जब भी गर्भनिरोधक गोलियों की बात होती है तो महिलाओं के मन में उसे लेकर कई तरह के संशय होते हैं। आमतौर पर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियां लेने से हिचकिचाती हैं। कुछ महिलाओं का मानना होता है कि यह सेहत पर विपरीत प्रभाव डालती हैं तो कुछ मामले ऐसे भी आए हैं, जब गर्भनिरोधक गोलियां लेने के बाद भी महिला गर्भवती हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपको इसे सही तरह से लेने के तरीके के बारे में पता नहीं होता। जिसके कारण महिला को न सिर्फ अनचाहे गर्भ से बल्कि कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से भी जूझना पड़ता है।
यूं तो आज के समय में गर्भनिरोध के कई उपाय मौजूद हैं, लेकिन गर्भनिरोधक गोलियां लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसकी मदद से आप अपनी इच्छानुसार गर्भधारण कर सकती हैं। जहां कॉपर टी या अन्य उपायों में आपको एक निश्चित समय के लिए रूकना ही पड़ता है, जबकि गर्भनिरोधक गोलियों को आप कितने भी समय के लिए इस्तेमाल कर सकती हैं। आमतौर पर महिलाएं मानती हैं कि इसका शरीर पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, जबकि वास्तव में ऐसा नहीं है। यह गर्भनिरोध का सबसे सुरक्षित व प्रभावी तरीका है, लेकिन इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा-
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अगर आप अभी मां नहीं बनना चाहतीं और इसके लिए गर्भनिरोधक गोलियां लेना चाहती हैं तो सबसे पहले इस बारे में स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें। दरअसल, हर महिला की मेडिकल कंडीशन अलग होती है और स्त्री रोग विशेषज्ञ आपका पूरा चेकअप करने के बाद ही आपकी स्थिति के अनुसार गर्भनिरोधक गोलियों के बारे में बताएगी। आप डॉक्टर द्वारा लिखी गई गोलियों का ही सेवन करें। कभी भी मेडिकल स्टोर पर जाकर खुद से दवाई का सेवन करना शुरू न करें।
गर्भनिरोधक गोलियों को प्रभावी बनाने के लिए जरूरी है कि आपको इसके सही सेवन की जानकारी हो। इसका सेवन मासिक धर्म खत्म होने के पहले दिन से शुरू कर देना चाहिए और तीन सप्ताह रोज एक गोली का सेवन करें। इसके बाद सात दिन के लिए इसे रोक दें, जिस दौरान मासिक धर्म का स्त्राव होता है। उसके बाद दोबारा तीन सप्ताह तक इन गोलियों का सेवन प्रारंभ करें। गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन इसी तरह किया जाता है। साथ ही गोली के सेवन के बीच 24 घंटे का गैप होना चाहिए, इसलिए आप एक निश्चित समय पर ही दवाई लें। अगर किसी कारणवश दवाई लेने के बाद आपको उल्टी हो जाती है, तो दूसरी गोली तभी लें। अन्यथा गर्भधारण होने के चांसेज बढ़ जाते हैं।
कई महिलाओं को गर्भनिरोधक दवाईयों का सेवन करने से कई तरह की परेशानी जैसे सिर में दर्द, चक्कर आना, मितली का अहसास व मूड स्विंग्स आदि परेशानी होती है। अगर आपको लंबे समय तक ऐसी कोई परेशानी हो तो स्त्री रोग विशेषज्ञ को इस बारे में जरूर बताएं। दवाई के साथ-साथ नियमित चेकअप करवाना बेहद जरूरी है।
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जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करती हैं, उन्हें किसी भी तरह की अन्य दवाई का सेवन डॉक्टर के परामर्श के बिना नहीं करना चाहिए। दरअसल, कई बार इसके कारण शरीर में रिएक्शन होने का डर बना रहता है। वैसे दवाई के अतिरिक्त गर्भनिरोधक दवाईयों का सेवन करने वाली महिला को धूम्रपान से भी दूर रहना चाहिए।
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