ज्यादातर महिलाओं को इस बात की शिकायत रहती है कि उनकी बाजुओं पर फैट बहुत जल्दी आता है जिसका उनका फिगर खराब दिखाई देता है। जी हां महिलाओं की बॉडी में सबसे ज्यादा फैट जहां जमा होता है, उसमें पेट, कमर, हिप्स, थाइज और हाथों का फैट खासतौर पर बाजुओं का फैट शामिल है। बाजुओं का फैट देखने में बेहद बुरा लगता है, क्योंकि फैट की ये पोटली आपकी दोनों बाजुओं में लटकती रहती है जिसके कारण महिलाओं को स्लीवलेस पहनने में झिझक महसूस होती है। इस फैट को बार-बार शीशे में देखकर महिलाएं अपना मूड खराब करती रहती हैं और इसे कम करने डाइटिंग से लेकर कई तरह की एक्सरसाइज भी करती हैं। लेकिन कुछ ज्यादा फर्क महसूस नहीं होता है। क्योंकि इस जगह के फैट को कम करने के लिए विशेष तरह की एक्सरसाइज और योग की जरूरत होती है। जी हां जिस तरह आप पेट का फैट कम करने के लिए खास तरह के योग का सहारा लेती हैं उसी तरह आपको बॉडी के अन्य जगह पर जमा फैट को दूर करने के लिए भी कुछ स्पेशल योग करने की जरूरत पड़ती है। ऐसे ही कुछ योगासन हाथों के फैट को कम करने के लिए भी होते हैं। आज हम आपको ऐसे ही 5 योगासन के बारे में बताएंगे जो आपके बाजुओं के फैट को कम करने में आपकी पूरी मदद करेंगे।
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महिलाओं की बॉडी में अगर फैट इकट्ठा होने की बात की जाये तो कई ऐसे हिस्से हैं, जहां आसानी से उनकी बॉडी फैट स्टोर करना शुरु कर देती है। इसमें सबसे पहले बैली फिर थाइज और हिप्स पर फैट का इकट्ठा होना शुरु होता है। इसके बाद बाजुओं में फैट आना शुरु होता है। और बॉडी के हिस्से पर फैट इतना ज्यादा इकट्ठा हो जाता है कि मसल्स नीचे की ओर लटकने लगता है। जी हां फैट की एक मोटी लेयर बन जाती है कि यह लटकती बाजुओं के रूप में दिखाई देती है। सर्वा योगा, माइंडफुलनेस एंड बियोंड के फाउंडर और सीईओ श्री सर्वेश शशि का कहना हैं कि "टोनिंग" एक ऐसा शब्द है जिसका इस्तेमाल कुछ मसल्स जैसे थाइज, बाजुओं या पेट के निचले हिस्से की मजबूती और उनकी ग्रोथ के लिए किया जाता है। योग के दौरान, मसल्स को फैलाया और मजबूत किया जाता है। इसके कारण, मसल्स के फाइबर और कनेक्टिव टिश्यु बढ़ जाते हैं, जबकि अतिरिक्त प्रतिरोध से स्ट्रेस पैदा होता है, जो कोलेजन फाइबर्स बढ़ाता है, इससे एक सुडौल एवं टोंड खूबसूरती प्राप्त होती है।
भुजंगासन
भुजंगासन जिसे आप कोबरा पोज के नाम से भी जानते है। चूंकि यह दिखने में फन फैलाए एक सांप जैसे आकार का आसन है, इसलिए इस आसन का नाम भुजंगासन रखा गया है। हाथों के फैट को कम करने और उन्हें मजबूत बनाने में बहुत ही असरदार है। यह ब्लड सर्कुलेशन में भी सुधार करता है।
भुजंगासन करने का तरीका
भुजंगासन नियमित रूप से करने पर पीठ दर्द में आराम मिलता है। इस आसन के कई सारे फायदे हैं। #YogaDay2019 pic.twitter.com/QtyK8lzpsc
— Narendra Modi (@narendramodi) June 16, 2019
- इस आसन को करने के लिए पहले पेट के बल सीधा लेट जाएं।
- फिर अपने दोनों हाथों को माथे के नीचे रखें।
- दोनों पैरों के पंजों को साथ रखें।
- अब माथे को सामने की ओर उठाएं।
- फिर दोनों बाजुओं को कंधों के समानांतर रखें जिससे शरीर का भार बाजुओं पर पड़े।
- अब शरीर के ऊपरी हिस्से को बाजुओं के सहारे उठाएं।
- शरीर को स्ट्रेच करें और लंबी सांस लें।
- कुछ देर इसी पॉजीशन में रहने के बाद वापस पेट के बल लेट जाएं।
चतुरंग दंडासन
चतुरंगा दंडासन आपकी बाजुओं की ताकत में सुधार करता है और आपको हाथों की चर्बी कम करने में मदद करता है। इसे रोजाना करने से आप तेजी से अपनी बाजुओं का फैट कम कर सकती हैं। जी हां आप बाजुओं के फैट को कम करने के लिए चतुरंग दंडासन भी कर सकती हैं। इस आसन को प्लैंक भी कहा जाता है।
चतुरंग दंडासन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले ज़मीन पर पेट के बल लेट जाएं।
- फिर हाथों को आगे लाकर चेस्ट के पास लाएं फिर कंधों के सहारे थोड़ा सा ज़मीन पर टिक जाएं।
- अब अपने दोनों हाथों से हथेलियों और पैरों की उंगलियों पर अपनी बॉडी के वेट को छोड़ दें।
- ध्यान रखें कि आसन करते समय आप अपनी पीठ सीधी रखें।
- सिर को सीधा रखकर आगे की ओर देखें।
- इस आसन में आप 30 से 60 सेकेंड तक रुक सकते हैं।
बकासन
बकासन या crow pose आपकी बाहों, कंधों और कलाई को मजबूत करने के लिए बहुत अच्छा आसन है। साथ ही यह आपके पेट को भी टोन करेगा और शरीर के समन्वय में सुधार करेगा।
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बकासन करने का तरीका
- इस आसन करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैर पास लाएं और अपने दोनों हाथ मजबूती से जमीन पर रखें।
- एक बात याद रखें आपके हाथ और कंधे अलग चौड़ाई पर हों।
- अब अपने हिप्स को उठाएं और सुनिश्चित करें की आपकी मेन मसल्स इस तरह हो कि आपके घुटने आपके ट्राईसेप्स के पास आ जाएं।
- अगर आप बकासन कर रही हैं तो अपनी ऊपरी बाहों के साथ एक शेल्फ बनाएं जैसा कि आप अपनी कोहनी मोड़ते हैं।
- आगे की तरफ देखते हुए आराम से अपने पैरों को उठाएं। अपनी बॉडी का वेट अपनी हाथों पर ले आएं।
- इस मुद्रा में थोड़ी देर के लिए रहें। बकासन करने के लिए अपने हाथों को सीधा रखें।
- थोड़ी देर के लिए इस पॉजीशन में रहने के बाद अपने पैर नीचे करें और उत्तानासन की मुद्रा में आ जाएं।
पूर्वोत्तानासन
पूर्वोत्तानासन करने से आपके शोल्डर, हाथ, कलाई और पीठ की मसल्स मजबूत होती है। इसके अलावा यह आपकी थायरॉइड ग्लैंड को भी उत्तेजित करता है और हिप्स, पेट और पैरों में स्ट्रेच लाता है।
पूर्वोत्तानासन करने का तरीका
- पैरों को सामने की ओर सीधा फैलाते हुए बैठ जाएं।
- फिर पैरों को साथ में रखें, रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
- अब हथेलियों को जमीन पर रखें, कमर के पास या कंधों के पास, अंगुलियों के सिरे बॉडी से दूर, बाजुओं को सीधा रखें।
- पीछे की ओर झुकें और हाथों से बॉडी के वेट को सहारा दें।
- सांस भरें, पेल्विक एरिया को ऊपर उठाएं, बॉडी को सीधा रखें।
- घुटनों को सीधा रखें, पांव को जमीन पर टिकाएं, पंजों को जमीन पर रखें, ऐसा करने पर तलवा जमीन पर ही रहेगा। सिर को जमीन की ओर पीछे जाने दें।
- इसी पोजीशन में सांस लेते रहें।
- सांस छोड़ते हुए वापस आएं, बैठ जाएं, आराम करें।
- अंगुलियों की दिशा को बदलते हुए मुद्राओं को दोहराएं।
अधोमुख श्वान आसन
अधोमुख श्वान आसन आपके बाजुओं और कंधों को मजबूत करती है। रेगुलर इस आसन को करने से आपको हाथ की चर्बी से छुटकारा पाने में हेल्प मिलती है। यह आसन कंधों, हैमस्ट्रिंग और पिंडलियों के स्ट्रेच में हेल्प करती है। यह आसन हाथों और पैरों दोनों की टोनिंग के लिए अच्छी है।
अधोमुख श्वान आसन करने का तरीका
- इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पर्वत मुद्रा से शुरू करें।
- फिर अपनी हथेलियों की मदद से हिप्स को ऊपर की ओर उठाएं।
- अपने पैरों पर प्रेशर डालें ताकि वे ज्यादा से ज्यादा जमीन पर फैल सकें।
- पैरों की ओर नजरें रखें और अपनी चेस्ट को थाइज की ओर दबाएं, ताकि वह सीधी हो सके।
- इस आसन को करते समय आपका शरीर त्रिकोण के आकार में होना चाहिए।
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