Tokyo Olympics 2021: जानें कौन हैं हॉकी की धुरंधर 26 साल की नवजोत कौर

आइए जानें टोक्यो ओलंपिक्स 2021 में हॉकी की टीम में हिस्सा लेने वाली नवजोत कौर के जीवन से जुड़ी कुछ ख़ास बातें।

navjot kaur hockey player

टोक्यो ओलंपिक्स 2021 का आगाज़ अब कुछ ही दिनों में होने वाला है और सभी खेलों की टीम का गठन हो चुका है। महिलाओं ने इस बार भी बाजी मार ली है और जहां ओलंपिक्स में इस बार भारत की तरफ से हिस्सा लेने वाले कुल सदस्यों की संख्या 127 है वहीं महिलाओं की संख्या 56 है। बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति इस बात का उदाहरण है कि महिलाएं हर एक क्षेत्र में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं।

खेलों की बात की जाए तो, इस बार ओलंपिक्स के लिए हॉकी की टीम बहुत ज्यादा मायने रखती है क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में महिला खिलाड़ी शामिल हो रही हैं। उन्हीं हॉकी की धुरंधर खिलाडियों में से एक हैं नवजोत कौर। आइए जानें कौन हैं नवजोत कौर और क्या हैं इनकी अब तक की उपलब्धियां।

नवजोत कौर का प्रारंभिक जीवन

navjot kaur early life

26 साल की नवजोत कौर का जन्म 7 मार्च, 1995 को मुज़फ्फरनगर में हुआ था। उनके पिता पेशे से मैकेनिक हैं और मां गृहिणी हैं। नवजोत कौर का बचपन से सपना था कोई बड़ा मुकाम हासिल करना और हॉकी खेलना न सिर्फ उनका शौक था बल्कि पैशन भी था। उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से अपनी शिक्षा प्राप्त की और शाहबाद में बलदेव सिंह की अकादमी में हॉकी के लिए प्रशिक्षण लिया और अंडर-19 स्तर पर अपने पहले टूर्नामेंट में ही उन्होंने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए हॉकी के 100 से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैचों में हिस्सा लिया है।

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नवजोत कौर की उपलब्धियां

navjot kaur achievements

  • 2012 में, कौर ने जूनियर एशिया कप, नीदरलैंड में अंतर्राष्ट्रीय अंडर -21 टूर्नामेंट आदि जैसे विभिन्न जूनियर लीग में अपनी प्रतिभा साबित करने के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए हॉकी की अंतरराष्ट्रीय दुनिया में प्रवेश किया।
  • नवजोत कौर उस टीम से थीं जिसने 2015 में हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल में अच्छा प्रदर्शन किया था, जिसने भारत को ओलंपिक में प्रवेश करने में सक्षम बनाया। उन्होंने 17वें एशियाई खेलों, 2016 के रियो ओलंपिक और चौथी महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भी हिस्सा लिया। उन्होंने कनाडा में महिला हॉकी वर्ल्ड लीग राउंड 2 में भारत के अभियान में भी भूमिका निभाई।
  • एशियाई विश्व कप में, नवजोत कौर ने सफलतापूर्वक पांच गोल किए, जिसमें पेनल्टी शूटआउट शामिल नहीं था। उसने सिंगापुर के खिलाफ दो गोल किए, लेकिन कजाकिस्तान के खिलाफ एक भी गोल नहीं किया। उन्होंने हॉकी के खेल में जोरदार प्रदर्शन किया और जापान के खिलाफ गोल किए। उन्होंने फाइनल में चीन के खिलाफ फिर से एक महत्वपूर्ण गोल भी किया जो एक गेम-चेंजर था क्योंकि यह एकमात्र ऐसा गोल था जिसे खेल में शूट किया गया था और टीम को 1-0 से जीत दिलाई।

नवजोत कौर के शौक

इतनी कम उम्र में हॉकी में अपना झंडा फहराने वाली नवजोत कौर को संगीत सुनना, शॉपिंग करना, टीवी देखना और पेंटिंग करना पसंद है। वो जसजीत कौर और रानी रामपाल को अपनी प्रेरणा स्रोत मानती हैं। उनकी पसंदीदा खिलाड़ी जेमी ड्वायर हैं, जो एक ऑस्ट्रेलियाई हॉकी खिलाड़ी हैं।

नवजोत कौर का सपना टोक्यो ओलंपिक्स में शामिल होना था और अब वो अपने सपने को पूरा करके इस बार टोक्यो ओलंपिक्स 2021 की हॉकी टीम का हिस्सा बन गयी हैं। साथ ही, अपने बुलंद हौसले को समेटे हुए जीत हासिल करने के लिए तैयार हैं।

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Image Credit: hockey india.com

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