जब शिशु इस दुनिया में आता है तो उसके कुछ अंगों की बनावट एकदम सही नहीं होती है। मां मालिश के दौरान अपने बच्चे के कुछ अंगों को आकार देने की कोशिश करती है। जी हां आपने देखा होगा कि आपके घर के बड़े-बुजुर्ग मालिश के दौरान शिशु की नाक में उठाव, माथे में दबाव और सिर को गोलकर करने की कोशिश करते हैं। आज हम शिशु के सिर के आकार को गोल आकार देने के बारे में ही बता रहे हैं। यह नुस्खा मेरी मम्मी ने मुझे तब बताया था जब मेरी बेटी हुई थी आज यह नुस्खा मैं आपके साथ शेयर कर रही हूं।
जब मेरी बेटी हुई थी तो कुछ दिनों के बाद उसके सिर की शेप चपटी हो गई थी और हर मां कि तरह मुझे भी चिंता सताने लगी कि चपटे सिर के कारण मेरी बेटी अजीब सी दिखने लगेगी। तब मेरी चिंता को देखते हुए मेरी मां ने मुझे बताया कि जब आप अपने बच्चे को गलत तरीके से सुलाते है तो इससे उसका सिर गलत बनावट ले सकता है लेकिन परेशान ना हो क्योंकि शिशु के सिर के नीचे राई का तकिया लगाने से समस्या ठीक हो जाती है। मैंने ऐसा ही किया और कुछ दिन में उसका सिर गोल हो गया। इस उपाय को मैंने कई महिलाओं के साथ शेयर किया। उनके शिशुओं को भी बहुत फायदा हुआ।
जी हां जब शिशु जन्म लेता है तो उसके सिर की बनावट एकदम सही नहीं होती है। कभी उसका सर चपटा हो सकता है तो कभी थोड़ा बहुत कोण जैसा। जन्म के दौरान नवजात के सिर पर हल्का सा प्रेशर पड़ता है जिससे उसके सिर में अंतर आ जाता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की शिशु का सिर जिंदगी भर ऐसा ही रहेगा। शुरुआत में ही अगर ध्यान दे दिया जाए तो आप अपने शिशु के सिर को गोल आकार दे सकती हैं। हालांकि शुरुआत के कुछ दिनों में शिशु के सिर का विशेष तौर पर ख्याल रखना जरुरी होता है। क्योंकि शिशु के सिर का ऊपरी हिस्सा जिसे फॉन्टानेल कहते हैं वह काफी नाजुक होता है।
शिशु के लिए राई का तकिया
शिशु का सिर बहुत नाजुक होता है। शुरू-शुरू में आप इसे किसी भी शेप में ढाल सकती हैं। कई बार जब हम ध्यान नहीं देते हैं तो बच्चे का सिर पीछे से चपटा या थोड़ा सा तिरछा हो जाता है। ऐसे में शिशु की मसाज के लिए आने वाली दाई उसके सिर की मसाज करने के बाद इसे हल्का सा दबाती हैं। जिससे उसका शेप गोल ही रहता है। इसके अलावा आप शिशु के सिर में नीचे राई का तकिया लगाकर भी उसके सिर को गोल आकार दे सकती हैं। इसे आप आसानी से घर में ही बना सकती हैं।
राई के तकिये के फायदे
- राई का तकिया बहुत सॉफ्ट होता है और आपका शिशु इस पर कम्फर्टेबल हो कर सो पाता है।
- इस तकिये की खासियत यह है की जब आपका बच्चा करवट लेता है तब यह अपने आप उसके सिर के हिसाब से एडजस्ट हो जाता है।
- इस पर सिर रखकर सोने से आपके बच्चे में जो छोटे मोटे अंतर है वो आसानी से ठीक हो जाते है।
- आपके बच्चे के 8 से 9 महीने की उम्र के होने तक आप इस तकिये को इस्तेमाल कर सकते है।
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सावधानी
राई का तकिया बहुत गर्म होता है इसलिए बहुत ज्यादा गर्मी में इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
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