कहते हैं कि कुछ भी करने से पहले जरूर सोचना-समझना चाहिए। बिना सोचे-समझे किया गया कोई भी काम व्यक्ति के लिए बाद में समस्या खड़ी कर सकता है। लेकिन थिंकिंग और ओवर थिंकिंग में अंतर होता है। कुछ लोग किसी भी एक छोटे से स्टेप को उठाने से पहले बहुत ज्यादा ही सोचने लग जाते हैं, जिससे उन्हें बैचेनी होती है। ऐसे लोग ओवर थिंकिंग के चलते मानसिक रूप से परेशान रहते हैं।
अध्ययनों में भी यह खुलासा हुआ है कि जरूरत से ज्यादा सोचने वाले लोग अधिकतर नकारात्मक विचारों से प्रभावित होते हैं। जिसके कारण उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। यह आपकी बेहतर नींद की क्षमता लेने को भी प्रभावित करता है। ऐसे में जरूरी है कि आप कुछ आसान कुछ आसान तरीके अपनाएं ताकि आप ओवरथिंकिंग की आदत से निजात पा सकें। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको ऐसे ही कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं-
लिखने की डालें आदत
यह एक आसान हैक है जो आपकी ओवर थिंकिंग की आदत से निजात दिला सकता है। कई बार कुछ विचार हमारे दिमाग में घूमते रहते हैं और हम चाहकर भी इस आदत से निजात नहीं पा सकते हैं। ऐसे में इन विचारों को बाहर निकालने से आप ओवर थिंकिंग से बच सकती हैं। इसका आसान तरीका है कि आप अपने विचारों को लिखें। जब आप इन्हें लिखती हैं तो आपको इन विचारों की गिरफ्त से बाहर निकलने में मदद मिलती है।
करें स्वीकार
यह भी एक आसान तरीका है, जो आपकी ओवरथिंकिंग की आदत को मैनेज करने में मददगार है। अक्सर हम यह सोचते हैं कि अगर ऐसा होगा तो क्या होगा, अगर वैसा होगा तो क्या होगा। इस तरह हम खुद को सोच-सोचकर परेशान करते हैं। लेकिन अगर आप इस उलझन से बाहर आना चाहते हैं तो ऐसे में सबसे अच्छा उपाय है कि आप स्थिति को स्वीकारें। जब आप खुद से यह कहती हैं कि आप किसी भी बुरी से बुरी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं तो ऐसे में आप ओवरथिंकिंग से बच जाती हैं।
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खुद को कहीं और उलझाएं
यह भी एक आसान हैक है, जो आपको ओवरथिंकिंग से बाहर ला सकता है। कई बार ऐसा होता है कि हम एक ही चीज के बारे में लगातार सोचते हैं, जिससे हम खुद को मानसिक रूप से परेशान करते हैं। ऐसे में खुद को डिस्ट्रैक्ट करने के लिए आप किसी अन्य चीजों में खुद को व्यस्त रखने का प्रयास करें। मसलन, आप कुछ नई हॉबी क्लासेस ज्वॉइन करें। इससे आपको एक नया ग्रुप मिलेगा और नए लोगों से जुड़ने के कारण आप खुद को उस विचार से बाहर ला पाएंगी।
अपनाएं डीप ब्रीदिंग तकनीक
ओवरथिंकिंग व्यक्ति को बैचेन कर सकता है, लेकिन अगर आप डीप ब्रीदिंग तकनीक अपनाती हैं तो इससे आप खुद को अधिक रिलैक्स महसूस करती हैं। मेडिटेशन व डीप ब्रीदिंग के जरिए व्यक्ति खुद को मानसिक रूप से अधिक मजबूत बना पाता है, जिसके कारण छोटी-छोटी बातें या स्थिति व्यक्ति को परेशान नहीं करती हैं। ऐसे में व्यक्ति ओवर थिंकिंग से खुद को बचा पाता है।
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समस्या के समाधान पर करें विचार
यह देखने में आता है कि जब व्यक्ति जरूरत से ज्यादा सोचता है तो वह केवल समस्या पर ही विचार करता है। जिससे उसके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। ऐसे में इस समस्या से बाहर आने के लिए आप प्रॉब्लम की जगह उसके सॉल्यूशन खोजें। जब आपको मौजूदा या आने वाली समस्या के समाधान के बारे में पता होगा तो आप खुद को ओवरथिंकिंग से भी बचा पाएंगी।
तो अब आप भी यह आसान टिप्स अपनाएं और अपनी जरूरत से ज्यादा सोचने की आदत से छुटकारा पाएं।
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Image Credit- freepik
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