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दो बच्चों की मां प्रिया सिंह ने जीती अंतरराष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डर प्रतियोगिता, जानें उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी

इस लेख में हम आपको बताएंगे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करने वाली प्रिया सिंह की इंस्पिरेशनल स्टोरी। <div>&nbsp;</div>
Editorial
Updated:- 2023-01-02, 11:01 IST

आज के समय में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। बॉडी बिल्डिंग एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें हमेशा से पुरुषों का दबदबा रहा है लेकिन कुछ दिनों पहले ही थाईलैंड में हुई 39वीं अंतरराष्ट्रीय महिला बॉडी बिल्डर प्रतियोगिता में राजस्थान की प्रिया सिंह ने गोल्ड मेडल जीता है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से मुकाम को हासिल किया है। तो चलिए जानते हैं उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी के बारे में।

कौन हैं प्रिया सिंह?

who is priya singh

सबसे पहले आपको बता दें कि प्रिया एक बीकानेर की रहने वाली हैं और वह सामान्य ग्रामीण परिवार से हैं। प्रिया ने कक्षा 5वीं तक पढ़ाई की थी क्योंकि उनके बाद उनकी शादी हो गई थी। आपको बता दें कि उनकी शादी सिर्फ 8 साल में ही कर दी गई थी।

शादी के बाद उनके सिर पर अपने ससुराल और दो बच्चों की जिम्मेदारी आ गई थी। प्रिया सिंह ने एक इंटरव्यू में यह भी बताया है कि वह जिस जगह रहती हैं वहां पर महिलाओं को हमेशा घूंघट में ही रहना होता है और जिस कल्चर में वह रहती हैं उसमें साड़ी और सूट की परंपराओं को निभाना बहुत जरूरी होता है। जब उन्होंने अपनी वह अपने क्षेत्र में बॉडी बिल्डिंग वाली कॉस्टयूम पहनकर जाती थी तो लोग उन्हें ताने भी मारते थे।

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ऐसे शुरू की ट्रेनिंग

उन्होंने अपनी परंपराओं को निभाने के साथ-साथ लक्ष्य पर भी निशाना साधा है। राजस्थान की पहली महिला बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह मेघवाल ने थाईलैंड में हुई अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भारत का नाम रोशन किया है।(22 साल की अनन्या सिंह ने पहले प्रयास में ही ऐसे क्लियर किया यूपीएससी एग्जाम, आप भी लें इंस्पिरेशन)

उन्होंने दूसरे लोगों से प्रेरणा लेकर जिम में ट्रेनिंग लेना शुरू किया था और फिर वह राजस्थान की पहली सफल महिला बॉडी बिल्डर बनीं।

कभी नहीं मानी हार

बॉडी बिल्डर प्रिया सिंह ने एक इंटरव्यू में यह भी बताया था कि वह नौ घंटे की ड्यूटी के साथ-साथ अपने बच्चों को भी संभाल लेती थी। इस दौरान उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा था लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।(मिलिए डॉ. रश्मि दास से जिन्होंने ऑटिज्म के बच्चों को आगे बढ़ने का दिया हौसला) उनका मानना है कि महिलाओं को की भी किसी दूसरे व्यक्ति पर निर्भर नहीं रहना चाहिए।

तो ये थी प्रिया सिंह की इंस्पिरेशनल स्टोरी। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

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