15 साल की उम्र में बेघर, जेब में थे सिर्फ 300 रुपए.. अब चलाती हैं 7.5 करोड़ की कंपनी

15 साल की उम्र में जहां बच्चे खुद को नहीं संभाल पाते वहीं एक लड़की ने अपनी पूरी जिंदगी बना ली। Women's Day 2020 के पहले जानें चीनू काला के बारे में। 

story of chinu kalra

कहते हैं कि जो इंसान हिम्मत नहीं हारता वो कभी भी हारता नहीं है। इंसान की जिंदगी में कई तरह की परिस्थितियां आती हैं और हर बार किस्मत साथ नहीं देती। हमारे आस-पास ही ऐसी कई कहानियां मिल जाएंगी जो बता सकें कि कितनी हिम्मत दिखाई जाती है। ऐसी ही एक कहानी है चीनू काला की। चीनू वो लड़की हैं जो 15 साल की उम्र में ही बेघर हो गई थीं और सिर्फ 300 रुपए बचे थे उनकी जेब में। पर उन्होंने किस तरह से अपनी जिंदगी को नया मोड़ दिया वो तारीफ के काबिल है। इस महिला दिवस से पहले हम आपको बताते हैं चीनू काला की जिंदगी के बारे में जो सभी के लिए प्रेरणा बन गई हैं।

15 साल की उम्र में छोड़ना पड़ा घर-

चीनू काला ने अपना घर कुछ ऐसे कारणों के चलते छोड़ दिया जिनसे वो लड़ नहीं पा रही थीं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनके पास सिर्फ दो जोड़ी कपड़े थे और साथ में 300 रुपए। पहले दो दिन वो बहुत घबराई हुई थीं। उन्हें रहने को जगह भी नहीं मिल रही थी। फिर उन्हें एक सराय मिली जहां वो 20 रुपए प्रति रात में एक गद्दे पर सो सकती थीं। ये भी आसान नहीं था। उनकी कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा बन सकती है

chinu kala biography

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अपनी जिंदगी में किए कई काम-

उन्होंने इसके बाद सिर्फ बेहतर काम करने की सोची। चीनू काला डोर-टू-डोर सेल्सगर्ल बन गईं। वो चाकू-छुरी के सेट, कोस्टर और ऐसी ही छोटी-छोटी घरेलू चीज़ें बेचती थीं जिसके बाद उन्हें दिन के 20 से 60 रुपए तक मिल जाते थे। वो अपने उस दौर को कई बार याद करती हैं। वो 90 का दशक था। उस समय लोगों के घर जाकर दरवाजे की घंटी बजाना बहुत बड़ा काम था और साथ ही साथ उस उम्र में रिजेक्शन झेलना बहुत मुश्किल था।

chinu kala fashionista

16 साल की उम्र में पहला प्रमोशन-

चीनू को 16 साल की उम्र में पहला प्रमोशन मिला था। उन्हें काम करते हुए एक साल हो गया था। उसके बाद वो तीन लड़कियों को ट्रेनिंग देने लगीं। उन्हें थोड़ा और पैसा मिलने लगा।

उन्हें पहली बार बिजनेसवुमन होने का अहसास हुआ। उस समय उनके लिए सक्सेस का मतलब था एक दिन का खाना जुटाना। इसके बाद चीनू ने शाम 6 बजे से 11 बजे तक की जॉब की। एक रेस्त्रां में वेट्रेस के तौर पर। उन्होंने किसी भी जॉब को छोटा नहीं समझा और लगातार आगे बढ़ती रहीं।

success story

जीत लिया Mrs India कॉम्पटीशन-

2004 में उनकी शादी अमित काला से हुई। ये उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा सपोर्ट था। दो साल बाद उन्होंने मिसेज इंडिया पेजेंट में हिस्सा लिया। ये उनके लिए डरावना भी था क्योंकि उन्हें तो पूरी शिक्षा भी नहीं मिली थी, लेकिन वो फिर भी डटी रहीं और आगे बढ़ीं। वो मिसेज इंडिया के आखिरी राउंड तक पहुंचीं। उसके बाद उन्हें कई मौके मिलते रहे।

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फिर खोली अपनी कंपनी-

क्योंकि मिसेज इंडिया बनने के बाद चीनू मॉडल बन चुकी थीं तो फैशन इंडस्ट्री में अच्छी जान पहचान हो चुकी थी। उन्हें लगा कि फैशन ज्वेलरी के मामले में वो कुछ कर सकती हैं और वो अपने इस काम में लग गईं। उन्होंने जितना भी काम करके पैसा बचाया था उसे बिजनेस सेटअप करने में लगा दिया और फिर जन्म हुआ Rubans – fashion accessories की शुरुआत हुई। 2014 में ये कंपनी शुरू हुई तब सिर्फ 6*6 की जगह में शुरू की थी तब उन्हें ये नहीं पता था कि उसकी कितनी ज्यादा डिमांड होगी।

chinu kala family

Rubans में 229 रुपए से लेकर 10 हज़ार तक की फैशन ज्वेलरी मिलती है। उन्हें इसे सफल बनाने में काफी मेहनत लगी, लेकिन आज उनकी मेहनत रंग लाई। वो 2016-17 में 56 लाख कमा पाईं और एक साल के अंदर ये बढ़कर 3.5 करोड़ हो गया। अब ये 7.5 करोड़ हो चुका है। पहले जहां खुद वो सैलरी के लिए परेशान होती थीं वहीं अब वो 25 लोगों को खुद सैलरी देती हैं।

ये उनकी मेहनत का ही रंग है कि अब वो इतनी सफल हो चुकी हैं।

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