क्या लैपटॉप गोद में रखने से वाकई होती है फर्टिलिटी की समस्या?

अधिकतर लोगों का यह दावा होता है कि लैपटॉप को गोद में रखने से समस्या होने लगती है। पर क्या वाकई ऐसा होता है? आज लैपटॉप के उपयोग को लेकर ही बात कर लेते हैं। 

How does laptop affects fertility

लैपटॉप में रोजाना काम करने के बहुत सारे नुकसान होते हैं। हमारी लाइफस्टाइल जिस तरह की हो गई है उसके हिसाब से हमें दिन रात लैपटॉप में काम करते-करते ही बीत जाता है। इसका हमारी सेहत पर गलत असर पड़ता है इसे भी हम जानते हैं। लैपटॉप पर ज्यादा काम करने से नेक रिंकल्स से लेकर पॉश्चर की खराबी और बैक पेन से लेकर स्लिप डिस्क तक का खतरा हो सकता है, लेकिन पापी पेट का सवाल है, तो करना ही पड़ेगा। पर एक ऐसी बात भी है जिस पर आधे लोग यकीन करते हैं और आधे नहीं।

क्या लैपटॉप को गोद में रखने से फर्टिलिटी पर असर पड़ता है? महिलाओं के ही नहीं यह तो पुरुषों के लिए भी सही नहीं माना जाता। ऐसा दावा किया जाता है कि लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से मेल स्पर्म काउंट पर भी असर पड़ता है। पर क्या वाकई ऐसा होता है?

लैप सर्जन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर गरिमा श्रीवास्तव एमडी (MRCOG (UK)) ने इंस्टाग्राम पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है।

क्या कुछ देर के लिए लैपटॉप को गोद में रखने से समस्या होगी?

डॉक्टर गरिमा के मुताबिक, कुछ देर के लिए अगर लैपटॉप को गोद में रखा जाए, तो कोई दिक्कत नहीं होगी। हालांकि, इसे लेकर कोई ऐसी स्टडी नहीं हुई है जो जेनिटल एरिया में हीटिंग को समझा सके। कुछ देर के लिए गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से दिक्कत नहीं होती है। आखिर इसका नाम ही लैपटॉप है जिसका मतलब है कि इसे गोद में रखकर ही इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि लंबे समय तक ऐसा करना खतरा बन सकता है।

keeping laptop in lap and fertility issues

क्या लंबे समय तक लैपटॉप को गोद में रखने से समस्या होगी?

जी हां, लंबे समय तक अगर आप लैपटॉप को गोद में रखते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं सामने आ सकती हैं। डॉक्टर गरिमा का कहना है कि लंबे समय तक इस तरह की हीट प्राइवेट पार्ट्स पर असर डाल सकती है। इससे स्पर्म काउंट पर भी असर पड़ सकता है।

नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में पब्लिश एक रिसर्च के मुताबिक, जब लैपटॉप को गोद में रखा जाता है तब ना सिर्फ लैपटॉप से निकली हुई हीट, बल्कि लैपटॉप के अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक सर्किट्स से भी प्राइवेट पार्ट्स पर असर पड़ता है। इसके साथ ही, वाई-फाई रेडियो फ्रीक्वेंसी और रेडिएशन का असर भी होता है। ऐसा मुमकिन है कि इससे फर्टिलिटी पर असर पड़े, लेकिन हर किसी को पड़ेगा ही यह जरूरी नहीं है।

keeping laptop in lap

लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से वर्किंग पॉश्चर भी खराब होता है। लैपटॉप लंबे समय तक गोद में रखने से आपको कमर और पीठ दर्द की समस्या भी हो सकती है क्योंकि इसमें बहुत देर तक गर्दन झुकी हुई रहती है।

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क्या स्पर्म काउंट कम होता ही है?

पुरुषों के मामले में ऐसा माना जाता है कि इससे स्पर्म काउंट कम हो ही जाएगा, लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। कभी-कभी लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से कोई परेशानी नहीं होगी। हां, अगर आप रोजाना कई घंटों तक लैपटॉप को गोद में रख रहे हैं, तो उससे समस्या बढ़ेगी।

जिस स्टडी का ऊपर जिक्र किया गया है उसके हिसाब से 7 घंटे तक हफ्ते भर गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से दिक्कत हो सकती है। अगर ज्यादा मैग्नेटिक फील्ड वाली जगह पर हैं, तो असर भी ज्यादा होगा।

पॉश्चर, मोबिलिटी, कमर और पीठ की हेल्थ के लिए बेहतर होगा कि आप लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने की आदत छोड़ दें।

अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी से।

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