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Muktaben Dagli

जानें मुक्ता दगली के बारे में जो 200 नेत्रहीन महिलाओं की कर रही हैं मदद

आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने वाले है जो 200 नेत्रहीन महिलाओं के लिए रोशनी हैं। वह खुद भी नेत्रहीन हैं लेकिन उन्होंने हार नहीं माना हैं।
Editorial
Updated:- 2023-03-23, 20:00 IST

मुक्ता दगली ने समाज की उन लड़कियों को आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया है जिन्हें ध्यान और सुविधा की सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको 60 वर्षीय नेत्रहीन मुक्ता दगली के बारे में बताने वाले हैं। चलिए जानते हैं आखिर कैसे 60 वर्षीय नेत्रहीन मुक्ता दगली 200 नेत्रहीन महिलाओं की जिंदगी बदल रही हैं।

पढ़े मुक्ता दगली की इंस्पायरिंग कहानी

साल 1995 में मुक्ता ने अपने पति के साथ मिलकर सुरेंद्रनगर (गुजरात) में 'श्री प्रगना चक्षु महिला सेवा कुंज' की शुरुआत की थी। मुक्ता और उनके पति नेत्रहीन महिलाओं को शिक्षित करने का काम किया करते थे। साथ ही मुक्ता दगली ने 30 अपंग और 25 वृद्ध बेसहारों को रहने की पनाह भी दी है।

क्यों करती हैं नेत्रहीन महिलाओं की मदद

story of Muktaben Dagli

जब मुक्ता 7 वर्ष की थीं तब एक (Meningitis) की वजह से उनकी आंख की रोशनी चली गई। इसी वजह से उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ गया था। उन्हें पढ़ाई का काफी शौक था। ऐसे में जब मुक्ता 14 साल की थी तो गर्मियों की छुट्टी के बाद जब वह वापस स्कूल गई तो उन्हें पता चला कि उनकी दोस्त स्कूल नहीं आई है। बाद में मुक्ता ने यह पता लगाया कि आखिर वह स्कूल क्यों नहीं आई हैं तो उन्हें पता चला कि उनकी दोस्त के माता- पिता ने उसे मारकर जला दिया है। इस बात को सुनकर मुक्ता हैरान भी थी और वह घबरा भी गई।

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डोनेशन मिलने नहीं था आसान

मुक्ता बताती है कि- उस घटना के बाद ही मुक्ता को जीवन का उद्देश्य स्पष्ट हो गया। ऐसे में मैंने उन नेत्रहीन लड़कियों की मदद करनी शुरु कि जो अपने परिवार पर बोझ है। मुक्ता ने अपने मिशन के बारे में आगे बताया- मैं और मेरे पति ने 13 साल कड़ी मेहनत की। शुरुआत में हमें डोनेशन के लिए काफी चक्कर लगाना पड़ा। डोनेशन मिलने के बाद उन्होंने हॉस्टल और अन्य सुविधाएं तैयार की। (बेहद इंस्पायरिंग है जान्हवी की स्टोरी)

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नारी शक्ति पुरस्कार से किया सम्मानित

यहां महिलाओं को पढ़ाई के साथ ही उन्हें कढ़ाई और अन्य चीजें सिखाई जाती हैं। इतना ही नही लड़कियों को निर्भर बनाने के लिए मुक्ता उन्हें होम साइंस, सिलाई की ट्रेनिंग भी देती हैं। आपको बता दे कि 2001 में मुक्ता को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया था।

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Image Credit- freepik, shutterstock

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