मां बनने के बाद पूरा किया बिजनेस का सपना, Amazon की डिलीवरी सर्विस पार्टनर मानवी धवन की कहानी उन्हीं की जुबानी

कई रुकावटों को पीछे छोड़कर मां बनने के सात साल बाद अपने बिजनेस के सपने को पूरा करने वाली Amazon की डिलीवरी सर्विस पार्टनर मानवी धवन की कहानी आपको भी जरूर जाननी चाहिए।

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'मां' वह है जो बच्चों के सपने पूरे करने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देती है। रातों की नींद से लेकर उनकी हर एक किलकारी पर खुशी के आंसू छलकाने वाली मां त्याग और संघर्ष के तले अपने सपनों तक को भुला देती है।

शायद आप सभी के मन में मां शब्द की ऐसी ही छवि बनी होगी। लेकिन क्या वह एक परफेक्ट मां नहीं है जिसने बच्चों की परवरिश में अपना बेस्ट देने के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए भी प्रयास किए? क्या वह एक सुपरमॉम नहीं है, जिसने शायद कई बार बच्चों को भले ही अपना पूरा समय न दिया हो, लेकिन अपने दम पर अपनी अलग पहचान बनाई?

हरजिंदगी अपने स्पेशल The Good Mother Project के तहत ऐसी महिलाओं को आपके सामने ला रही है, जो एक मां तो हैं ही, लेकिन मां बनने के बाद भी अपने बिजनेस के सपने को पूरा कर रही हैं और समाज में अपनी एक अलग छवि बना चुकी हैं।

आइए जानें एक ऐसी ही सुपर मॉम और बिजनेस वुमन मानवी धवन की कहानी जिन्होंने अपनी बेटियों के जन्म के 7 साल बाद अपना खुद का बिजनेस शुरू किया और आज वहAmazon की डिलीवरी सर्विस पार्टनर होने के साथ एक सफल उद्यमी भी हैं। आइए जानें मानवी धवन की कहानी उन्हीं की जुबानी।

एक सफल बिजनेस वुमन बनने के पहले से लेकर अब तक के सफर के बारे में बताएं?

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मैं मानवी धवन, एक उद्यमी और Amazon की डिलीवरी सर्विस पार्टनर हूं। मेरा जन्म और पालन-पोषण दिल्ली में हुआ। मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय और एनआईआईटी से एक ही समय में डबल ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद अपनी पहली नौकरी शुरू की।

मैंने बैंकिंग और दूरसंचार उद्योग के प्रतिष्ठित संगठनों में 15 वर्षों से भी ज्यादा समय तक काम किया है। हालांकि, एक समय जब मेरी बेटियों का जन्म हुआ, तब साल 2013 में मैंने कुछ दिनों का ब्रेक लिया, क्योंकि उस समय बेटियों के पालन के लिए ये निर्णय लेना जरूरी था।

मैंने कभी अपने सपनों को टूटने नहीं दिया और साल 2020 में अपने करियर को फिर से शुरू करने का फैसला किया। यह वो समय था जब मैंने अपनी खुद की बॉस बनने का फैसला किया। तब मुझे एक मित्र ने अमेजन के डिलीवरी सर्विस पार्टनर कार्यक्रम के बारे में बताया। कुछ ऑनलाइन रिसर्च के बाद मुझे यकीन हो गया था कि अमेजन का डीएसपी कार्यक्रम मेरे लिए एकदम सही था। जनवरी 2021 में, पंचकूला में एक डिलीवरी स्टेशन और Saima Enterprises के साथ अपना बिजनेस शुरू कर दिया।

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आप अपने-आपको कैसे परिभाषित करती हैं?

मैं खुद को आत्मविश्वास से भरपूर, केंद्रित और भावुक महिला के रूप में परिभाषित करती हूं। इन गुणों की वजह से ही मुझे उत्साह के साथ अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक लक्ष्यों को पूरा करने की प्रेरणा मिलती है।

आपको अपना बिजनेस शुरू करने की प्रेरणा कहां से मिली?

हालांकि, मेरे पास 15 साल का कॉर्पोरेट अनुभव था, लेकिन मेरे दिमाग में हमेशा एक बिजनेस शुरू करने की चाह थी। मैं अपने दम पर ही कुछ करना चाहती थी और खुद की बॉस बनना चाहती थी।

मैंने जब 7 साल के ब्रेक के बाद वापस आने का फैसला किया, तब ये मेरे लिए अपने- आपको प्रूफ करने का अच्छा समय था। साल 2020 में मैंने Amazon से संपर्क किया और डिलीवरी सर्विस पार्टनर बनने के लिए आवेदन किया। इसके तुरंत बाद, मैंने जनवरी 2021 में अमेजन के डिलीवरी सर्विस पार्टनर के रूप में पंचकुला में एक डिलीवरी स्टेशन के साथ शुरुआत की। लगभग दो साल में ही मैं सात डिलीवरी स्टेशनों को मैनेज कर रही हूं और सैकड़ों डिलीवरी सहयोगियों को काम का अवसर प्रदान कर रही हूं।

आपके जीवन की सबसे बड़ी चुनौतियां क्या थीं?

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जब आप अपना कोई नया बिजनेस शुरू करते हैं, तो अनगिनत चुनौतियां आती हैं। एक कॉर्पोरेट में काम करने वाली लड़की से दो बेटियों के मां बनने तक और फिर एक सफल बिजनेस वुमन बनने तक के सफर में मुझे बहुत- सी चुनौतियां देखनी पड़ीं। हालांकि, मैं खुशकिस्मत हूं कि मेरी पूरी फैमिली बहुत सपोर्टिव है। मैंने जैसे-जैसे बिजनेस में आगे बढ़ने की ठानी मेरे पति ने पूरा सहयोग दिया।

क्या आपको कभी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा?

मेरी अब तक की सबसे बड़ी आलोचना मेरे 40 की उम्र में बिजनेस शुरू करने को लेकर थी। हालांकि, इन आलोचनाओं ने मेरे इरादे को और पक्का कर दिया और मेरे लक्ष्यों की तरफ बढ़ने के लिए प्रेरित किया। मैं कभी भी उन लोगों की राय से परेशान नहीं होती हूं जो मेरे लिए महत्वपूर्ण नहीं हैं और मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मेरी फैमिली सपोर्टिव है और अमेजन की पूरी टीम है जिसका भी मुझे पूरा साथ मिलता है।

एक मां, गृहिणी और वर्किंग वुमन के रूप में आप खुद को कितनी रेटिंग देंगी?

मैं तीनों के बीच एक अच्छा संतुलन बनाने की दिशा में हमेशा प्रयासरत रहती हूं। यूं समझिए कि मैं इन सबके लिए अपने-आपको एक समान रेटिंग दूंगी।

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आपकी अब तक की सबसे बड़ी सीख क्या है?

जीवन की सबसे बड़ी सीख की बात करूं तो आपको कुछ भी आसानी से नहीं मिलता है और व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम करने की जरूरत होती है। आपके लिए किसी भी स्थिति के आधार पर व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं के बीच प्राथमिकता और संतुलन बनाना सीखना जरूरी है।

तीन ऐसे लक्षण जो एक महिला को सफल बनाते हैं?

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अपने-आप पर यकीन रखो। आपके भीतर जो ताकत है, उसका इस्तेमाल करें और अंत में, आपका दिमाग सबसे शक्तिशाली उपकरण है, इसलिए हमेशा दिमाग की सुनें। आपकी कोई भी लड़ाई सबसे पहले दिमाग में ही जीती या हारी जाती है।

क्या आपको एक मां के रूप में कभी अपराध बोध हुआ? माताएं इसे कैसे दूर कर सकती हैं?

बेशक, मुझे भी कई बार एक मां के रूप में अपराध बोध का अनुभव होता है। खासतौर पर समाज की सोच के अनुसार एक आदर्श मां बन पाना मुश्किल होता है, क्योंकि आज महिलाएं एक साथ कई भूमिकाएं निभाती हैं।

किसी भी स्थिति के लिए कोई सही प्रतिक्रिया नहीं होती है। आप गलतियां करते हैं और उनसे सीखते हैं। इन सालों में मैंने सीखा है कि खुद को बहुत कठोर तरीके से जज नहीं करना चाहिए। हम सभी इंसान हैं और हम कई बार गलतियां कर सकते हैं, लेकिन हमें अपनी गलतियों से सीख लेकर खुद को बेहतर बनाने की दिशा में काम करना चाहिए।

एक मां और बिज़नेस वुमन के रूप में आपकी क्या कहानी है?

बिजनेस में सफल होना मेरे लिए बहुत ही संतुष्टिदायक अनुभव रहा है। मैं खुद को पहले से कहीं ज्यादा सशक्त महसूस करती हूं। सैकड़ों सहयोगियों को काम के अवसर प्रदान करके, मुझे विश्वास है कि मैं उनके जीवन में बदलाव ला रही हूं।

मेरा लक्ष्य विभिन्न भौगोलिक स्थानों में अपने व्यवसाय का विस्तार करना है। मैं यह भी चाहती हूं कि मेरा व्यवसाय महिलाओं के लिए लॉजिस्टिक क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए एक अवसर प्रदान करे।

एक मां के तौर पर मैंने अपनी बेटियों को मजबूत जड़ें दी हैं। मैंने उन्हें अपने सपनों का पालन करने और स्वतंत्र रूप से जीने की सीख देने की कोशिश की है। मैं खुद को धन्य महसूस करती हूं कि मैं उन मूल्यों को ही आदर्श मानती हूं जो मैं अपनी बेटियों को सिखा रही हूं।

तो ये थी एक मां से सफल बिजनेस वुमन बनी मानवी धवन की कहानी, जो हम सभी को अपने सपने पूरे करने की प्रेरणा देती है।अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।

Images: freepik.com , unsplash.com

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