तनाव जिंदगी का एक हिस्सा बन चुका है। भागदौड़ भरी इस जिंदगी में तनाव लेना आम बात हो गई है। तनाव कई बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकता है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको तनाव से एकदम दूर रहना चाहिए, क्योंकि तनाव आपके ब्लड शुगर लेवल को अचानक से बढ़ा सकता है, जिससे इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। आइए जानते हैं तनाव लेने से ब्लड शुगर लेवल क्यों बढ़ जाता है। तनाव और शुगर का क्या संबंध है? इस बारे में हेल्थ एक्सपर्ट Dr. Sajad Ul Islam Mir ने जानकारी दी है।
तनाव लेने से ब्लड शुगर लेवल क्यों हाई हो जाता है?
तनाव लेने से ब्लड शुगर लेवल क्यों हाई हो जाता है?
जब हम किसी तनाव से गुजरते हैं तो शरीर फाइट और फ्लाइट रिस्पॉन्स देता है। इस दौरान एड्रेनालिन और कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है। यह स्ट्रेस हार्मोन लिवर को अधिक ग्लूकोज रिलीज करने के लिए प्रेरित करता है,जिससे रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है। वहीं तनाव लेने से इंसुलिन प्रतिरोध हो सकता है। इंसुलिन का प्रभाव कम हो सकता है, जिससे ब्लड शुगर नियंत्रित नहीं हो पाता है।
यहां तक की जिनको डायबिटीज नहीं है उनका भी ब्लड शुगर बढ़ सकता है। जब कोई व्यक्ति अस्पताल जाता है या आईसीयू में भर्ती होता है, तो फीसदी मरीजों का ब्लड शुगर लेवल ऊपर चला जाता है। यही वजह है कि इस दौरान ब्लड शुगर लेवल की सख्ती से निगरानी की जाती है। हालांकि, अधिकतर मामलों में इतना ज्यादा ब्लड शुगर नहीं होता है कि इंसुलिन की जरूरत पड़े, लेकिन कोई व्यक्ति लंबे वक्त तक तनाव में रहता है तो यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है।
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