PMS में मूड स्विंग्स के पीछे होते हैं ये 5 कारण

पीरियड से पहले और पीरियड के दिनों में मूड स्विंग्स के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस की वजह से भी ऐसा हो सकता है।

What causes PMS mood swings

PMS Mood Swings: पीरियड के दौरान और इससे कुछ दिन पहले महिलाओं के शरीर में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिनका असर साफ नजर आता है। कई महिलाओं में पीरियड्स से पहले इमोशनल और फिजिकल बदलाव नजर आते हैं। वहीं, कुछ महिलाओं में ये नहीं भी दिखाई देते हैं। इसे प्रीमेंस्ट्रूल सिंड्रोम कहा जाता है। दरअसल, शरीर में होने वाले हार्मोनल उतार-चढ़ाव की वजह से पीरियड से कुछ दिन पहले महिलाओं को मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, तनाव और बेचैनी महसूस हो सकती है। पीरियड से पहले और पीरियड के दिनों में मूड स्विंग्स के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। यहां हम आपको ऐसे ही 5 कारणों से बारे में बता रहे हैं, जो PMS में होने वाले मूड स्विंग्स के लिए जिम्मेदार हैं। इस बारे में डाइटिशियन मनप्रीत जानकारी दे रही हैं। मनप्रीत ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स किया है। वह हार्मोन और गट हेल्थ कोच हैं।

PMS में मूड स्विंग्स के कारण (What causes severe PMS mood swings)

pms symptoms

  • पीएमएस मतलब प्रीमेंस्ट्रूल सिंड्रोम की वजह से महिलाओं के शरीर में कई लक्षण महसूस होते हैं। क्रेविंग्स, मूड स्विंग्स इन्हीं में से एक हैं।
  • पीरियड से पहले होने वाले मूड स्विंग का सबसे अहम कारण शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं।
  • इन हार्मोनल बदलावों का असर आपके मूड ही नहीं, बल्कि डाइजेशन समेत कई चीजों पर होता है।
  • शरीर में जरूरी न्यूट्रिएंट्स जैसे मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन की कमी भी इसकी वजह हो सकती है।
  • दरअसल, इन न्यूट्रिएंट्स की कमी की वजह से मांसपेशियों में दर्द और थकान होती है, जो पीएमएस में मूड स्विंग्स का कारण बनती है।

mood swings because of pcos

  • इंफ्लेमेशन भी मूड स्विंग्स की एक वजह हो सकती है। प्रोसेस्ड पैक्ड फूड खाने से ब्लोटिंग, वॉटर रिटेंशन और इंफ्लेमेशन हो सकता है। इसलिए, ऐसा न करें।
  • अगर आप बहुत अधिक कैफीन का सेवन करती हैं, तो इससे भी पीएमएस के दौरान आपको मूड स्विंग्स और बेचैनी हो सकती है।
  • इंसुलिन रेजिस्टेंस भी शरीर में कई तरह की परेशानियों की जड़ बनता है। खासकर, पीसीओएस में महिलाओं को इंसुलिन रेजिस्टेंस होता है। इससे खान-पान, डाइजेशन, वजन और मूड पर भी असर होता है।
  • स्ट्रेस की वजह से शरीर में एस्ट्रोजन और टेस्टेस्टेरोन के लेवल पर असर होता है। तनाव की वजह से कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है और फर्टाइल हार्मोन्स में कमी आती है। इससे भी मूड स्विंग्स होते हैं।

यह भी पढ़ें- पीरियड्स से पहले होती है बेचैनी और तनाव? पानी में मिलाकर पिएं यह पाउडर

मूड स्विंग्स के इन कारणों पर जरूर ध्यान दें। अगर आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या है, तो हमें आर्टिकल के ऊपर दिए गए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम अपने आर्टिकल्स के जरिए आपकी समस्या को हल करने की कोशिश करेंगे।

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।

Image Credit:Freepik, Shutterstock

यह भी पढ़ें- Food Habits: कहीं खाने की गलत आदतों की वजह से तो खराब नहीं हो रहा है आपका मूड?

आपकी राय हमारे लिए महत्वपूर्ण है! हमारे इस रीडर सर्वे को भरने के लिए थोड़ा समय जरूर निकालें। इससे हमें आपकी प्राथमिकताओं को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। यहां क्लिक करें-

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP