फिटनेस की जर्नी शुरू होती है डाइट से। जब आप अपने खान-पान में बदलाव करते हैं तो इसका सीधा असर आपकी सेहत पर दिखाई देता है। यही कारण है कि दुनियाभर में लोग तरह-तरह की डाइट फॉलो करना पसंद करते हैं। हालांकि, कुछ डाइट ऐसी होती हैं, जो काफी पॉपुलर हैं। इन्हीं में से एक है कीटो डाइट। यह एक हाई फैट और लो कार्ब डाइट है, जिसमें शरीर कीटोसिस की स्थिति में चला जाता है और फैट बर्न करना शुरू कर देता है।
हालांकि, यह देखने में आता है कि अधिकतर लोग कीटो डाइट शुरू तो करते हैं, लेकिन उसे जल्द ही बीच में छोड़ देते हैं, क्योंकि उन्हें कई तरह की समस्या का सामना करना पड़ता है। मसलन, इस डाइट को फॉलो करते हुए अक्सर लोगों को पाचन से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं और उन्हें कब्ज की वजह से अनकंफर्टेबल फील हो सकता है। कीटो डाइट शुरू करने के कुछ दिनों के भीतर ही आपको यह शिकायत हो सकती है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि कीटो डाइट फॉलो करने से कब्ज की समस्या होने के पीछे की वजह क्या है-
कीटो डाइट एक लो कार्ब डाइट है, इसलिए जब लोग कीटो डाइट पर स्विच करते हैं तो कार्ब्स कम करने के लिए अक्सर फल और साबुत अनाज आदि को अपनी डाइट से बाहर कर देते हैं। ये सभी फाइबर रिच फूड हैं तो आपके बाउल मूवमेंट को सही तरह से काम करने में मदद करते हैं। फाइबर आपके स्टूल में एक बल्क एड करता है, जिससे स्टूल पास करना अधिक आसान हो जाता है। लेकिन जब डाइट में फाइबर की कमी होती है तो ऐसे में पाचन तंत्र सही तरह से काम नहीं करता है और आपको कब्ज की समस्या हो सकती है।
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कीटो डाइट एक हाई फैट डाइट है और इसलिए जब आप कीटो डाइट पर स्विच करते हैं तो आपकी डाइट का मुख्य हिस्सा फैट बन जाता है। हालांकि, कभी-कभी इसकी वजह से आपका डाइजेस्टिव सिस्टम स्लो हो सकता है। खासतौर पर, अगर आप हाई फैट लेते हुए फाइबर इनटेक कम करते हैं तो इससे आपको मल त्याग करने में समस्या हो सकती है।
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अक्सर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं, लेकिन कीटो डाइट फॉलो करते समय आपकी बॉडी डिहाइड्रेटेड हो करती है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि कीटो डाइट को अपने डायूरेटिक इफेक्ट के लिए जाना जाता है। दरअसल, जब आप कार्ब्स लेना कम कर देते हैं तो इससे शरीर से पानी निकल जाता है। जिसकी वजह से बॉडी डिहाइड्रेट हो जाती है। ऐसे में व्यक्ति अगर अपनी बॉडी के हाइड्रेशन पर ध्यान नहीं देता है तो इससे आपका स्टूल काफी कठोर हो जाता है और आपको कब्ज की शिकायत हो सकती है। यहां पर आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि फाइबर कम लेना और अपने वाटर इनटेक पर ध्यान ना देने से आपका पाचन तंत्र बुरी तरह प्रभावित हो सकता है।
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