जब भी हेल्दी डाइट की बात होती है तो उसमें दूध को अवश्य शामिल किया जाता है। दूध वास्तव में कैल्शियम का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है और इसलिए यह हड्डियों के लिए बेहद ही आवश्यक है। हालांकि, अधिकतर लोग चाहकर भी दूध का सेवन नहीं कर पाते हैं। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि वह लैक्टोज इनटॉलरेंस होते हैं। ऐसे लोग अगर गाय, भैंस या किसी अन्य स्तनधारी के दूध का सेवन करते हैं तो इससे उन्हें स्वास्थ्य समस्या हो जाती है।
दरअसल, लैक्टोज एक प्रकार की चीनी है, जो अधिकांश स्तनधारियों के दूध में प्राकृतिक रूप से पाई जाती है। लेकिन लैक्टोज इनटॉलरेंस वाले लोगों दूध में मौजूद इस लैक्टोज को पूरी तरह से पचा नहीं पाते हैं। जिससे उन्हें समस्या होती है। ऐसे लोगों को दूध या अन्य डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करने से पेट में दर्द से लेकर गैस व सूजन आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डायटीशियन रितु पुरी आपको कुछ ऐसे ही लक्षणों के बारे में बता रही हैं, जो लैक्टोज इनटॉलरेंस होने पर व्यक्ति में नजर आते हैं-
लैक्टोज इनटॉलरेंस होने पर पेट दर्द और सूजन की समस्या होना बेहद आम है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कोलन में बैक्टीरिया लैक्टोज को फरमेंट करते हैं। यह लैक्टोज (लैक्टोज इन्टॉलरेंस क्या है) शरीर द्वारा पचाया नहीं जाता है, जिसके परिणामस्वरूप शरीर में अतिरिक्त गैस और पानी होता है। इस स्थिति में दर्द ज्यादातर नाभि और पेट के निचले हिस्से के आसपास होता है।
लैक्टोज इनटॉलरेंस होने पर अक्सर व्यक्ति को डायरिया की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति में स्टूल काफी थिन हो जाता है और वह लिक्विड रूप में बाहर निकलता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि अपचित लैक्टोज कोलन में फरमेंट होता है। जिसके कारण आंत में पानी की मात्रा बढ़ने लगती है और व्यक्ति को डायरिया की समस्या होती है।
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लैक्टोज इनटॉलरेंस होने पर पेट में गैस बनना बेहद ही आम है। हो सकता है कि दूध में सेवन करने के बाद आपको पेट में फूलेपन का अहसास हो या फिर आप अपने निचले पेट में गड़गड़ाहट की आवाज़ (बॉडी से आने वाली इन आवाजों को नजरअंदाज न करें) सुनते हैं। यह संकेत है कि आप लैक्टोज इनटॉलरेंस व्यक्ति है। दरअसल, कोलन में लैक्टोज का फरमेंटेशन होने पेट फूलने लग जाता है। हालांकि, गैस की यह समस्या एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में काफी भिन्न हो सकता है। आमतौर पर, लैक्टोज के फरमेंटेशन से उत्पन्न गैस गंधहीन होती है।
चूंकि लैक्टोज इनटॉलरेंस आपके पाचन तंत्र से जुड़ा हुआ है, इसलिए ऐसे व्यक्ति को पाचन तंत्र संबंधी किसी भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जहां कुछा लोगों को लैक्टोज इनटॉलरेंस होने पर डायरिया की समस्या होती है, वहीं कुछ लोग कब्ज का भी सामना करते हैं। हालांकि, यह स्थिति अपेक्षाकृत कम ही देखने में मिलती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि लैक्टोज का सेवन करने से व्यक्ति के कोलन में मीथेन के प्रोडक्शन में वृद्धि होने लगती है। इतना ही नहीं, लैक्टोज इनटॉलरेंस व्यक्ति को मल त्याग के दौरान असुविधा का भी सामना करना पड़ सकता है।
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अब अगर आपको भी दूध या दूध से बने प्रोडक्ट का सेवन करने पर यह लक्षण नजर आएं तो समझ लीजिए कि आप भी लैक्टोज इनटॉलरेंट हैं। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकीअपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
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