How Many MBBS Government Seats Are In UP: 12वीं पास करने के बाद लगभग कैंडिडेट्स मेडिकल फील्ड में पढ़ाई की तैयारी में जुट जाते हैं। 7 फरवरी, 2025 से नीट यूजी रजिस्ट्रेशन विंडों ओपन कर दी गई है। इन पदों पर आवेदन के लिए कैंडिडेट्स के पास नीट यूजी द्वारा दिए गए मापदंड को पूरा करना जरूरी है। एमबीबीएस लेकर बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस और बीएससी नर्सिंग और बीएससी मेडिकल टेक्नोलॉजी में दाखिला लेने के लिए नीट की परीक्षा को पास करना जरूरी है। अगर आप भी इस एग्जाम को पास कर एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन लेने जा रहे हैं, तो बता दें कि इस बार बजट में एक बड़ी घोषणा की गई है।
साल 2025-26 में एमबीबीएस यूजी और पीजी में लगभग 10 हजार सीटों में बढ़ोत्तरी की गई है। इस लेख में जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में इस कोर्स के लिए कितने सीटें सीटें बढ़ाई गई हैं। साथ ही वर्तमान यहां पर यहां पर एमबीबीएस कोर्स के लिए कितनी सीटें हैं।
एमबीबीएस में दाखिला लेने के लिए जरूरी परीक्षा
एमबीबीएस (MBBS) में दाखिला लेने के लिए कैंडिडेट्स को एनटीए द्वारा आयोजित कराई जाने नीट यूजी की परीक्षा पास करना जरूरी होता है। NEET के परिणाम के बाद, विभिन्न सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में सीट आवंटन के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया होती है। यह प्रक्रिया NEET की ऑफिशियल वेबसाइट द्वारा की जाती है। इसमें All India Quota और State Quota दोनों के तहत सीटों का आवंटन होता है।
काउंसलिंग के बाद चयनित उम्मीदवारों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल जाता है। इसके बाद, कॉलेज में दाखिला लेने के लिए फीस और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की प्रक्रिया पूरी करनी होती है।
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उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की कुल कितनी सीटें?
वर्तमान में उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस की कुल 11,800 सीटें मौजूद हैं, जिसमें 5,150 सरकारी और 6,050 निजी मेडिकल कॉलेजों में हैं। हाल ही में, केंद्र सरकार ने वर्ष 2025-2026 में एमबीबीएस और पीजी की 10,000 सीटें बढ़ाने की घोषणा की है, जिसमें से 1,500 सीटें उत्तर प्रदेश को मिलेंगी। इस प्रकार साल 2025 में उत्तर प्रदेश में एमबीबीएस कोर्स के लिए कुल 13,300 सीटें उपलब्ध होंगी
कितने वर्ष की होती है एमबीबीएस की पढ़ाई?
एमबीबीएस की पढ़ाई आमतौर पर 5.5 साल की होती है, जिसमें 4.5 साल की थ्योरी एजूकेशन का समय और 1 साल की इंटर्नशिप होती है। इस दौरान, विद्यार्थियों को विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाता है।
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