यह तो हम सभी जानते हैं कि मीठा खाना हमारी सेहत के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है, क्योंकि हम अतिरिक्त कैलोरी का सेवन करते हैं। जब हम अतिरिक्त कैलोरी लेते हैं तो धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है और इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती है। लेकिन क्या आपको इस बात की जानकारी है कि चीनी हार्मोनल असंतुलन की वजह भी बन सकती है। चीनी इंसुलिन और कोर्टिसोल से लेकर एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन और यहां तक कि लेप्टिन जैसे भूख बढ़ाने वाले हार्मोन तक, सभी तरह के सिस्टम को प्रभावित करती है।
दरअसल, जब हम लगातार मीठे स्नैक्स या ड्रिंक्स लेते हैं, तो इससे हमारा ब्लड शुगर लेवल बढ़ता और गिरता है, जिससे हार्मोन ओवरड्राइव में चले जाते हैं। इससे क्रेविंग से लेकर मूड स्विंग और यहां तक कि एनर्जी में कमी भी आ सकती है। अत्यधिक चीनी आपकी बॉडी का पूरा सिस्टम बिगाड़ सकती है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि चीनी किस तरह से हार्मोनल असंतुलन की वजह बन सकती है-
कोर्टिसोल होता है स्पाइक
चीनी का अत्यधिन सेवन आपके शरीर में तनाव बढ़ा सकता है। दरअसल, चीनी कोर्टिसोल को ट्रिगर कर सकती है, जिसे तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि मीठा खाने से ब्लड शुगर लेवल एकदम से बढ़ता है और फिर गिरता है और आपका शरीर इसे एक “तनावपूर्ण“ घटना के रूप में देखता है, जिससे कोर्टिसोल भी स्पाइक हो सकता है। जब आपके शरीर में कोर्टिसोल लेवल अधिक होता है तो इससे ना केवल आप खुद को अधिक तनावग्रस्त महसूस करते हैं, बल्कि इससे आपकी नींद भी डिस्टर्ब हो सकती है या बैली फैट बढ़ सकता है।
लेप्टिन और घ्रेलिन पर पड़ता है असर
लेप्टिन और घ्रेलिन आपकी भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन है। लेप्टिन वह हार्मोन है जो आपको बताता है कि आपका पेट कब भरा हुआ है और घ्रेलिन आपको बताता है कि आपको कब भूख लगी है। जब ये हार्मोन सही तरह से काम करते हैं और आप माइंडफुल तरीके से ईटिंग करने में सक्षम हो पाते हैं। लेकिन चीनी ब्लड शुगर लेवल में लगातार उतार-चढ़ाव पैदा करके इन दोनों को प्रभावित करती है। इससे लेप्टिन रेसिस्टेंस हो सकता है, जिससे आपके माइंड तक यह सिग्नल ही नहीं मिल पाता कि आपका पेट भर गया है। इस स्थिति में आपको भोजन के बाद भी भूख लग सकती है, जिससे आप अधिक खा सकते हैं।
यह है एक्सपर्ट की राय
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थायराइड हार्मोन होता है प्रभावित
अत्यधिक चीनी आपके इंसुलिन लेवल पर असर डालती है। ऐसे में अधिक चीनी और हाई इंसुलिन लेवल आपके थायराइड को धीमा कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि बहुत अधिक इंसुलिन शरीर में सूजन पैदा कर सकता है, जो अक्सर थायराइड ग्रंथि को प्रभावित करता है। आपके थायराइड हार्मोन मेटाबॉलिज्म से लेकर एनर्जी लेवल तक के लिए जिम्मेदार होते हैं। यही वजह है कि जब चीनी की वजह से ये डिस्टर्ब होते हैं तो आपको थकान, वजन बढ़ना और मूड स्विंग हो सकता है।
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Image Credit- freepik
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