अगर आप जियो और एयरटेल के रिचार्ज प्लान में ज्यादा इजाफा होने से परेशान हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। आप कम कीमत के रिचार्ज के लिए BSNL सिम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको नई सिम लेने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे जियो और एयरटेल से बीएसएनएल में अपना मोबाइल नंबर पोर्ट (MNP) की प्रक्रिया से पोर्ट करा सकते हैं।
BSNL की वेबसाइट पर अप्लाई करें
BSNL (Bharat Sanchar Nigam Limited) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और वहां दिए गए नंबर पोर्टिंग के लिए आवेदन के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरें। आप यहां पर अपने वर्तमान नेटवर्क प्रोवाइडर के डिटेल्स और अन्य जरूरी जानकारी प्रदान करेंगे। पोर्टिंग प्रक्रिया के लिए, आपके सिम और वर्तमान नेटवर्क प्रोवाइडर के बीच कोई आबादी होनी चाहिए। अगर आपका सिम आजादी के अंदर नहीं है, तो पहले अपने नेटवर्क प्रोवाइडर से उसे रिचार्ज करवाएं।
SMS द्वारा पोर्टिंग रिक्वेस्ट भेजें
अपने वर्तमान नेटवर्क से अपने BSNL नंबर पर SMS करें PORT <अपना 10 अंकों का मोबाइल नंबर> इस SMS को 1900 पर भेजें। उदाहरण के लिए PORT 9876****10। रिटर्न एसएमएस पर यूनिक पोर्टिंग कोड (UPC) पाएं। UPC केवल 15 दिनों के लिए वैलिड होता है।
आधार और अन्य आईडी सर्टिफाइड कराएं
BSNL के सर्विस सेंटर जाएं और वहां आधार कार्ड या अन्य मान्यता प्राप्त आईडी प्रमाणीकरण जमा करें। आपकी फोटो और बायोमेट्रिक डिटेल्स भी ली जा सकती हैं।
नई सिम कार्ड पाएं
पोर्टिंग प्रक्रिया सफल होने पर, आपको नयी BSNL सिम कार्ड दिया जाएगा। इसके लिए आपको अपने डिवाइस में इसे स्विच करना होगा। वहीं, अगर आप जम्मू और कश्मीर में रहते हैं, तो आपको 1900 पर कॉल करना होगा और पोर्टिंग निर्देशों का पालन करना होगा।
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सेवाओं के लिए सुनिश्चित हों
नई सिम कार्ड को एक्टिवेट करने के बाद, सुनिश्चित करें कि आपकी सभी सेवाएं (जैसे कि कॉलिंग, डेटा, टेक्स्टिंग) ठीक से काम कर रही हैं। किसी भी समस्या के लिए BSNL के ग्राहक सेवा में संपर्क करें और समस्या को हल करने का प्रयास करें।
ये दस्तावेज जमा करें
- पहचान प्रमाण के लिए आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट आदि।
- पता के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली बिल, बैंक स्टेटमेंट आदि।
- पोर्टिंग अनुरोध मैसेज, जिसमें पोर्टिंग कोड (UPC) हो।
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मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) से जुड़े कुछ नियम ये हैं
- अगर आपने अपना सिम कार्ड स्वैप कराया है, तो उसे बंद या खोया हुआ होना चाहिए। अगर आपने सिम को अपग्रेड करने के लिए स्वैप कराया है, तो आपको सिम कार्ड पोर्ट कराने के लिए 7 दिन तक इंतजार नहीं करना होगा।
- सिम कार्ड चोरी या डैमेज होने की स्थिति में, आपको नई सिम के लिए 7 दिन का लॉक इन पीरियड होगा। इसके बाद ही आप सिम पोर्ट करा पाएंगे।
- अगर किसी तरह की गड़बड़ी पाई जाती है, तो टेलीकॉम ऑपरेटर सिम पोर्ट करने का आवेदन खारिज भी कर सकते हैं।
- नंबर पोर्ट कराने वाले ग्राहकों की सारी जानकारी पोर्टिंग ऑपरेटर के साथ भी साझा करनी जरूरी होगी।
- अगर आपका वर्तमान ऑपरेटर पोस्ट-पेड है और कुछ बिलों का भुगतान नहीं किया गया है, तो वह भी आपका पोर्ट अनुरोध खारिज कर सकता है।
- अगर आपका मोबाइल नंबर किसी अनुबंधात्मक दायित्व यानी Contractual Obligation के तहत है या उससे जुड़े कुछ कानूनी मामले लंबित हैं, तो भी आपका पोर्ट अनुरोध खारिज हो सकता है।
- किसी कंपनी की सेवाएं कम से कम 90 दिनों तक लेने के बाद ही आप उस कंपनी को बदलने का अनुरोध कर सकते हैं।
- 90 दिन में आप केवल एक बार ही अपना नंबर पोर्ट कर सकते हैं।
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