पीरियड फ्लो में दिखें ये बदलाव तो तुरंत लें डॉक्टर की सलाह

पीरियड फ्लो में अचानक से होने वाले बदलाव को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। पीरियड फ्लो एकदम से कम या ज्यादा होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।

what is normal period flow

पीरियड्स का हेल्दी होना किसी भी महिला की सेहत के बारे में बहुत कुछ बताता है। पीरियड्स के दिनों में फ्लो, पीरियड साइकिल की अवधि, इस दौरान दिखाई देने वाले लक्षण और बाकी अन्य चीजें सभी महिलाओं में एक-दूसरे से अलग होती हैं। पीरियड फ्लो का सही होना बहुत जरूरी है। अगर आपका फ्लो कम है जो यह शरीर में पोषक तत्वों या खून की कमी का संकेत है वहीं अगर फ्लो ज्यादा है तो इसके पीछे भी हार्मोनल इंबैलेंस जैसी कई वजहें हो सकती हैं। आपके पीरियड्स का फ्लो आपकी हेल्थ के बारे में क्या कहता है और कब आपको डॉक्टर से सलाह लेने की जरूरत है, इस बारे में डाइटीशियन मनोली मेहता ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से जानकारी शेयर की है। आइए आपको बताते हैं।

पीरियड फ्लो का कम होना

know your flow

पीरियड फ्लो का कम होना हार्मोन्स में गड़बड़ी का संकेत है। हालांकि अगर यह लंबे समय तक रहता है तो स्ट्रेस, अनहेल्दी डाइट, वजन में बदलाव या फिर पीसीओएस इसका कारण हो सकता है। पीरियड्स के शुरू या आखिर के दिनों में फ्लो का कम होना सामान्य है लेकिन अगर फ्लो बहुत ही कम है और ऐसा लगभग 3 महीने से हो रहा है तो आपको गायनोकॉलोजिस्ट की सलाह लेनी चाहिए। पीरियड फ्लो का बहुत कम होना या फिर स्पॉटिंग होना कई बार एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का साइन हो सकता है।

मीडियम फ्लो

पीरियड फ्लो के मीडियम होने का मतलब है कि आपका फ्लो न बहुत अधिक है और न बहुत कम है। अगर आप मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल कर रही हैं तो एक दिन में 20-30 मि-ली ब्लड नॉर्मल है। पैड्स यूज करने पर अगर आपको इसे 3-4 घंटे में बदलने की जरूरत पड़ रही है तो यह सामान्य है। इससे ज्यादा ब्लड आने पर उसे हैवी फ्लो माना जाएगा। मीडियम फ्लो के लिए सही से खाना, रोज एक्सरसाइज करना और पूरी नींद लेना बहुत जरूरी है। अगर आप पीरियड फ्लो अचानक से कम या ज्यादा हो जाए तो आपको डॉक्टर से चेकअप जरूर करवाना चाहिए। (हेल्दी पीरियड्स के संकेत)

अगर आपको पीरियड की अवधि में 80 मि-ली से अधिक ब्लड और साथ ही बड़े ब्लड क्लॉट्स भी आ रहे हैं तो आपको सचेत होने की जरूरत है। अगर आपके मेंस्ट्रुअल कप को हर 5-6 घंटे में बदलने की जरूरत पड़ रही है या फिर पीरियड्स के दौरान आपको उल्टी, बीपी लो होना, अधिक क्रैम्प्स आना, पेट के साथ पीठ और शरीर में भी दर्द होना, जैसी परेशानियां हो रही हैं तो यह हैवी पीरियड्स का संकेत है। इसके अलावा अगर पीरियड साइकिल 7 दिनों से अधिक है तो यह सही नहीं है। बिना देर किए डॉक्टरी सलाह लें।

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Image Credit- Freepik

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