बंगाली भोजन का स्वाद और सुगंध बेहद अनोखा और स्वादिष्ट होता है। बात चाहे मीठे रसगुल्ले की हो या बेगुन भाजा दोनों ही अपने बेहतरीन स्वाद के लिए दुनियाभर में फेमस हैं। अधिकांश बंगाली परिवारों में बनाए जाने वाले भोजन और व्यंजनों में कई तरह के पारंपरिक मसाले और जड़ी बूटी का उपयोग किया जाता है, जो किसी भी साधारण व्यंजन के स्वाद को बढ़ाने का काम करती है। ज्यादातर बंगाली भोजन में सिल बट्टे और ओखली में पिसे हुए मसाले को चावल और घी के साथ परोसा जाता है। अन्य बंगाली मसालों के अलावा थानकुटी पाता भी एक बेहतरीन और स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ है। आज के इस लेख में हम आपको इस स्वादिष्ट मसाले के बारे में बताएंगे।
क्या है थानकुनी पाता
थानकुना पाता जिसे इंडियन पेनीवॉर्ट या सेंटेला एशियाटिका के नाम से जाना जाता है। यह एक औषधीय जड़ी बूटी और पत्ती है, जिसका उपयोग बंगाली व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। थानकुनी पौधे में गहरे हरे रंग की छोटी छोटी पत्तियां होती है। इसका स्वाद भले ही हल्का कड़वा होता है, लेकिन इसका स्वाद बेहद अनोखा और स्वादिष्ट होता है। थानकुनी के पत्ते सालों से बंगाली पाकशैली संस्कृति का हिस्सा रही है। आयुर्वेद में इसका उपयोग आंत के बेहतर स्वाद और पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।
थानकुनी पाता और बंगाली व्यंजनों का कनेक्शन
बंगाली व्यंजनों थानकुना पाता का उपयोग दाल, बाटा, फ्राई जैसे कई तरह व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता है। बंगालियों का यह मानना है कि भोजन करने से पहले थानकुनी पत्ता खाने से भूख बढ़ती है और शरीर में कई तरह के पोषक तत्वों की पूर्ति होती है। थानकुनी पत्ता बनाने के लिए पैन में सरसों का तेल डालकर गर्म करें। तेल में हरी मिर्च और दूसरे साबुत मसालों (साबुत मसालों के नाम) डालकर तड़का लगाया जाता है। तैयार थानकुनी के पेस्ट का उपयोग चावल के स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
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आयुर्वेद की शक्तिशाली जड़ी बूटी है थानकुनी पत्ता
बंगाली पाकशैली में उपयोग करने के अलावा कई तरह के अनगिनत औषधीय बनाने के लिए किया जाता है (बंगाली मिठाई)। पारंपरिक चिकित्सा में थानकुनी पाता विभिन्न स्वास्थ्य लाभ के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यह एक कड़वी जड़ी बूटी है जिसका उपयोग पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों में पाचन सुधार, स्मृति और दूसरे स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है।
थानकुनी पत्ता से बनने वाले लोकप्रिय व्यंजन
- थानकुनी पातर बाटा
- थानकुनी पाता भापा
- थानकुनी पाता शोरशे बाता
- थानकुनी पाता दिए मंगशो
- थानकुनी पाता दिए इलिश भापा
- थानकुनी पाता भोरता
- थानकुनी पाता मुलो घोंटो
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Image Credit: Freepik, shutterstocks
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