दिल्ली में DTC बस दौड़ाने वाली वेंकादरथ सरिता हैं देश की पहली महिला बस ड्राइवर, जानें इनकी इंस्पायरिंग कहानी

गाड़ी चलाना लड़कियों के बस की बात नहीं। ऐसे सोचने वालों को वेंकादरथ सरिता के बारे में जरूर जानना चाहिए।

who was the first indian women bus driver

दिल्ली के यातायात संसाधनों में DTC बस सर्विस अहम भूमिका निभाती है। हजारों लोग रोज इन बसों में अपना सफर करते हैं। सालों तक इस बस सर्विस में कोई भी महिला ड्राइवर नहीं हुआ करती थी। हालांकि 2015 में दिल्ली को उसकी पहली महिला बस ड्राइवर मिली जिनका नाम वेकादरथ सरिता है।

आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत की पहली महिला DTC ड्राइवर के बारे में बताएंगे। तो देर किस बात की, आइए जानते हैं वी सरिता की इंस्पायरिंग जर्नी के बारे में-

कौन हैं वी सरिता?

who is v saritha

वी सरिता दिल्ली शहर की DTC बस ड्राइवर हैं। तेलंगाना की रहने वाली सरिता साल 2015 से दिल्ली शहर में बस चला रही हैं। सरिता ने अपने जस्बे से उन लोगों को पूरी तरह से गलत साबित कर दिया, जो यह मानते थे कि लड़कियां गाड़ी नहीं चला सकती हैं। सरिता की लगन और मेहनत को देखने के बाद दिल्ली सरकार जल्द से जल्द महिला ड्राइवरों को जोड़ने का प्रयास कर रही है।

सरिता और उनका परिवार

सरिता की 5 बहनें हैं और वो अपने घर में सबसे छोटी हैं। उनके सभी बड़ी बहनों की शादी को हो चुकी है, वहीं उनकी एक बहन कैब चलाती है। सरिता करीब 12 साल की उम्र से ड्राइविंग कर रही हैं। ऐसे में अब तक उन्होंने बाइक, स्कूटर से लेकर ऑटो, बस टेक्सी, ट्रक और बीएमडब्ल्यू जैसी कारें भी चला चुकी हैं।

इसे भी पढ़ें-आजादी के सालों बाद भारत को मिली उसकी पहली महिला लोकसभा स्पीकर, जानें कौन हैं मीरा कुमार

तेलंगाना में महिलाओं का गाड़ियां चलाना है बेहद आम

inspiring story of first women dtc driver

आंध्रप्रदेश और तेलंगाना राज्य में कई महलाएं का ऑटो या टैक्सी चलाती हैं। यही वजह थी की डीटीसी की एक टीम महिला ड्राइवरों की तलाश के लिए तेलंगाना गई थी। जहां पर महिला वाहन चालकों के टेस्ट लिए गए। टेस्ट क्वालीफाई करने के बाद सरिता को ड्राइवर की पोस्ट मिली।

इसे भी पढ़ें-आजाद हिंदुस्तान की पहली महिला पायलट के बारे में कितना जानते हैं आप?

सरिता ने सालों किया संघर्ष

first woman dtc bus driver

सरिता की जिंदगी में कई संघर्ष रहे। जहां 18 साल की उम्र से ही सरिता घर चलाने के लिए ऑटो ड्राइविंग कर रही हैं। घर बनवाने से लेकर बहनों की शादी तक का इंतजाम सरिता के पैसों से ही हो पाया। ऐसे में सरकारी नौकरी लगना उनके घर की आर्थिक स्थिति के लिए बेहतर रहा।

इसी कड़ी में महिला बस ड्राइवर की हाइट रिक्वायरमेंट 162 से घटाकर 159 सेंटीमीटर कर दिया गया है। जिससे ज्यादा से ज्यादा महिला बस ड्राइवर्स इस नौकरी के लिए अप्लाई कर सकें।

तो ये थी वी सरिता की इंस्पायरिंग कहानी, जिसके बारे में आपको जरूर जानना चाहिए। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी के साथ।

image credit- twitter

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP