कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट 2025 एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जो केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य भाग लेने वाले संस्थानों में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
सीयूईटी यूजी परीक्षा का आयोजन एनटीए की ओर से देश भर में निर्धारित विभिन्न केंद्रों पर सीबीटी मोड में किया जाता है। यह परीक्षा उम्मीदवारों की भाषा प्रवीणता, डोमेन-विशिष्ट ज्ञान और सामान्य योग्यता का मूल्यांकन करती है। इसी क्रम में आइए जानते हैं कि परीक्षा कितने नंबरों की होती है और छात्र को पास होने के लिए कितने नंबर लाने जरूरी होते हैं। साथ ही, एग्जाम पास करने के लिए कुछ टिप्स भी हम आपको बताएंगे।
कितने नंबरों की होती है CUET UG परीक्षा?
सीयूईटी यूजी परीक्षा का पेपर कुल तीन खंडों में विभाजित होती है, जिनमें भाषा, डोमेन विषय और सामान्य परीक्षी शामिल है। प्रत्येक सेक्शन के लिए 50 प्रश्न होते हैं, जिनमें से 40 प्रश्नों का उत्तर देना आवश्यक है। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 5 अंक मिलते हैं, जिससे इस खंड के अधिकतम अंक 200 होते हैं।
इसे भी पढ़ें-12वीं पास करने के बाद एक साल का डिप्लोमा कोर्स कर बना सकती हैं मेडिकल फील्ड में करियर, यहां जानें डिटेल्स और कॉलेज
CUET UG की परीक्षा पास करने के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स कितनी होनी चाहिए?
CUET के लिए कोई निश्चित न्यूनतम क्वालिफाइंग मार्क्स निर्धारित नहीं हैं। यह प्रतिस्पर्धात्मकता के आधार पर तय होता है। सीयूईटी यूजी परीक्षा में पास करने के लिए सामान्य श्रेणी के छात्र को न्यूनतम 50 फीसदी अंक प्राप्त करने होंगे। वहीं अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/दिव्यांग स्टूडेंट्स को एग्जाम पास करने के लिए 45% अंक हालिस करना अनिवार्य है। प्रत्येक सही जवाब के लिए 5 नंबर दिए जाएंगे और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 1 नंबर काटे जाएंगे। वहीं अनुत्तरित प्रश्न के लिए कोई अंक नहीं काटा जाएगा।
इसे भी पढ़ें-UPSC के अलावा भारत की ये 5 परीक्षाएं भी हैं सबसे कठिन, जानें कौन-कौन सी हैं लिस्ट में शामिल
CUET UG परीक्षा के लिए कैसे करें तैयारी?
- 12वीं कक्षा के अनुसार करें तैयारी: सीयूईटी यूजी परीक्षा का सिलेबस 12वीं लेवल का होता है। साथ ही, छात्र एनटीए की ओर से जारी परीक्षा पैटर्न को समझकर उसी के अनुसार तैयारी कर सकते हैं।
- समय प्रबंधन का रखें ध्यान: प्रत्येक खंड के लिए समय सीमा निर्धारित करें और नियमित अभ्यास के माध्यम से समय प्रबंधन कौशल में सुधार करें।
- मॉक टेस्ट और पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें और पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र हल करें ताकि परीक्षा पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार से परिचित हो सकें।
- कमजोर विषयों पर ध्यान दें: अपनी कमजोरियों की पहचान करें और उन पर विशेष ध्यान देकर सुधार करें।
- अच्छी अध्ययन सामग्री का चयन करें: विश्वसनीय स्रोतों से अध्ययन सामग्री का चयन करें जो परीक्षा के पैटर्न और स्तर के अनुरूप हो।
इसे भी पढ़ें-FreeUPSCBooks: यूपीएससीकी कर रहे हैं तैयारी...इन तरीकों से फ्री में मिलेंगी किताबें, जानें पूरा प्रोसेस
इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ
Image credit- Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों