लिए भारत अवार्ड से सम्मानित किया गया था।
एम.एस.सुब्बुलक्ष्मी को मिला भारत रत्न
मदुरै षण्मुखवडिवु सुब्बुलक्ष्मी भारत रत्न पाने वाली पहली महिला कलाकार थीं। वो संयुक्त राष्ट्र संघ की सभा में संगीत करने वाली पहली महिला था। संगीत जगत में अपने योगदान के लिए सुब्बुलक्ष्मी को साल 1998 में भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया।
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लता मंगेशकर को मिला भारत रत्न
म्यूजिक की दुनिया में लता मंगेशकर का कोई मुकाबला नहीं है। आज भी उनके द्वारा गाए गए गीत यादगार हैं। संगीत की दुनिया में अभूतपूर्व योगदान के लिए साल 2001 में लाता जी को भारत रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया।
अब तक केवल इन्हीं 5 महिलाओं को भारत रत्न सम्मान दिया गया है। आपको अगर यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।
Image Credit- wikipedia
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