जैसा कि हम सभी जानते हैं कि टेक्नोलॉजी के जमाने में अधिकतर लोग शादी के निमंत्रण कार्ड को डिजिटल फॉर्म में बनवाकर इनवाइट करते हैं। ऐसे में जैसे-जैसे डिजिटल शादी के कार्ड आम होते जा रहे हैं वैसे-वैसे साइबर अपराधी भी इसका इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए कर रहे हैं। राजस्थान में हाल ही में हुए एक मामले ने इस घोटाले ने डिजिटल वेडिंग स्कैम को उजागर किया। इसमें पीड़ित ने जब वाट्सएप पर आए नकली शादी कार्ड पीडीएफ पर क्लिक किया, तो उसके अकाउंट से 4.5 लाख रुपये उड़ गए। कार्ड में मौजूद मैलवेयर ने पीड़ित के बैंक अकाउंट डिटेल चुराकर इस स्कैम को अंजाम दिया।
ऐसे में अगर आप इस स्कैम से बचना चाहती हैं, इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे कार्ड पर क्लिक करने से पहले ध्यान रखने की जरूरत है।
शादी का निमंत्रण स्कैम क्या है?
यूजर्स को ऐसी फाइलें मिलती हैं जो अक्सर डाउनलोड करने योग्य APK फाइलों के रूप में आती हैं। ऐसे में जब आप कार्ड देखने के लिए उन्हें डाउनलोड कर लेते हैं, तो मैलवेयर साइबर अपराधियों को आपके डिवाइस से डाटा चुराने और एक्सेस दिलाने में मदद करता है। आपका डाटा चुराकर अकाउंट से पैसे निकालने में कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें-कहीं PAN Card न बन जाए साइबर फ्रॉड की वजह, इन टिप्स की मदद से रहें सेफ
डिजिटल कार्ड कैसे करता है पर्सनल डाटा चुराने का काम
बता दें कोई स्कैमर इस अंजाम को तब पूरा कर पाता है, जब किसी अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर एक संदेश मिलता है। संदेश में शादी में आमंत्रित किए जाने के बारे में कुछ लाइन्स शामिल होंगी और उसके बाद कुछ अटैचमेंट होंगे जो डिजिटल शादी के कार्ड जैसा लगता है।
हालांकि, ये APK फाइलें होती हैं, एक बार डाउनलोड होने के बाद, आपके फोन में सीक्रेट तरीके से इंस्टॉल हो जाती हैं और संवेदनशील डेटा तक पहुंच सकती हैं और आपकी गतिविधियों पर नजर रख सकती हैं। साइबर अपराधी आपके फोन में पाए गए डेटा का उपयोग फोन के मालिक होने का नाटक करके किसी को भी ठगने और पैसे मांगने के लिए भी कर सकते हैं
स्कैम से बचने के लिए क्या करें?
अगर आपको किसी अनजान नंबर से शादी का निमंत्रण या कोई फाइल मिलती है, तो उस पर क्लिक न करें। अपने फोन पर कुछ भी डाउनलोड करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप भेजने वाले और फाइल की पुष्टि कर लें। अनजान नंबर से आए डिजिटल वेडिंग कार्ड को क्लिक करने से पहले जांच लें।
अगर आप इस या किसी अन्य साइबर घोटाले का शिकार हो जाते हैं, तो साइबर अपराध के लिए राष्ट्रीय हेल्पलाइन 1930 पर डायल करके या आधिकारिक सरकारी पोर्टल https://cybercrime.gov.in पर जाकर शिकायत दर्ज करके साइबर धोखाधड़ी की रिपोर्ट करें।
इसे भी पढ़ें-व्हाट्सएप के बताए इन टिप्स की मदद से रखें खुद को सेफ, स्कैम और धोखाधड़ी से जाएंगी बच
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही, अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image credit- freepik, meta ai
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों